Chhattisgarh शिक्षकों पर गिरी गाज: लंबे समय से गायब रहने वाले लापरवाह शिक्षकों पर ताबड़तोड़ कार्यवाही, 16 कर्मचारियों की चल रही जांच जल्द होगी कार्यवाही
कलेक्टर के एक्शन से मचा हड़कंप: शिक्षा विभाग की तमाम सख्ती के बाद भी शिक्षक लापरवाही करने से बाज नहीं रहे हैं. स्कूलों में अब भी अटेंडेंस लगाकर गायब होने का सिलसिला चालू है. कही गायब होने की तो कभी शराब पीकर स्कूल आने की न जाने बलौदाबाजार जिले के ऐसे कितनो मामले सामने आए. बलौदाबाजार जिले से ऐसा मामला सामने आना कोई नयी बात नही है. शासकीय शिक्षकों की तरह तरह की हरकतें और करने हमेशा खबर की सुर्खियों में देखने मिलता रहता हैं.
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार कलेक्टर दीपक सोनी ने अब जिले में प्रशासनिक कसावट लाने कडा रूख अख्तियार किया है और लंबे समय से कार्य में अनुपस्थित व लापरवाह कर्मचारियों को पद से बर्खास्तगी की कार्यवाही प्रारंभ कर दिया है। ऐसे में शिक्षा विभाग में लंबे समय से अनुपस्थित चार शिक्षक व दो भृत्यों पर बर्खास्तगी की पहली कार्यवाही कलेक्टर के निर्देश पर जिलाशिक्षाअधिकारी हिमांशु भारतीय ने किया है।
शिक्षकों व भृत्यों की बर्खास्तगी की कार्यवाही
इस पूरे मामले में बलौदाबाजार भाटापारा जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय ने बताया कि ये लगभग चार वर्षों से लगातार अनुपस्थित थे और इन्हें नोटिस भी दिया गया था पर इनके द्वारा न ही कोई जवाब दिया गया और न ही उपस्थित हुए जिसपर जांच की गई और सत्यता पाये जाने पर कलेक्टर महोदय की अनुमति से सभी चार शिक्षक शिक्षिकाओं सहित दो भृत्यों को बर्खास्त किया गया है। और जिले में 23 लोगों का नाम है जिसकी जांच चल रही है इसमें 10 शिक्षा विभाग से है जिनपर कभी भी बर्खास्तगी कार्यवाही की जा सकती है।
शासकीय सेवा से बर्खास्त शिक्षक और भृत्य के नाम
- विकासखण्ड बलौदाबाजार के शासकीय प्राथमिक शाला पिपराही में पदस्थ सहायक शिक्षक ललिता रूपदास,
- शास.प्राथ. शाला पौसरी के सहायक शिक्षक ज्योत्सना सागरकर,
- शास.प्राथ.शाला खैरघटा के सहायक शिक्षक गीतांजली वर्मा,
- विकासखण्ड सिमगा के शास. प्राथ.शाला करहुल सहायक शिक्षक एल.बी गुपेन्द्र कुमार यादव
- शास.पूर्व माध्य.शाला डोटोपार भृत्यपवन कुमार ध्रुव,
- विकासखण्ड भाटापारा के शास. उच्च माध्य.विद्यालय करही बाजार के भृत्य मदन लाल टंडन शामिल है.
बिना अनुमति स्कूल से गायब रहने वाले शिक्षकों और चपरासियों का आदेश कॉपी देखने के लिए यहां क्लिक करे
जांच में पाई गई अनुशासनहीनता और लापरवाही
इस सभी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कार्य से पृथक कर दिया गया है. इन्होंने मूलभूत नियम 18 और छ.ग. सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के 3 नियमों समेत अवकाश नियम 7 के नियमों के का पालन ना करते हुए शासकीय कार्य में लापरवाही बरती है. लगातार मिल रही शिकायत के बाद जांच कार्रवाई में यह सभी नियमों के विरुद्ध अवकाश लेना और अनुशासनहीनता पाई गई, जिसके बाद उन्हें बर्खास्त किया गया है.