छत्तीसगढ़ टॉक डॉट कॉम की खबर का असर, राजस्व मंत्री वर्मा के गृह जिले में आदिवासी बच्चो के साथ अत्याचार, शिक्षक ने की छात्रा से छेड़छाड़ यह कैसी शिक्षा? FIR और अब कार्रवाई

भाजपा सरकार में आदिवासियों पर अत्याचार, आदिवासी बच्चों के लिए खोले गए एकलव्य विद्यालय में छात्रा से छेड़खानी, एफआईआर और अब कार्रवाई
भाजपा सरकार में आदिवासियों पर अत्याचार, आदिवासी बच्चों के लिए खोले गए एकलव्य विद्यालय में छात्रा से छेड़खानी, एफआईआर और अब कार्रवाई

छत्तीसगढ़ टॉक डॉट कॉम की खबर का असर, राजस्व मंत्री वर्मा के गृह जिले में आदिवासी बच्चो के साथ अत्याचार, शिक्षक ने की छात्रा से छेड़छाड़ यह कैसी शिक्षा? FIR और अब कार्रवाई

आदिवासी बच्चों के लिए खोले गए एकलव्य विद्यालय में छात्रा से छेड़खानी, एफआईआर और अब कार्रवाई

केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा आदिवासी विद्यार्थियों को उत्कृष्ट शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए एकलव्य विद्यालय की स्थापना की गई हैं, जिससे आर्थिक तौर असक्षम, वंचित वर्ग के बच्चों को आवसीय सुविधा के साथ अध्ययन के लिए बेहतरीन माहौल मिल सके, यूँ तो एकलव्य विद्यालय की व्यवस्था लंबे समय से अख़बार की सुर्खियों में रहते है कभी भोजन व्यवस्था तो कभी एकलव्य के प्रबंधन को लेके। वही विभाग के प्रमुख सहायक आयुक्त के उदासीन रवैये के कारण एकलव्य मे प्रवेशित छात्रों डरे सहमे कमजोर अनुभव कर रहे है विभाग के अधिकारी के निष्क्रियता से एकलव्य स्कूल दो-तीन दिनो से बंद है।

छत्तीसगढ़ टॉक डॉट कॉम ने उठाया मुद्दा, जब जिम्मेदारों को पूछा तो ये मिला जवाब?

बता दे कि यह पूरी घटना 14 सितंबर को होना बताया गया हैं और आज 20 सितम्बर होने जा रहा हैं इसकी जानकारी प्राचार्य को भी थी प्राचार्य ने जिम्मदार अधिकारियों को जानकारी भी दिया बावजुद इसके जिले के तमाम जिम्मेदार अधिकारी कुम्भकरणी नींद में सोए थे, यहाँ तक चौकी प्रभारी तक को पता नही, कहि न कही किसी बड़े लोगो का दबाव था जिसके चलते जानकारी के बाद भी जिम्मेदारों ने कार्यवाही नही की, जैसे ही जानकारी मिली छत्तीसगढ़ टॉक डॉट कॉम ने इस मामले को गंभीरता से लिया और मौके पर पहुँच पड़ताल किया साथ ही जिम्मेदारों से इस मामले की आधिकारिक पुष्टि के लिए विभाग के अधिकारी सहायक आयुक्त लोकेश्वर पटेल से पिछले दो दिनो से फ़ोन के माध्यम से जानना चाहा किन्तु उनके द्वारा फ़ोन नहीं रिसीप नहीं किया गया। वही इस सम्बन्ध मे क्षेत्र के तहसीलदार से मामले की जानकारी के लिए फ़ोन से संपर्क करना चाहा किन्तु उनके द्वारा फ़ोन रिसिप करना मुनासिब नहीं समझा। वही सोनाखान के थाना प्रभारी में जानकारी मांगी गई तो उनका कहना था इस मामले मे मुझे कोई लिखित शिकायत प्राप्त नहीं हुआ है और इस मामले मे मै कुछ नहीं कह सकता हुँ ऐसा जवाब सुनने मिला।

आदिवासी बच्चों के लिए खोले गए एकलव्य विद्यालय में छात्रा से छेड़खानी

स्वतंत्रता संग्राम में छत्तीसगढ़ से अपनी जान की पहली आहुति देने वाले शहीद वीर नारायण सिंह की जन्मस्थली सोनाखान में स्थापित एकलव्य विद्यालय में पढ़ने वाली छात्राओं से छेड़छाड़ और बैड टच का मामला सामने आया है। छेड़छाड़ करने वाला कोई और नहीं बल्कि विद्यालय में पदस्थ शिक्षक ही है। मामले में पुलिस कार्यवाही करते हुए आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर ली है।

आदिवासी समाज को दिशा देने और उन्हें बेहतर विकास के लिए सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में सरकार भले ही काम कर रही हो, लेकिन सरकारी कर्मचारी अधिकारी इस दिशा में बिल्कुल भी चलते दिखाई नहीं दे रहे हैं। ऐसा ही एक ताजा उदाहरण एकलव्य विद्यालय सोनाखान में दिखाई दिया। आदिवासी छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा के लिए अच्छी बुनियादी सुविधा के साथ पढ़ाई का माहौल देने के लिए सरकार ने बलौदा बाजार के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र सोनाखान में एकलव्य आवासीय विद्यालय खोला और शिक्षकों की नियुक्ति की, लेकिन शिक्षक शिक्षा देकर छात्र-छात्राओं को सही मार्ग पर लाने की जगह खुद ही गलत मार्ग पर भटक रहे हैं। आदिवासी छात्रा के साथ यहां छेड़खानी का मामला अब एक बार फिर सामने आया है।

संसाधन और आर्थिक रूप से पिछड़े समाज को बेहतर सुविधा देने की दिशा में केंद्र और राज्य सरकारें काम कर रही हैं। वहीं दूसरी ओर सरकारी अधिकारी सरकार की योजनाओं और क्रियान्वयन पर बट्टा लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। मामला बलौदा बाजार जिले की सोनाखान तहसील में आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े आदिवासी समाज के बच्चों को मुख्य धारा में लाने के लिए एकलव्य आवासीय विद्यालय का निर्माण किया गया है।

छात्र-छात्राएं स्कूल आना ही बंद कर दिए

इस विद्यालय में छात्र-छात्राएं निवास कर पढ़ाई कर रहे हैं। शिक्षा देने वाले गुरुओं को वैसे तो देवतुल्य और ईश्वर से भी पहले रखा जाता है, लेकिन यहां के गुरुओं का काम दैत्य से कम नहीं दिखाई दे रहा है। बताया जा रहा है कि 2 दिन पहले एकलव्य विद्यालय में पढ़ने वाली छात्रा के साथ ऐसे ही एक शिक्षक संजय पटेल जो कि विद्यालय में आश्रम लाइब्रेरियन के पद पर कार्यरत है द्वारा छेड़छाड़ की घटना को अंजाम दिया। इससे दहशत में छात्र-छात्राएं स्कूल आना ही बंद कर दिए। स्कूल बंद होने की जानकारी मीडिया के माध्यम से अधिकारियों को हुई, साथ ही छेड़छाड़ का भारी विरोध देखकर भी विभागीय अधिकारी मौके पर जांच के लिए नहीं पहुंचे, न ही करवाई की। यहां तक कि विद्यालय के प्राचार्य की लिखित शिकायत पर सोनाखान पुलिस एफआईआर तक दर्ज नहीं की।

छत्तीसगढ़ टॉक डॉट कॉम ने उठाया पीड़ित आदिवासी बच्चो की आवाज, नीचे लिंक पर पढ़े खबर👇👇

एकलव्य स्कूल दो दिन से बंद, एकलव्य आवासीय विद्यालय में हुआ छात्रा के साथ छेड़छाड़, डरे सहमे कमजोर अनुभव कर रहे छात्र

छत्तीसगढ़ टॉक डॉट कॉम ने दिखाई सच्चाई तब जगा प्रसासन

हमारे छत्तीसगढ़ टॉक डॉट कॉम में खबर प्रकाशित होने के बाद सूचना जिला प्रशासन तक पहुंची तब तहसीलदार मौके पर पहुंचे और अपनी रिपोर्ट दी। इसके बाद कार्यवाही करने का निर्णय लिया। वहीं पुलिस मामले में आरोपी शिक्षक संजय पटेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर अब आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार की है। इस संबंध में कसडोल एसडीओपी कौशल किशोर वासनिक ने बताया कि छात्राओं की शिकायत पर प्राचार्य ने थाने में शिकायत की थी जिस पर एफआईआर दर्ज कर आरोपी शिक्षक जो कि लाइब्रेरियन है को हिरासत में लिया गया है।

पहले भी हो चुकी है यहां घटनाएं

एकलव्य विद्यालय में छेड़छाड़ की यह पहली घटना नहीं है इससे पहले भी यहां पर छात्र-छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं हो चुकी है। इतना ही नहीं विद्यालय द्वारा लापरवाही पर बरतने का मामला पहले भी प्रकाश में आया था। तब तत्कालीन कलेक्टर ने विद्यालय की दो अधिक्षकाओं पर कार्रवाई किया था।

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