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FIR lodged against EX CM Bhupesh Baghel: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर दर्ज हुआ FIR, जानिए क्या है पूरा मामला

FIR lodged against EX CM Bhupesh Baghel: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर दर्ज हुआ FIR, जानिए क्या है पूरा मामला
FIR lodged against EX CM Bhupesh Baghel: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर दर्ज हुआ FIR, जानिए क्या है पूरा मामला

FIR lodged against EX CM Bhupesh Baghel: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर FIR दर्ज हुई है, ये एफआईआर महादेव सट्टा ऐप मामलें में हुई है. महादेव ऐप सट्टा मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ EOW ने केस दर्ज किया है, रायपुर की आर्थिक अपराध शाखा ने इस केस में छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल सहित 19 नामजद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है.

ईडी ED के खुलासे के आधार पर तैयार की गई चार्जशीट

सूत्रों के मुताबिक यह बताया जा रहा है कि ईडी के आरोपों और कोर्ट में पेश की गई चार्जशीट के आधार पर ईओडब्ल्यू और एसीबी ने एफआईआर दर्ज किया है. इससे पहले ईडी ने खुलासा किया था कि कैश कोरियर असीम दास के बयान पर ईडी ने कोर्ट में चार्जशीट पेश की थी. अब उसी आधार पर राज्य की जांच ऐजेंसी ने यह एफआईआर दर्ज की है.

FIR lodged against EX CM Bhupesh Baghel: सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी, 34, 406, 420, 467, 468 और 471 के तहत केस दर्ज किया गया है, भूपेश बघेल और 21 अन्य के खिलाफ 4 मार्च को मामला दर्ज किया गया था.

FIR lodged against EX CM Bhupesh Baghel: एफआईआर FIR के मुताबिक महादेव बुक ऐप के प्रमोटर्स रवि उप्पल, शुभम सोनी, सौरभ चंद्राकर, अनिल कुमार अग्रवाल के द्वारा विभिन्न लाईव गेम्स में अवैध स‌ट्टेबाजी के लिये ऑफ लाईन स‌ट्टेबाजी के स्थान पर विकल्प के रूप में ऑनलाईन प्लेटफॉर्म का निर्माण कर वाट्सएप, फेसबुक, टेलीग्राम जैसे माध्यमों से विभिन्न वेबसाईट के जरीए स‌ट्टा खिलाया जाता था, इन प्रमोटर्स द्वारा ऑनलाईन बैटिंग के लिए विभिन्न प्लेटफार्म तैयार कर पैनल ऑपरेटरों / ब्रांच संचालकों के माध्यम से ऑनलाईन बैटिंग का काम किया गया, जिसमें मिलने वाली अवैध कमाई से लगभग 70 से 80% राशि स्वयं रखकर, शेष राशि पैनल ऑपरेटरों को दिया जाता था.

“छत्तीसगढ़ में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने ईडी द्वारा सौंपी गई जांच रिपोर्ट के आधार पर कथित महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है. ईडी एक साल से अधिक समय से महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रहा है. राज्य की आर्थिक अपराध शाखा/भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को सौंपी गई अपनी रिपोर्ट के आधार पर, 4 मार्च को यहां ईओडब्ल्यू पुलिस स्टेशन में बघेल और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. कांग्रेस नेता भूपेश बघेल और ऐप के प्रमोटरों रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर, शुभम सोनी और अनिल कुमार अग्रवाल के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज किया गया है. इसके अलावा 14 अन्य को एफआईआर में आरोपी के रूप में नामित किया गया है. इस केस में कई नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों और ओएसडी को भी आरोपी बनाया गया है. भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है. जिसमें 120बी, 420 और 471 के तहत केस फाइल किया गया है”: EOW के अधिकारी

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FIR lodged against EX CM Bhupesh Baghel: शिकायत में दावा है कि साल 2020 में लॉक डाउन के बाद से ऑनलाईन सट्टा खिलाकर लगभग 450 करोड़ रू मासिक की अवैध कमायी की गयी, महादेव बुक एप के प्रमोटर्स की तरफ से इन राशि को कई कंपनियों, शैल कंपनियों एवं शेयर मार्केट में निवेश किया गया है.

महादेव एप में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के FIR पर राजनादगांव लोकसभा भाजपा प्रत्यशी संतोष पांडेय ने किया X ट्विटर पर वार

FIR lodged against EX CM Bhupesh Baghel: शिकायत के मुताबिक महादेव एप के खिलाफ कार्रवाई रोकने के लिए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों तथा प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्तियों को प्रोटेक्शन मनी दिया गया, यह प्रोटेक्शन मनी की राशि हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से राशि वितरण करने वाले पुलिस अधिकारी एवं कर्मधारी तक पहुंचती थी, जिसे उनके द्वारा संबंधित पुलिसविभाग और प्रशासनिक अधिकारियों तथा प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्तियों को वितरीत की जाती थी, विभिन्न पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी एवं प्रभावशाली राजनीतिक व्यक्तियों द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए प्रोटेक्शन मनी के रूप में अवैध आर्थिक लाभ प्राप्त किया गया.

भूपेश बघेल ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया: इससे पहले नवंबर 2023 में जब भूपेश बघेल का इस केस में नाम आया था. तब उन्होंने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया था. भूपेश बघेल कई मंचों पर इस मामले में अपना बयान दे चुके हैं और इसे राजनीतिक दुर्भावना से की गई कार्रवाई बता चुके हैं.आपको बता दें कि भूपेश बघेल को कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में राजनांदगांव से अपना उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में उनके खिलाफ महादेव सट्टा एप केस में एफआईआर उनकी मुश्किलें बढ़ा सकता है.

 

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