प्रशासन को एक दिन का दिया समय अगर लिखित में प्रशासन निरस्तीकरण नही करती तो करेंगे आंदोलन रोकेंगे रेल
Chhattisgarh Talk / असीम पाल /दंतेवाड़ा : दंतेवाड़ा के भांसी में को मंगलवार CMDC, NMDC का आदिवासियों ने जम कर विरोध कर दिया । बता दे भांसी में लोक सुनवाई 12 सितम्बर को रखी गई थी। लेकिन ग्रामीण इसका पहले से ही विरोध कर रहे थे। बता दें कि 12 सितम्बर को जन सुनवाई ग्रामीणों एवं NMDC CMDC के बीच रखी गई थी। NMDC के तरफ से जन सुनवाई के लिए सभी तैयारियां की जा चुकी थी। एनएमडीसी आईटीआई मैदान भांसी में भव्य रूप से जन सभा के लिए पंडाल लग चुकी थी । सुबह 11 बजे जन सुनवाई का कार्यक्रम रखा गया था। सुबह हजारों की संख्या में पहुचे ग्रामीणों ने बैलाडीला लौह अयस्क निक्षेप 1 से 4 नंबर की लोकसुनवाई का विरोध कर दिया।
आदिवासी विरोध करने रोड में उतर गए किया चक्का जाम
हजारों की संख्या में विरोध करने पहुचे आदिवासी रोड में उतर गए एवं चक्का जाम कर दिया । उनका कहना था कि खून देंगे परन्तु जमीन नही देगें। सीएमडीसी , एनएमडीसी के विरोध करते हुए सरकार , प्रशासन के लिए जम कर मुर्दा बाद के नारे लगाए गए। कहा भांसी में डिपॉजिट 4 का प्लांट हमे नही चाहिए। यहाँ प्लांट खुलता है तो पर्यावरण प्रदुषित हो जायेगा जल जंगल जमीन पुरी तरह से नष्ट हो जाएगा । हमारे पूर्वज इसे बचाते आए हैं। और हम भी इसे बचाएँगे और इनकी रक्छा करेंगे। इस बात में अड़कर आदिवासी घंटो तक रोड पर बैठे हुए थे। बता दें कि मंगलवार 12 सितम्बर को 11 घंटे तक ग्रामीणों ने चक्का जाम किया था
ग्रामीणों की मांग है प्रशासन लिखित में दे जन सुनवाई निरस्त की जाती है तो हम रोड से हट जाएंगे
आदिवासियों की मांग है कि जो जन सुनवाई रखी गई थी उसे हम निरस्त करते हैं तो हम चले जायेंगे। लेकिन प्रशासन द्वारा कोई भी किसी तरह से ध्यान नही दिया जा रहा है। इधर दल बदल के साथ पहुचे पुलिस एवं डीआरजी जवानों ने मोर्चा संभाले हुए हैं।
इधर आदिवासियों ने रोड में चक्का जाम करने से कई गाड़ियों की लंबी कतारें लगी
आदिवासीयो द्वारा रोड में चक्का जाम करने से गाड़ियों की लंबी कतारें लगी हुई थी ।दर्जनों यात्री बस ट्रक कार जैसे कई गाड़िया फसी हुई । बस के यात्रियों को बहुत परेशानी उठानी पड़ी । इधर यात्री अपने परिवार छोटे बच्चों के साथ फसे हुए थे। घंटे भर से बस इंतजार था कब जाम खुले और कब घर पहुचे।
भाजपा कि परिवर्तन यात्रा के दिन ही लोकसुनवाई रखी गई थी इसके पीछे की वजह साफ है कि ग्रामीण एकत्र ना हो सके। बावजूद इसके अंदरूनी इलाके के ग्रामीणों ने हल्ला बोला। एनएमडीसी ने जिस जगह का लोकसुनवाई के लिए चयन किया था, ग्रामीण वहा गए ही नही। ग्रामीणों ने कहा जिन पंचायतों पर सीधा असर पड़ना है वे ही शामिल नहीं है तो ऐसी लोकसुनवाई का क्या मतलब है। इस लिए प्रशासन लिख कर दे आसपास की पंचायतों की उपस्थिति में ही सुनवाई हो और ग्राम सभा हो। इस बार फर्जी तरीके से कुछ नही होने देंगे।
ये थी एनएमडीसी और प्रशासन को खुली चुनौती
ग्रामीणों ने प्रशासन को एक लेटर दिया है कि अगर दो दिन के अंदर भांसी डिपॉजिट 4 की जन सुनवाई को निरस्त नही करती है तो भांसी से बचेली मुख्य मार्ग एवं केके रेल लाइन को बाधित करेंगे। जिसके लिए प्रशासन जिमेदार होगा।
ग्रामीणों ने एसडीएम बड़े बचेली विवेक चंद्रा को यह पत्र दिया है।
जिसके ग्रामीण रोड से हट गए रात 12 बजे बचेली दंतेवाड़ा रोड बहाल हो पाया है।