शराब पीकर स्कूल पहुंचा, पालकों से अवैध वसूली की—प्रभारी प्राचार्य निलंबित

बलौदाबाजार: अनुशासनहीन प्राचार्य निलंबित, शराब वसूली का आरोप (Chhattisgarh Talk)
बलौदाबाजार: अनुशासनहीन प्राचार्य निलंबित, शराब वसूली का आरोप (Chhattisgarh Talk)

बलौदाबाजार में स्वामी आत्मानंद स्कूल अर्जुनी के प्रभारी प्राचार्य को शराब सेवन, अवैध वसूली और अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित किया गया।


बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय की साख पर उस वक्त सवाल खड़े हो गए जब बलौदाबाजार जिले के अर्जुनी स्कूल के प्रभारी प्राचार्य पर शराब पीकर स्कूल आने, अवैध वसूली, और अनुशासनहीनता जैसे गंभीर आरोपों की पुष्टि हुई। मामले में जिला प्रशासन ने त्वरित और कठोर कार्रवाई करते हुए प्रभारी प्राचार्य को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।


क्या हैं आरोप?

खूबचंद सरसीहा, जो मूल रूप से व्याख्याता (एलबी) हैं, उन्हें स्वामी आत्मानंद स्कूल अर्जुनी में प्रभारी प्राचार्य के रूप में पदस्थ किया गया था। उनके खिलाफ कई गंभीर शिकायतें सामने आईं जिनमें प्रमुख हैं:

  • शराब पीकर स्कूल आना
  • विद्यार्थियों व पालकों से प्रवेश (एडमिशन) के नाम पर अवैध वसूली
  • कर्मचारियों को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना
  • अमर्यादित व अपमानजनक व्यवहार
  • संस्थान में अनुशासनहीनता को बढ़ावा देना

जांच में सही पाई गईं शिकायतें

इन शिकायतों पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी बलौदाबाजार ने जांच करवाई। जांच में आरोपों की प्रथम दृष्टया पुष्टि हुई। इसके बाद कलेक्टर दीपक सोनी द्वारा प्रभारी प्राचार्य को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। लेकिन नोटिस का उत्तर संतोषजनक नहीं पाया गया।


प्रशासन की सख्त कार्रवाई

छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 का उल्लंघन मानते हुए लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा श्री सरसीहा को निलंबित कर दिया गया।

  • निलंबन के दौरान उनका मुख्यालय विकासखंड शिक्षा कार्यालय कसडोल निर्धारित किया गया है।
  • उन्हें नियम अनुसार जीवन निर्वाह भत्ता (Subsistence Allowance) की पात्रता दी गई है।

क्या बोले अधिकारी?

शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया:

“इस तरह का आचरण एक शासकीय शिक्षक के लिए न केवल निंदनीय है, बल्कि छात्रों और पालकों के विश्वास के साथ भी धोखा है। शासन इस तरह की लापरवाही और भ्रष्ट आचरण को किसी भी स्तर पर सहन नहीं करेगा।”


प्रश्न उठाता है यह मामला?

  • क्या अर्जुनी स्कूल के अन्य स्टाफ ने पहले भी इस व्यवहार की सूचना दी थी?
  • यदि हां, तो उच्च अधिकारी इस पर पहले क्यों नहीं हरकत में आए?
  • और सबसे अहम – क्या ऐसे व्यक्ति को प्राचार्य जैसे पद की जिम्मेदारी देना विभाग की चयन प्रक्रिया पर सवाल नहीं खड़े करता?

📢 आपके पास भी कोई जानकारी या शिकायत है?

संपर्क करें: chhattisgarhtalk@gmail.com | 9111755172


व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े- Join Now

  • विज्ञापन के लिए संपर्क करे: 9111755172

-टीम छत्तीसगढ़ टॉक न्यूज़ (Chhattisgarh Talk News)

ट्रैफिक पुलिस बनी वसूली एजेंसी: टोकन दिखाओ, चालान से बचो! जानिए इस गुप्त वसूली खेल की सच्चाई!

Exclusive News: टोकन सिस्टम अवैध वसूली की खबर के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप! एक्शन में बलौदाबाजार कप्तान (SP), लेकिन क्या बच निकलेंगे बड़े खिलाड़ी?


आप किस जेनरेशन का हिस्सा हैं? जानिए हर पीढ़ी की विशेषताएँ और योगदान

छत्तीसगढ़ टॉक की खबर का बड़ा असर: कलेक्टर ने बनाई जांच समिति, जल संकट से जूझते ग्रामीणों की आवाज बनी छत्तीसगढ़ टॉक!

error: Content is protected !!