



छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों के मद्देनजर आचार संहिता लागू हो गई है। जानें गणतंत्र दिवस पर चुनाव प्रचार पर रोक और सरकारी आयोजनों में कौन सी नई घोषणाएं नहीं हो सकेंगी। राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के बारे में विस्तार से।
रायपुर: छत्तीसगढ़ में नगर निगम और पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता लागू कर दी है। आयोग ने गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों को लेकर भी कुछ खास निर्देश जारी किए हैं, जिनका पालन करना सभी सरकारी अधिकारियों और नेताओं के लिए जरूरी होगा।
गणतंत्र दिवस पर क्या होगा?
गणतंत्र दिवस के दिन मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायक समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हो सकते हैं, लेकिन उनके भाषण केवल देशभक्ति और शहीदों की वीरता से जुड़े होंगे। वे किसी भी राजनीतिक चर्चा या चुनावी प्रचार नहीं कर सकेंगे।
गणतंत्र दिवस पर जानें क्या हैं कड़े दिशा-निर्देश!
गणतंत्र दिवस के दिन मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद और विधायक समारोह में, कोई भी नई योजना की घोषणा नहीं की जा सकेगी। हालांकि, वर्तमान योजनाओं का जिक्र किया जा सकता है, लेकिन कोई नई घोषणा या शिलान्यास नहीं होगा। मुख्यमंत्री और मंत्री अपने गृह जिले के अलावा अन्य जिलों में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हो सकते हैं, लेकिन उम्मीदवार बनने वाले नेता अपने चुनाव क्षेत्र में गणतंत्र दिवस के आयोजनों में शामिल नहीं हो सकेंगे।
गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों में झांकियों में शासन की योजनाओं को दिखाया जा सकता है, लेकिन इन झांकियों में किसी नेता की तस्वीरें नहीं लगाई जा सकतीं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी किसी प्रकार का राजनीतिक प्रचार नहीं किया जा सकेगा।
पंचायत और नगर निगम के वर्तमान जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र में ध्वजारोहण कर सकते हैं, लेकिन इस दौरान भी आचार संहिता का पालन जरूरी होगा।
आचार संहिता के दौरान क्या-क्या प्रतिबंधित है?
आचार संहिता के दौरान कुछ अहम नियम लागू होंगे:
- सार्वजनिक धन का उपयोग: सरकारी धन का उपयोग केवल सरकारी कार्यों में किया जा सकता है, इसे चुनाव प्रचार में नहीं खर्च किया जा सकता।
- सरकारी गाड़ियों का चुनाव प्रचार में उपयोग: सरकारी गाड़ियां और संसाधन चुनाव प्रचार में नहीं इस्तेमाल किए जा सकते।
- नई योजनाओं का उद्घाटन: आचार संहिता के दौरान कोई नई योजना, उद्घाटन, शिलान्यास या भूमिपूजन नहीं हो सकता।
- सरकारी विज्ञापनों का प्रचार में उपयोग: सरकारी विज्ञापन और होर्डिंग्स को तुरंत हटाया जाएगा।
- चुनाव प्रचार के लिए रैलियों और सभाओं की अनुमति: चुनाव प्रचार के लिए रैली या सभा आयोजित करने के लिए पुलिस से अनुमति लेना जरूरी होगा।
- जाति और धर्म के आधार पर वोट मांगना: चुनाव में जाति या धर्म के आधार पर वोट मांगना प्रतिबंधित रहेगा।
आचार संहिता का उल्लंघन करने पर सजा
यदि कोई नेता या उम्मीदवार इन नियमों का उल्लंघन करता है, तो चुनाव आयोग सख्त कार्रवाई कर सकता है। इसमें उम्मीदवार को अयोग्य ठहराना, आपराधिक मामला दर्ज करना, या गंभीर मामलों में जेल की सजा भी हो सकती है।
आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करने से चुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी होंगे। गणतंत्र दिवस के आयोजनों में राजनीतिक प्रचार पर रोक से यह सुनिश्चित होगा कि सरकारी आयोजन केवल देशभक्ति और शहीदों को सम्मान देने के लिए हों, न कि चुनावी प्रचार के लिए।
- विज्ञापन के लिए संपर्क करे: 9111755172
-छत्तीसगढ़ टॉक न्यूज़ (Chhattisgarh Talk News)
बलौदाबाजार चुनाव 2025: इस बार कौन होगा भाजपा और कांग्रेस पार्टी का चेहरा?
नगरीय प्रशासन में बदलाव: 47 नगर पालिकाओं में SDM होंगे प्रशासक
ट्रस्ट की भूमि के अवैध हस्तांतरण के आरोप, जानें पूरा मामला
व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े- Join Now
भारत की सबसे बड़ी फिल्में: कैसे तोड़े रिकॉर्ड? 2024 की टॉप 5 फिल्मों पर एक नजर!
आप किस जेनरेशन का हिस्सा हैं? जानिए हर पीढ़ी की विशेषताएँ और योगदान
New Year साथ लाया नया युग, आज से पैदा हुए बच्चे होंगे ‘Generation Beta’ जानिए इसके अनोखे पहलू
New Year 2025: शराब पीने वालों के लिए खुशखबरी: ‘हवालात नहीं’, होटल छोड़ेंगे पुलिस वाले!
Baloda Bazar में रातों-रात अवैध पेड़ कटाई: प्रशासनिक लापरवाही या मिलीभगत?
धमाके की आवाज से कांप उठा छत्तीसगढ़ का ये गांव, जानिए स्कूल में क्या हुआ?
स्वस्थ रहें, फिट रहें! जानिए, उम्र के हिसाब से लड़कों का सही वजन कितना होना चाहिए?
पीएम आवास योजना: वास्तविक लाभ मिलना मुश्किल, अतिक्रमण से जूझता बलौदा बाजार
पटवारियों का बहिष्कार: भूमि रिकॉर्ड से लेकर संपत्ति पंजीकरण तक कामकाज ठप
CG JOB: कृषि सह परियोजना विभाग में लेखापाल सह डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर भर्ती, जानें आवेदन प्रक्रिया
हाईकोर्ट का निर्णय: बलात्कार पीड़िता को गर्भपात की मंजूरी, जानिए..
BJP का जबरदस्त विरोध प्रदर्शन, ईश्वर साहू के सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर बवाल
बलौदाबाजार: तुरतुरिया मे शव मिलने से मंचा हड़कंप, हत्या या आत्महत्या? पुलिस जांच में जुटी
छत्तीसगढ़ पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल: एसपी और 18 बटालियन अफसरों का ट्रांसफर, देखें पूरी लिस्ट
क्या भारत तैयार है वन नेशन, वन इलेक्शन के लिए? जानें इस विचार की पूरी कहानी