छत्तीसगढ़ में भाजपा नेताओं की दादागिरी: किसका हैं संरक्षण? पुलिसकर्मियों को दी धमकी, पत्रकारों को भी मिली धमकी कहा-‘मेरे जैसा गुंडा कोई नहीं’

भाजपा नेताओं की दादागिरी: किसका हैं संरक्षण? पुलिसकर्मियों को दी धमकी, पत्रकारों को भी मिली धमकी कहा-'मेरे जैसा गुंडा कोई नहीं'
भाजपा नेताओं की दादागिरी: किसका हैं संरक्षण? पुलिसकर्मियों को दी धमकी, पत्रकारों को भी मिली धमकी कहा-'मेरे जैसा गुंडा कोई नहीं'

BJP Government Vs CG police: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें भाजपा के नगर पंचायत (नपं) अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा ने शराब के नशे में पुलिसकर्मियों से अभद्र व्यवहार किया और उन्हें धमकी दी। घटना पलारी थाना क्षेत्र की है, जहां भाजपा नेता ने थाने में पहुंचकर न केवल गाली-गलौज की, बल्कि पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट भी की और कहा, “मेरे जैसा गुंडा कोई नहीं” इस दौरान उन्होंने अपनी राजनीतिक ताकत का भी हवाला दिया और पुलिसकर्मियों (BJP Government Vs CG police) को धमकाते हुए यह जताने की कोशिश की कि वे कानून से ऊपर हैं।

भाजपा नेताओं की दादागिरी: किसका हैं संरक्षण? उठे सवाल

अब आप खुद ही सोचिए जो नेता पुलिसकर्मियों को मार सकता हैं। थाने में घुस के पुलिस अधिकारियों को धमकी देते हुए कहा, “मेरे से बड़ा गुंडा कोई नहीं है यहाँ” आगे कहा कि गुंडागर्दी बताऊंगा पूरा थाना साफ कर दूंगा, बस्तर भिजवाऊंगा इस तरह की धमकी दे सकते हैं वो क्या कुछ नही कर सकते। आपको बता दे कि छत्तीसगढ़ प्रदेश और भारत देश मे भाजपा की डबल इंजन की सरकार हैं। इस घटना के बाद, जब स्थानीय पत्रकारों ने मामले को रिपोर्ट किया, तो उन्हें भी धमकियां दी गईं, जो लोकतांत्रिक संस्थाओं और मीडिया की स्वतंत्रता पर सवाल उठाती हैं?

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भाजपा नेताओं को संरक्षण आखिर किसका?

अगर भाजपा शासन में अहंकार दिखाएगी, तो जनता का विश्वास कैसे जीतेगी? एक नेता को हमेशा जनता के प्रति संवेदनशील और उनके मुद्दों के प्रति सच्चा होना चाहिए, ताकि वह विश्वास और सहयोग हासिल कर सके। देश और राज्य के सरकार को पत्रकारों के लिए जल्द ही कानून बनानी चाहिए। हर बार पत्रकारों को धमकियां आती रहती हैं हाल ही में कैबिनेट मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का धमकी देने का मामला सामने आया था। ऐसे में निष्पक्ष पत्रकारिता करना चुनोती भरा होगा और सच्ची पत्रकारिता खत्म हो जाएगी। -चंद्रकांत वर्मा, बलौदाबाजार-भाटापारा रिपोर्टर, ETV भारत 

कैसे हुआ यह पूरा घटना?

BJP Government Vs CG police: पुलिस से मिली जानकारी अनुसार, भाजपा के पलारी नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन मोनू वर्मा शुक्रवार देर रात शराब के नशे में थाने के सामने पार्टी कर रहे थे। यहां उन्होंने पुलिसकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार किया और बाद में भाजपा जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े अपने सैकड़ो कार्यकर्तों की भीड़ पलारी थाना ले आये उस दौरान पुलिसकर्मियों और भाजपा समथकों के बीच 2 घंटे थाने में हंगामा मचाया। बता दे कि थाने के अंदर ही भाजपा नेता ने कहा, “मेरे जैसा गुंडा कोई नहीं, तुम लोग क्या कर सकते हो?” उनकी इस दादागिरी से थाने में मौजूद पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए।

राजनीतिक और पुलिस प्रतिक्रिया

इस घटना पर राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस पार्टी ने भाजपा नेता के इस दादागिरी भरे कृत्य की कड़ी निंदा की है। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, “यह शर्मनाक है कि एक जनप्रतिनिधि शराब के नशे में कानून के साथ खिलवाड़ कर रहा है और पुलिसकर्मियों को धमकियां दे रहा है। हम इसकी कठोर निंदा करते हैं और पुलिस से मांग करते हैं कि दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।”

भाजपा नेताओं के दबाव में थाना प्रभारी और दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया जो सरकार की तानाशाही को दर्शाता है। जब पुलिस के साथ ही अन्याय हो तो आम जनता के न्याय की उम्मीद करना बेमानी है। -हितेन्द्र ठाकुर, कांग्रेस जिलाध्यक्ष, बलौदाबाजार

BJP Government Vs CG police: पुलिस जानकारी के मुताबिक, यह विवाद तब शुरू हुआ जब भाजपा नेता व नगर पंचायत अध्यक्ष पलारी थाने के सामने शराब पीकर कार का साउंड सिस्टम फुल आवाज में चालू करके पार्टी कर 4 5 साथियों के साथ डांस कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने गाली-गलौज शुरू कर दी और अपनी राजनीतिक ताकत का हवाला देते हुए पुलिसकर्मियों को धमकी दी। थाने में हंगामा बढ़ने के बाद पुलिस अधिकारियों ने उन्हें शांति बनाए रखने की कोशिश की, लेकिन नशे में धुत भाजपा नेता की दखलअंदाजी लगातार बढ़ती गई।

थाना प्रभारी केशर पराग ने कहा कि कल बीती रात थाना परिसर के 10 कदम सामने 4 5 अन्य साथी के साथ पलारी नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा दारू पे कर पार्टी कर रहे थे, महिलाएं मंदिर के पास थी अश्लील भाषा का प्रयोग हो रहा था। मैने तो पहले अपना स्टाफ भेजा पुलिसकर्मियों को धमकाने और मरने लगा, जब चिल्लाए सर् मार रहे हैं तब मैं और स्टाप लेकर गया। मुझे भी धमकाया गया। वो पूरे शराब के नशे में थे, मुलाइजा करने थाना लाया। जिसके बाद जिलाध्यक्ष सनम जांगड़े अपने समर्थकों को लाकर थाना में हो हल्ला किये गहमा गहमी हुई काफी आवेश में थे। थाना मुंसी के कक्ष में जाकर सीसा चूड़ा मारकर थोड़ दिए। उस दौरान पुलिसकर्मियों को धमकी देते हुए कहा, “मेरे से बड़ा गुंडा कोई नहीं है यहाँ,” आगे कहा कि गुंडागर्दी बताऊंगा पूरा थाना साफ कर दूंगा तुमको बस्तर भिजवाऊंगा इस तरह धमकी दिए – केशर पराग बंजारा, थाना प्रभारी पलारी

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पत्रकारों को भी मिली भाजपा नेता की धमकी

घटना की खबर मीडिया में फैलने के बाद, जब स्थानीय पत्रकारों ने इस पर रिपोर्टिंग की, तो उन्हें भी धमकियां मिलने लगीं। पत्रकारों का कहना है कि जब उन्होंने मामले को प्रमुखता से कवर किया, तो उन्हें भाजपा नेता व नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा का फोन आया पत्रकार ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “हमें कहा गया कि अगर हम इस खबर को चलाते रहे, तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। आगे देख लेने की बात भी कही गयी। यह न केवल हमारी सुरक्षा के लिए, बल्कि मीडिया की स्वतंत्रता के लिए भी एक बड़ा खतरा है।” फिरहाल पत्रकार ने थाने में शिकायत कर दी हैं।

यशवर्धन वर्मा उर्फ मोनू वर्मा हमारे पलारी नगर पंचायत के अध्यक्ष हैं। वह काफी प्रतिष्ठित आदमी है। पुलिसवाले उनसे उलझे और उनसे बिना कारण मारपीट किए। पुलिस प्रशासन ने संज्ञान लिया और आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई: सनम जांगड़े, अध्यक्ष, जिला बीजेपी

पुलिस विभाग ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है।

एएसपी अभिषेक सिंह ने कहा, “हम इस मामले की पूरी जांच करेंगे और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कानून के खिलाफ किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा।”

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