Kalinga University : कलिंगा यूनिवर्सिटी में अव्यवस्था का आलम, प्रवेश पत्र लेकर मुख्य द्वार पर भटक रहे थे छात्र, शुरू हो चुकी थीं परीक्षा
Chhattisgarh Talk / आर्ची जैन / रायपुर : परीक्षाओं का दौर शुरू हो गया है। आज कई विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में परीक्षा का पहला दिन रहा । इस समय में जहां विद्यार्थी परीक्षा को लेकर चिंतित रहते ही हैं वहीं शैक्षणिक संस्थान की आंतरिक व्यवस्था अगर बेतरतीब हो तो यह समस्या और बढ़ जाती हैं। ऐसा ही मामला देखने को मिला। अकसर चर्चा में रहने वाली कलिंगा यूनिवर्सिटी में जहां छात्रों की भीड़ मुख्य द्वार पर देखने को मिली। आलम यह था की परीक्षाएं अंदर शुरू हो चुकी थीं और छात्र आवेदन लिख रहे थे और मुख्य द्वार से अनुमति मिलने के बाद परीक्षा हाल में प्रवेश की अनुमति हेतु प्रशासकीय दफ्तर के चक्कर काट रहे थे। वजह थी कि, वे अपना परिचय पत्र या तो साथ नही ला पाए थे या तो उनका परिचय पत्र बना ही नहीं था।
बहरहाल सभी के पास एडमिट कार्ड मौजूद थे लेकिन विश्विद्यालय प्रशासन ने प्रवेश पर रोक लगा रखी थी , छात्रों को प्रवेश के लिए एक आवेदन लिखने को कहा गया जिसके बाद उन्हें विश्वविद्यालय में भीतर जाने की अनुमति मिली। परंतु इस प्रक्रिया में बहुतायत विद्यार्थी परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे बाद पहुंचे । जब छात्रों से इस संबंध में बात की गई तब छात्रों ने बताया कि, उनके इस आधे घंटे में हुई क्षति की भरपाई ना तो विश्वविद्यालय प्रशासन ने की और ना ही उन्हें कोई अतिरिक्त समय दिया गया।
छात्रों का कहना है कि, उनके द्वारा ईआरपी दिखाने और प्रवेश पत्र होने के बावजूद भी उन्हें भीतर नहीं जाने दिया गया। जिसके चलते उन्हें नाहक परेशानी हुई, जबकि इसकी कोई आत्यंतिक आवश्यकता थी ही नहीं। अगर अपने द्वारा प्रवेश पत्र को विश्विद्यालय प्रमाणित नहीं मानता तो इस बात का क्या आधार है कि, अनुचित प्रवेश हेतु परिचय पत्र भी कूटरचित नही हो सकतें ?
अब ऐसे में यह प्रश्न उठता है कि, अगर प्रवेश पत्र के साथ विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही हैं तो यह प्रवेश पत्र जारी किसलिए किए गए हैं। भले ही विश्वविद्यालय प्रबंधन सुरक्षा और अनुशासन बनाए रखने का हवाला देता हो लेकिन कलिंगा यूनिवर्सिटी की पृष्ठभूमि जग जाहिर है और इस प्रकार के सतही उपायों से विवाद पर कोई बंदिश तो दिखाई नहीं देती बल्कि विद्यार्थियों को बेवजह परेशानियों का सामना करना पड़ता है।