Durg महापौर चुनाव: भाजपा और कांग्रेस में मंथन, कौन बनेगा महिला उम्मीदवार?

Durg News: दुर्ग महापौर पद पर संघर्ष तेज, भाजपा और कांग्रेस की रणनीति पर सब की नजरें! कौन बनेगा महिला उम्मीदवार? (Chhattisgarh Talk)
Durg News: दुर्ग महापौर पद पर संघर्ष तेज, भाजपा और कांग्रेस की रणनीति पर सब की नजरें! कौन बनेगा महिला उम्मीदवार? (Chhattisgarh Talk)

Durg News: दुर्ग महापौर पद के लिए भाजपा और कांग्रेस के बीच प्रतियोगिता तेज हो गई है। ओबीसी महिला के लिए आरक्षित इस पद पर उम्मीदवार चयन को लेकर दोनों दलों में गहन मंथन चल रहा है। जानिए किस पार्टी का उम्मीदवार हो सकता है विजेता।

Durg News: दुर्ग महापौर का पद ओबीसी महिला के लिए आरक्षित होने के बाद, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों ही दलों में महापौर प्रत्याशी चयन को लेकर अंदरूनी चर्चा तेज हो गई है। खासकर ओबीसी महिलाओं में कुछ नए और पुराने चेहरों को लेकर दोनों ही पार्टियों में गहन विचार-विमर्श जारी है। इन चर्चाओं में दोनों दलों के लिए कुछ सीमित लेकिन प्रभावशाली चेहरे उभरकर सामने आ रहे हैं, जो आगामी चुनाव में सीट पर कब्जा करने की जद्दोजहद में शामिल हैं।

दुर्ग: भाजपा की नजरें साहू समाज पर

भारतीय जनता पार्टी, दुर्ग जिले (Durg district) के ओबीसी वर्ग के सबसे बड़े समाज, साहू समाज, पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही है। भाजपा संगठन में जिले के सांसद और एक विधायक कुर्मी समाज से हैं, जबकि यादव समाज से भी विधायक हैं। इस सामाजिक संतुलन के बीच, भाजपा पर साहू समाज से महापौर उम्मीदवार घोषित करने का दबाव बढ़ता जा रहा है। भाजपा के रणनीतिकारों का मानना है कि साहू समाज का सहयोग पाने के लिए पार्टी को साहू समाज से एक मजबूत महिला उम्मीदवार की जरूरत है, क्योंकि इस समाज का झुकाव हमेशा से भाजपा की तरफ रहा है।

भाजपा से संभावित (Durg) महापौर उम्मीदवारों में डॉ. भारती साहू का नाम सबसे आगे है। डॉ. साहू, जो एक शिक्षाविद और समाजसेवी हैं, साहू समाज में महिला प्रकोष्ठ की संभाग अध्यक्ष के रूप में भी अपनी पहचान बना चुकी हैं। उन्होंने छात्र संघ अध्यक्ष के रूप में राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी और समाज सेवा के क्षेत्र में भी उनका लंबा अनुभव है। साथ ही, जिले और प्रदेश साहू संघ के कई पदाधिकारी भी उनके पक्ष में खुलकर बात कर रहे हैं। इसके अलावा, सविता पोषण साहू और डॉ. गनेशिया देवी साहू जैसे अन्य चेहरे भी भाजपा के संभावित उम्मीदवारों के रूप में सामने आ रहे हैं।

दुर्ग: कांग्रेस की उम्मीदें कुर्मी और यादव समाज से

वहीं, कांग्रेस पार्टी साहू समाज से उम्मीदों को लेकर थोड़ा निराश दिख रही है। पिछले लोकसभा चुनाव में साहू समाज से प्रत्याशी देने के बावजूद पार्टी को अपेक्षित समर्थन नहीं मिल सका था। इससे कांग्रेस अब कुर्मी और यादव समाज से संभावनाएं तलाश रही है। कांग्रेस पार्टी में कुर्मी समाज से पूर्व महापौर आर.एन. वर्मा की पत्नी सत्यवती वर्मा और शहर महिला कांग्रेस की अध्यक्ष कल्पना देशमुख महापौर पद के लिए मजबूत दावेदार मानी जा रही हैं। इसके अलावा, रामकली यादव का नाम भी तीसरे दावेदार के रूप में उभरकर सामने आ रहा है।

कांग्रेस पार्टी की रणनीति अब इस पर केंद्रित है कि वह कुर्मी और यादव समाज को अपनी ओर आकर्षित कर सके, ताकि महापौर पद पर अपनी पकड़ मजबूत बना सके।

दुर्ग में आम आदमी पार्टी का चैलेंज

हालांकि, आम आदमी पार्टी (आप) भी शहर में सक्रिय है, लेकिन अभी तक कोई गंभीर और प्रभावशाली उम्मीदवार सामने नहीं आया है, जो भाजपा या कांग्रेस को गंभीर चुनौती दे सके। पार्टी ने अभी तक महापौर के चुनाव में अपनी शक्ति को पूरी तरह से साबित नहीं किया है, और यह देखना बाकी है कि आगामी दिनों में आप क्या कदम उठाती है।

दुर्ग सामाजिक समीकरण: जीत की कुंजी

दुर्ग (Durg) महापौर चुनाव में अब मुख्य रूप से सामाजिक समीकरण की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। दोनों प्रमुख पार्टियां, भाजपा और कांग्रेस, अपने-अपने उम्मीदवारों के चयन में यह ध्यान रख रही हैं कि वे ओबीसी महिला समाज के वोट को कैसे आकर्षित कर सकती हैं। दोनों दलों के लिए यह चुनाव महापौर पद को जीतने के लिए अपनी सामाजिक रणनीति को सही दिशा में लागू करने का अहम अवसर बन गया है।

अंत में, (Durg) दोनों पार्टियों के नेता अपने-अपने स्तर पर विचार-विमर्श और बैठकें कर रहे हैं, ताकि सही उम्मीदवार का चयन किया जा सके। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि किस पार्टी का उम्मीदवार दुर्ग महापौर पद पर कब्जा जमाता है और कौन सा सामाजिक समीकरण जीत की ओर ले जाता है।

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-छत्तीसगढ़ टॉक न्यूज़ (Chhattisgarh Talk News)

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