“कलेक्टोरेट को अंदर से तोड़ आओ” कांग्रेस विधायक का उकसाने वाला बयान वायरल

कलेक्टोरेट तोड़फोड़ बयान वायरल (Congress MLA Uttari Jangde's controversial statement goes viral)
कलेक्टोरेट तोड़फोड़ बयान वायरल (Congress MLA Uttari Jangde's controversial statement goes viral)

कलेक्टोरेट तोड़फोड़ बयान वायरल: सारंगढ़ विधायक उत्तरी जांगड़े का विवादित बयान छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मचा रहा है। बीजेपी ने कांग्रेस पर राज्य में अराजकता फैलाने का आरोप लगाया, जबकि कांग्रेस ने इस पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। पढ़ें पूरी खबर!

रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले क्षेत्र से कांग्रेस विधायक उत्तरी जांगड़े का एक विवादित बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस बयान में वह अपने समर्थकों को कलेक्टोरेट कार्यालय में तोड़फोड़ करने के लिए उकसा रहे हैं। वीडियो में जांगड़े स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि अगर प्रशासन उनकी मांगों को नजरअंदाज करता है, तो उन्हें कलेक्टोरेट में तोड़फोड़ करने के लिए कहा जाए, और यह तोड़फोड़ न केवल बाहर से बल्कि अंदर से भी करनी चाहिए।

कांग्रेस विधायक का उकसाने वाला बयान वायरल “कलेक्टोरेट तोड़फोड़ बयान”

इस बयान ने प्रदेश की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है, जिसमें बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी पर राज्य में अराजकता फैलाने का आरोप लगाया है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस के नेता प्रशासन और सरकार के खिलाफ हिंसक उकसावे का काम कर रहे हैं, जिससे राज्य की शांति और व्यवस्था को खतरा हो सकता है। बीजेपी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल X पर बयान जारी करते हुए कहा गया, “क्या यही है कांग्रेस के संस्कार? क्या यही है वह तरीका जिससे कांग्रेस प्रदेश की शांति और व्यवस्था को भंग करने का प्रयास कर रही है?”

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कांग्रेस विधायक का कलेक्टोरेट तोड़फोड़ बयान: “कलेक्टोरेट तोड़कर आना है, अंदर से भी तोड़फोड़ करके आना है”

वाईरल वीडियो में जांगड़े का बयान स्पष्ट रूप से दिखता है, जहां वह अपने समर्थकों से कलेक्टोरेट कार्यालय में तोड़फोड़ करने के लिए कह रहे हैं। यह वीडियो उस समय का है जब सारंगढ़ में एक धरना प्रदर्शन और कलेक्टोरेट घेराव चल रहा था। कांग्रेस विधायक उत्तरी जांगड़े ने प्रदर्शनकारियों को प्रशासन के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई करने की बात कही और इस तरह की हिंसक कार्रवाई को सही ठहराया। उनके बयान को कई लोग प्रशासन और सरकारी दफ्तरों के खिलाफ उकसाने की कोशिश मान रहे हैं।

बीजेपी का आरोप: कांग्रेस पर हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप

बीजेपी ने जांगड़े के बयान को प्रदेश की शांति के लिए खतरे का संकेत बताया। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा, “यह बयान साफ तौर पर एक प्रयास है राज्य में अशांति फैलाने का। कांग्रेस के नेता इस तरह के बयान देकर लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं, जो राज्य की लोकतांत्रिक और सांप्रदायिक व्यवस्था के खिलाफ है।” बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया है कि कांग्रेस ऐसी घटनाओं के जरिए राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश कर रही है।

बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल X पर लिखा, प्रदेश में कांग्रेस किस तरह लोगों को भड़का रही है। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस विधायक उत्तरी जांगड़े अपने भाषण में लोगों को कलेक्टर ऑफिस में तोड़-फोड़ करने के लिए उकसा रही है। क्या यही है कांग्रेस के संस्कार जो प्रदेश की शांत फिज़ा में जहर घोलने का काम कर रही है। यह भाजपा की सरकार बनने के बाद पहली बार नहीं हैं और भी ऐसे बहुत सारे कुकृत्य कांग्रेस लगातार कर रही है।

https://x.com/BJP4CGState/status/1868983934261846331?t=JIJocRS10rRuXVrnM_5isg&s=19

बीजेपी ने वीडियो को साझा करते हुए कहा, “क्या यही है कांग्रेस के संस्कार जो प्रदेश की शांति और व्यवस्था को भंग करने का प्रयास कर रही है?” इस बयान के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लिया और इस मुद्दे को प्रदेश की शांतिपूर्ण स्थिति के लिए खतरा बताया।

“कलेक्टोरेट तोड़फोड़ बयान” पर कांग्रेस पार्टी ने अभी तक नहीं दी कोई आधिकारिक जवाब

कांग्रेस पार्टी की ओर से अभी तक इस विवादित बयान पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। हालांकि, पार्टी के कुछ स्थानीय नेता इस पर चुप्पी साधे हुए हैं, और वे इसे राजनीतिक उकसावे का हिस्सा मानते हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस के कुछ नेताओं ने कहा कि यह बयान एक राजनीतिक बयान हो सकता है, लेकिन उन्होंने इस पर विस्तार से कुछ भी कहने से परहेज किया। पार्टी के उच्च नेतृत्व की ओर से इस मामले में कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा की जा रही है।

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क्या ‘कलेक्टोरेट तोड़फोड़ बयान’ विवाद छत्तीसगढ़ की राजनीति को गर्म करेगा?

इस विवाद ने छत्तीसगढ़ की राजनीतिक स्थिति में तूल पकड़ा है। बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है, और दोनों दल एक-दूसरे पर निशाना साधते हुए इस मुद्दे पर बहस कर रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बयान का प्रदेश की शांति व्यवस्था पर क्या असर पड़ेगा और क्या यह राजनीतिक माहौल को और गर्म कर सकता है।

स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने इस मामले में गंभीरता दिखाई है। कलेक्टोरेट घेराव और तोड़फोड़ की अपील करने के मामले में जांच शुरू कर दी गई है। यदि जांगड़े के बयान के आधार पर कोई गैरकानूनी गतिविधि होती है तो इसके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।

कलेक्टोरेट तोड़फोड़ बयान: राजनीतिक विशेषज्ञों की राय

राज्य के कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के बयान राजनीतिक उद्देश्यों के लिए दिए जाते हैं। उनका कहना है कि इस तरह के बयान विरोधी दलों को उकसाने का काम करते हैं, और यह जनता के बीच विवाद पैदा करने का एक तरीका हो सकता है। कुछ विश्लेषकों का यह भी मानना है कि इस बयान से कांग्रेस को कोई बड़ी राजनीतिक राहत नहीं मिलने वाली है, क्योंकि यह बयान पार्टी की छवि को और खराब कर सकता है।

क्या कांग्रेस इसे राजनीतिक साजिश मानेंगी?

जैसे-जैसे यह विवाद बढ़ेगा, यह सवाल भी उठेगा कि क्या कांग्रेस इसे एक राजनीतिक साजिश मानते हुए खारिज कर देगी या फिर अपने विधायक के बयान का समर्थन करेगी। पार्टी नेतृत्व को अब यह तय करना होगा कि वह इस मुद्दे को कैसे हैंडल करेगी और क्या इस तरह के बयान पार्टी के लिए भविष्य में नुकसानदेह हो सकते हैं।

कांग्रेस विधायक उत्तरी जांगड़े का यह विवादित बयान छत्तीसगढ़ की राजनीति में नया मोड़ ले सकता है। बीजेपी इसे राज्य की शांति और व्यवस्था को खतरे में डालने की कोशिश मान रही है, जबकि कांग्रेस की ओर से कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया अभी तक नहीं आई है। अब यह देखना होगा कि कांग्रेस पार्टी इस पर किस प्रकार की रणनीति अपनाती है और क्या यह विवाद छत्तीसगढ़ की राजनीति को और गर्म करता है या शांति की ओर बढ़ता है।

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