अवैध शराब कारोबार: बलौदाबाजार जिले के सोनाखान क्षेत्र में अवैध महुवा शराब की खेप बरामद हुई, जिससे पुलिस और आबकारी विभाग की लापरवाही उजागर हुई। जानें इस अवैध शराब कारोबार का भंडाफोड़, जांच, और कार्रवाई के बारे में।
केशव साहू, बलौदाबाजार: नए साल 2025 के पहले दिन, बलौदाबाजार जिले के सोनाखान क्षेत्र में एक बड़ी अवैध शराब तस्करी का मामला सामने आया है, जिससे पुलिस प्रशासन और आबकारी विभाग की लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस ने जंगल के भीतर एक स्थान पर अवैध महुवा शराब निर्माण का पर्दाफाश किया, जहां भारी मात्रा में महुवा पास (कच्ची महुवा शराब बनाने का सामान) बरामद किया गया। यह खेप लाखों रुपये की बताई जा रही है और पुलिस का मानना है कि यह अवैध शराब माफिया के बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।
सोनाखान में शराब माफिया का भंडाफोड़
मामला तब सामने आया जब पुलिस को सूचना मिली कि सोनाखान के जंगल में अवैध शराब बनाने का धंधा चल रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस को सोनाखान क्षेत्र के जंगलों में अवैध शराब निर्माण की सूचना मिली थी। पुलिस टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और वहां एक बड़ा अवैध शराब निर्माण अड्डा पकड़ा। इस अड्डे पर भारी मात्रा में महुवा पास पाया गया, जिसे कच्ची महुवा शराब बनाने में उपयोग किया जाता है। पुलिस के मुताबिक, यह महुवा पास कई महीने की तस्करी का नतीजा था और इसके जरिए क्षेत्र में कच्ची शराब का बड़ा कारोबार चल रहा था।
सोनाखान पुलिस चौकी पर सवाल
यह बात सबसे चौंकाने वाली है कि जिस जगह से अवैध शराब का अड्डा पकड़ा गया, वह सोनाखान पुलिस चौकी से महज कुछ ही दूरी पर स्थित था। यह एक गंभीर सवाल उठाता है कि आखिरकार पुलिस और आबकारी विभाग को इस अवैध शराब निर्माण की गतिविधियों का पता क्यों नहीं चला। क्षेत्र में ऐसी गतिविधियों के बावजूद पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों ने कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं की, यह एक बड़ा प्रश्न बनकर उभरा है।
आबकारी विभाग पर भी उठे सवाल
इस मामले में पुलिस की सक्रियता पर तो सवाल उठ रहे हैं ही, साथ ही आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लग गए हैं। स्थानीय लोग और कुछ सामाजिक संगठनों ने आरोप लगाया है कि आबकारी विभाग ने लंबे समय से इस अवैध शराब के कारोबार पर नजर नहीं रखी और उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। इसके कारण इस कारोबार को फलने-फूलने का मौका मिला। लोग आश्चर्यचकित हैं कि क्या विभाग ने जानबूझकर इस व्यापार को नजरअंदाज किया है, या फिर यह लापरवाही का परिणाम है।
एसडीओपी ने लिया संज्ञान
घटना की जानकारी मिलने के बाद एसडीओपी (सहायक पुलिस अधीक्षक) कमल किशोर वासनिक मौके पर पहुंचे और उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि पुलिस की टीम लगातार जांच कर रही है और अवैध शराब के कारोबार में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चलाया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह अवैध शराब निर्माण नेटवर्क एक बड़े माफिया से जुड़ा हो सकता है, जो क्षेत्र में महुवा पास की तस्करी और अवैध शराब निर्माण का कारोबार चला रहा था।
घटना के बाद एसडीओपी कमल किशोर वासनिक मौके पर पहुंचे और पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी। एसडीओपी ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में गहरी जांच शुरू कर दी है और जल्द ही अवैध शराब के कारोबार में शामिल मुख्य आरोपियों को पकड़ने के लिए ऑपरेशन चलाया जाएगा। पुलिस को शक है कि यह एक बड़ा अवैध शराब तस्करी और निर्माण का नेटवर्क हो सकता है, जो बड़े पैमाने पर क्षेत्र में सक्रिय था।
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