gross negligence in CG : खनिज विभाग की बड़ी लापरवाही आई सामने जब्त कलेक्टर परिसर से हाइवा हुआ गायब
आखिर निगरानी की जिम्मेदारी किसकी?
अवैध काम करने वाले लोगों का हौसला इतना बुलंद कैसे?
Chhattisgarh Talk / बलौदाबाजार : अब तक आपने आबकारी विभाग की लापरवाही देखी होगी जिसमें आबकारी विभाग की कार्यवाही में आरोपी गायब हो जाते हैं सिर्फ अवैध शराब पकड़ी जाती हैं लेकिन आरोपी गायब हो जाता हैं ताजा मामला ठीक उसी प्रकार का मामला बुधवार को बलौदाबाजार खनिज विभाग में देखने को मिली। यहाँ कलेक्टोरेट परिसर से हाइवा ही गायब हो गया. जिले में चल रहे निर्वाचन की पूरी देखरेख की जा रही है। बावजूद इसके यहां पर सुरक्षा व्यवस्था में सेंध लगना पूरे जिले की चाक चौबंद व्यवस्था और खनिज विभाग पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब सवाल ये उठता हैं कि जिला कलेक्टर कार्यालय परिसर में सुरक्षा नही है तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि बलौदाबाजार-भाटापारा जिले का क्या हाल होगा! Big negligence of Mineral Department
बलौदा बाजार में खनिज विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। विधानसभा चुनाव को देखते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी और कलेक्टर चंदन कुमार के निर्देश पर विभागों के द्वारा अवैध गतिविधियों पर कार्रवाई की जा रही हैं। इसी क्रम में अवैध खनिज परिवहन की सूचना पर खनिज विभाग ने जिला मुख्यालय से लगे ग्राम पंचायत पनगांव में देर रात अवैध खनिज परिवहन करते एक हाइवा जब्त किया। सुरक्षा दृष्टिकोण से हाइवा को जब्त कर कलेक्टोरेट परिसर में हाइवा को रखा गया था। लेकिन अगले दिन सुबह खनिज विभाग के अधिकारियों को सूचना मिली कि जब्त हाइवा गायब है। अनानन फानन में खनिज इंस्पेक्टर ने कार्रवाई के लिए कोतवाली थाना में शिकायत की है। Big negligence of Mineral Department
बता दें कि कलेक्टोरेट परिसर से हाइवा गायब होने पर अब पूरे क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो रहा है। बलौदा बाजार के कलेक्टोरेट परिसर में न सिर्फ खनिज विभाग बल्कि कलेक्टर, एसपी, जिला पंचायत समेत जिला निर्वाचन का भी कार्यालय है। इतना ही नहीं यहीं से जिले में चल रहे निर्वाचन की पूरी देखरेख की जा रही है। बावजूद इसके यहां पर सुरक्षा व्यवस्था में सेंध लगना पूरे जिले की चाक चौबंद व्यवस्था और खनिज विभाग पर सवाल खड़े कर दिए हैं। Big negligence of Mineral Department
वहीं इस संबंध में कोतवाली प्रभारी अमित तिवारी ने घटना की जानकारी देते हुए पुलिस द्वारा घटना की जांच करने की जानकारी दी है। आपको बता दें कि जिला खनिज अधिकारी के के बंजारे है।
मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम पनगांव के पास खनिज विभाग ने रेत से भरी ट्रक जब्त कर कलेक्टर परिसर में लाकर खड़ा किया था, जो गायब हो गया है। यह ट्रक कौन ले गया, यह अभी तक पता नहीं चला है. वहीं खनिज विभाग की कार्रवाई पर प्रश्नचिन्ह तो खड़ा कर ही रहा है, लेकिन कलेक्टर परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी प्रश्नचिन्ह खड़ा करता नजर आ रहा है कि चुनाव आचार संहिता के समय यह ट्रक गायब कैसे हो गई. साथ ही खनिज विभाग की भी लापरवाही सामने आ रही है
खनिज विभाग से एक आवेदन आया है कि रेत से भरी ट्रक को अज्ञात व्यक्ति ले गया है. इसकी पतासाजी की जा रही है. फिलहाल अभी तक ट्रक का पता नहीं चला है – कोतवाली थाना प्रभारी अमित तिवारी
अवैध रेत और बालू का खनन होते हुए सबसे बड़ा सवाल है कि जब बलौदाबाजार जिले के तमाम रेत और बालू घाट बंद है तो जिले में लगातार विकास योजनाएं जैसे सड़क, पुल-पुलिया, भवन आदि की निविदा अरबों रुपये का क्यों हो रही है। अगर निविदा व विकास कार्य हो भी रहा है तो रेत और बालू कहां से आ रहा है. संदेह है कि एमबी बूक बिना चलान के कैसे हो रहा है?? निविदा के इस्टिमेट में रेत, बालू, गिट्टी, ईट कितने दूरी से उपलब्ध होगा उसका उल्लेख होता है. ऐसे में बालू के लिये कितनी दूरी का उल्लेख हो रहा है. यह सारा मामला विवादों में निरंतर रह रहा है।
जिला कलेक्टर कार्यालय में चार IAS और साथ ही SSP भी बैठते हैं कार्यालय के सभी तमाम अधिकारी जिला कार्यालय में बैठते हैं
आखिर निगरानी की जिम्मेदारी किसकी?
अवैध काम करने वाले लोगों का हौसला इतना बुलंद कैसे?