श्री सीमेंट संयंत्र सील: गैस लीक से बलौदाबाजार में हड़कंप, 40 बच्चे बीमार, प्रशासन पर उठ रहे सवालों का पहाड़

श्री सीमेंट संयंत्र सील: गैस लीक से बलौदाबाजार में हड़कंप, 40 बच्चे बीमार, ग्रामीणों का श्री सीमेंट संयंत्र के खिलाफ प्रदर्शन (Chhattisgarh Talk)
श्री सीमेंट संयंत्र सील: गैस लीक से बलौदाबाजार में हड़कंप, 40 बच्चे बीमार, ग्रामीणों का श्री सीमेंट संयंत्र के खिलाफ प्रदर्शन (Chhattisgarh Talk)

श्री सीमेंट संयंत्र सील: बलौदाबाजार के खपराडीह शासकीय स्कूल में गैस लीक से 40 बच्चे बीमार हो गए, जिसके बाद ग्रामीणों ने श्री सीमेंट संयंत्र के खिलाफ प्रदर्शन जारी। कलेक्टर दीपक सोनी ने संयंत्र का निरीक्षण किया और जांच के बाद कार्रवाई की चेतावनी दी है। पढ़ें पूरी खबर और जानें प्रशासन की कार्रवाई और संभाव परिणाम।

बलौदाबाजार: बलौदाबाजार जिले के खपराडीह शासकीय स्कूल में बुधवार सुबह गैस लीक की एक घटना में 40 बच्चे बीमार हो गए। बच्चों को अचानक उल्टी, बेहोशी और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिसके बाद उन्हें आनन-फानन में अस्पताल भेजा गया। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों ने श्री सीमेंट संयंत्र पर प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाया और संयंत्र के गेट पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। कलेक्टर दीपक सोनी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और जांच के बाद कार्रवाई की चेतावनी दी है।

श्री सीमेंट संयंत्र की लापरवाही से बच्चों की बिगड़ी तबियत, प्रशासन पर उठ रहे सवालों का पहाड़

इससे पहले, 10 जनवरी को दर्जनों बच्चों की तबियत बिगड़ी थी और स्कूल प्रबंधन, स्थानीय प्रशासन और श्री सीमेंट प्लांट प्रबंधन के बीच मामले को दबाने की कोशिश की गई। बच्चों को उल्टी, दस्त और सांस लेने में परेशानी हो रही थी। इस मामले में 10 जनवरी को खपराडीह में बैठक हुई थी, जिसमें नायाब तहसीलदार दिलीप श्यामल और श्री सीमेंट प्रबंधन ने मिलकर स्कूल शिक्षकों और ग्रामीणों को धमकाया, ताकि मामला सार्वजनिक न हो। अब, 22 जनवरी को फिर से 40 बच्चों के घायल होने की खबर सामने आई है। वही सिमगा एसडीएम अंशुल वर्मा से जब सवाल किया तो उन्होंने कहा मुझे 18 जनवरी को गैस लीक की जानकारी मिली। प्रशासन पर उठ रहे सवालों का पहाड़?

श्री सीमेंट संयंत्र बंद: बलौदाबाजार में 40 बच्चों की तबीयत बिगड़ी, गैस लीक या प्रदूषण? कलेक्टर दीपक सोनी ने बुलाई जांच टीम

  • लापरवाह जिला प्रशासन हैं या फिर श्री सीमेंट का प्रबंधन?
  • यह घटना स्वास्थ्य और प्रशासनिक लापरवाही के प्रति गंभीर सवाल उठाती है?
  • सवाल यह उठता हैं कि क्या जिला प्रशासन श्री सीमेंट संयंत्र को बचाने में लगी हुई हैं?
  • क्या जिला प्रशासन के अधिकारी सीमेंट प्लांट से भी सैलरी लेते हैं?

श्री सीमेंट संयंत्र सील: क्या हुआ घटनास्थल पर?

बुधवार सुबह करीब 10 बजे, खपराडीह शासकीय स्कूल के छात्रों ने अचानक गैस की तेज दुर्गंध महसूस की। इसके बाद, बच्चों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी, उल्टी हुई और कई बच्चे बेहोश हो गए। स्कूल में मौजूद शिक्षक और स्टाफ ने गैस लीक होने की संभावना जताई और तत्काल बच्चों को प्राथमिक उपचार देने की कोशिश की। इस दौरान 30 से 35 बच्चों को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया, जबकि गंभीर रूप से बीमार बच्चों को जिला अस्पताल भेजा गया।

बच्चों की तबीयत बिगड़ने के बाद, स्थानीय ग्रामीणों ने श्री सीमेंट संयंत्र पर प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाते हुए संयंत्र के गेट के सामने दोपहर 3 बजे से प्रदर्शन करना शुरू कर दिया हैं और अब तक चल रहा हैं। उनका कहना था कि सीमेंट संयंत्र से निकलने वाली गैस और प्रदूषण के कारण बच्चों की तबीयत बिगड़ी है, और इसके प्रभाव से बच्चों की जीवनशैली भी प्रभावित हो रही है।

श्री सीमेंट संयंत्र सील: ग्रामीणों का प्रदर्शन अब भी जारी

घटना के बाद, सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण सीमेंट संयंत्र के गेट पर इकट्ठा हो गए और नारेबाजी करने लगे। उनका आरोप था कि सीमेंट फैक्ट्री से निकलने वाले प्रदूषण के कारण बच्चों को गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो रही हैं। प्रदूषण के कारण बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित होने के साथ-साथ उनका सामान्य जीवन भी कठिन हो गया है। प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने श्री सीमेंट संयंत्र को बंद करने की मांग की और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की अपील की।

श्री सीमेंट संयंत्र सील: कलेक्टर ने की कार्रवाई

घटना की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर दीपक सोनी और पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने घटनास्थल का दौरा किया। कलेक्टर ने श्री सीमेंट संयंत्र के अल्टरनेट फ्यूल रिसोर्स (एएफआर) सेंटर के प्रमुख से पूछताछ की और सुरक्षा उपायों को सख्त करने के निर्देश दिए। कलेक्टर दीपक सोनी ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण मण्डल रायपुर और औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग की टीम को घनास्थल पर भेजा गया है। ये टीमें संयंत्र के एएफआर और वायु प्रदूषण स्तर की जांच करेंगी। इसके अलावा, कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि बच्चों की पढ़ाई में कोई रुकावट न आए, इसके लिए वैकल्पिक शिक्षण व्यवस्था की जाए।

बलौदाबाजार के शासकीय स्कूल में बच्चों की तबियत बिगड़ी, सीमेंट संयंत्र जिम्मेदार? देखिए Exclusive वीडियो

कलेक्टर ने यह भी कहा कि अगर जांच में यह साबित होता है कि प्रदूषण के कारण बच्चों की तबीयत खराब हुई है, तो प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा। –दीपक सोनी, कलेक्टर

श्री सीमेंट संयंत्र और प्रदूषण का मुद्दा

ग्राम खपराडीह में स्थित श्री सीमेंट संयंत्र से गैस रिसाव होने की बात पहले भी सामने आ चुकी है। यह संयंत्र खपराडीह हायर सेकेण्डरी स्कूल से लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सीमेंट संयंत्र से निकलने वाली गैस की तेज दुर्गंध और प्रदूषण के कारण छात्रों की तबीयत खराब हो रही है।

सुबह दस बजे के आसपास गैस का रिसाव हुआ.जिसके बाद स्मेल आने लगी.जिससे बच्चों को सांस लेने में दिक्कत हुई.इसके बाद 35 बच्चों को काउंटर में रखा और एंबुलेंस में भेजा गया.जो बच्चे सीरियस हैं उन्हें सुहेला,भाटापारा और बलौदाबाजार भेजा गया.बच्चों में उल्टी और पेट दुखने की शिकायत थी – प्रिया रवानी, व्याख्याता,शासकीय स्कूल खपराडीह

स्कूल के शिक्षकों ने भी इस मामले में गैस लीक की बात कही थी और बताया कि गैस रिसाव के बाद बच्चों की स्थिति अचानक बिगड़ी। प्रिया रवानी, जो खपराडीह शासकीय स्कूल में व्याख्याता हैं, ने कहा, “सुबह 10 बजे के आसपास गैस का रिसाव हुआ और तेज दुर्गंध फैलने लगी। इससे बच्चों को सांस लेने में दिक्कत हुई और उल्टी शुरू हो गई। जिन बच्चों की स्थिति गंभीर थी, उन्हें सुहेला, भाटापारा और बलौदाबाजार भेजा गया।”

प्रशासन की कार्रवाई और जांच

घटना के बाद कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा, “रायपुर से पर्यावरण विशेषज्ञों और हाइजीन लैब की एक टीम जल्द ही घटनास्थल पर रवाना की जाएगी। यह टीम इस घटना के कारणों की गहरी जांच करेगी। इस घटना की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाएगी और यदि यह साबित होता है कि प्रदूषण के कारण बच्चों की तबीयत बिगड़ी, तो प्रशासन इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेगा।”

संकट का सामना कर रहे बच्चे और स्कूल प्रशासन

इस घटना ने बच्चों और उनके परिवारों को गंभीर संकट में डाल दिया है। बच्चों की तबीयत बिगड़ने के कारण स्कूल की पढ़ाई भी बाधित हो गई है। कई छात्रों को स्कूल से दूर अन्य स्थानों पर शिफ्ट किया गया है ताकि उनकी पढ़ाई जारी रह सके। शिक्षा विभाग ने छात्रों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करने की दिशा में काम शुरू कर दिया है।

बलौदाबाजार के खपराडीह स्कूल में गैस लीक की यह घटना अब एक बड़े मुद्दे का रूप ले चुकी है। स्थानीय प्रशासन और ग्रामीण दोनों ही इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। यह घटना न केवल बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल रही है, बल्कि क्षेत्रीय प्रदूषण और औद्योगिक सुरक्षा के मुद्दे को भी सामने ला रही है। कलेक्टर और प्रशासन ने जांच के बाद सख्त कदम उठाने का आश्वासन दिया है, लेकिन अब सवाल यह है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए क्या ठोस कदम उठाए जाएंगे।

  • विज्ञापन के लिए संपर्क करे: 9111755172

-छत्तीसगढ़ टॉक न्यूज़ (Chhattisgarh Talk News)

बलौदाबाजार चुनाव 2025: इस बार कौन होगा भाजपा और कांग्रेस पार्टी का चेहरा?

नगरीय प्रशासन में बदलाव: 47 नगर पालिकाओं में SDM होंगे प्रशासक

ट्रस्ट की भूमि के अवैध हस्तांतरण के आरोप, जानें पूरा मामला

व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े- Join Now


भारत की सबसे बड़ी फिल्में: कैसे तोड़े रिकॉर्ड? 2024 की टॉप 5 फिल्मों पर एक नजर!

आप किस जेनरेशन का हिस्सा हैं? जानिए हर पीढ़ी की विशेषताएँ और योगदान

New Year साथ लाया नया युग, आज से पैदा हुए बच्चे होंगे ‘Generation Beta’ जानिए इसके अनोखे पहलू

New Year 2025: शराब पीने वालों के लिए खुशखबरी: ‘हवालात नहीं’, होटल छोड़ेंगे पुलिस वाले!

Baloda Bazar में रातों-रात अवैध पेड़ कटाई: प्रशासनिक लापरवाही या मिलीभगत?

धमाके की आवाज से कांप उठा छत्तीसगढ़ का ये गांव, जानिए स्कूल में क्या हुआ?

Cancer Vaccine: कैंसर के इलाज में क्रांति, इस देश ने लॉन्च की कैंसर की नई वैक्सीन, मुफ्त मिलेगा 2025 से

स्वस्थ रहें, फिट रहें! जानिए, उम्र के हिसाब से लड़कों का सही वजन कितना होना चाहिए?

पीएम आवास योजना: वास्तविक लाभ मिलना मुश्किल, अतिक्रमण से जूझता बलौदा बाजार

पटवारियों का बहिष्कार: भूमि रिकॉर्ड से लेकर संपत्ति पंजीकरण तक कामकाज ठप

CG JOB: कृषि सह परियोजना विभाग में लेखापाल सह डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर भर्ती, जानें आवेदन प्रक्रिया

हाईकोर्ट का निर्णय: बलात्कार पीड़िता को गर्भपात की मंजूरी, जानिए..

BJP का जबरदस्त विरोध प्रदर्शन, ईश्वर साहू के सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर बवाल

बलौदाबाजार: तुरतुरिया मे शव मिलने से मंचा हड़कंप, हत्या या आत्महत्या? पुलिस जांच में जुटी

छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल: एसपी और 18 बटालियन अफसरों का ट्रांसफर, देखें पूरी लिस्ट

क्या भारत तैयार है वन नेशन, वन इलेक्शन के लिए? जानें इस विचार की पूरी कहानी