



बलौदाबाजार नगर पालिका चुनाव 2025 में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की। अध्यक्ष पद पर अशोक जैन की जीत, 12 वार्डों में बीजेपी की बहुमत, और कांग्रेस की हार के प्रमुख कारण। पढ़ें पूरी खबर!
सागर साहू, बलौदाबाजार-भाटापारा: नगर पालिका निर्वाचन 2025 में शनिवार को मतगणना के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शानदार जीत दर्ज की, जिससे पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं में खुशी की लहर दौड़ गई। नगर पालिका परिषद बलौदाबाजार में बीजेपी के अध्यक्ष प्रत्याशी अशोक जैन ने कांग्रेस के प्रत्याशी सुरेन्द्र जायसवाल को 3390 मतों के अंतर से हराया। यह जीत बीजेपी के लिए एक अहम मील का पत्थर साबित हुई है, क्योंकि यहां के मतदाताओं ने अपने नगर पालिका अध्यक्ष के रूप में अशोक जैन को अपना समर्थन दिया।
बलौदाबाजार नगर पालिका: अशोक जैन को कुल 9302 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के प्रत्याशी सुरेन्द्र जायसवाल को केवल 5912 वोट प्राप्त हुए। इससे यह साफ हो गया कि जनता ने विकास और विश्वास की राजनीति को प्राथमिकता दी। इसके साथ ही नगर पालिका परिषद के 21 वार्डों में से बीजेपी ने 12 वार्डों में अपने पार्षदों को जीत दिलाई, जबकि कांग्रेस को 7 वार्डों में सफलता मिली। इस प्रकार, बीजेपी ने एकतरफा जीत हासिल कर कांग्रेस को ध्वस्त कर दिया। 2 निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी अपनी जीत दर्ज की, जिन्होंने चुनावी परिदृश्य में अपनी छाप छोड़ी।
बीजेपी की ऐतिहासिक जीत! बलौदाबाजार में अशोक जैन ने कांग्रेस को हराया
मतगणना के बाद, निर्वाचन परिणामों की घोषणा होते ही रिटर्निंग ऑफिसर सुश्री दीप्ति गोते ने विजयी उम्मीदवारों को निर्वाचन प्रमाण पत्र सौंपे। बलौदाबाजार नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद पर बीजेपी के अशोक जैन की जीत सुनिश्चित हुई, और उन्हें निर्वाचन प्रमाण पत्र दिया गया। इसके अलावा, अन्य नगर पालिका और नगर पंचायतों में भी विभिन्न पार्टियों के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की।
बलौदाबाजार का सर्वांगीण विकास मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी और हम शहर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए पूरी ईमानदारी से कार्य करेंगे : अशोक जैन, नवनिर्वाचित अध्यक्ष, नगर पालिका बलौदाबाजार
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विजयी उम्मीदवारों को निर्वाचन प्रमाण पत्र प्राप्त
नगर पालिका परिषद भाटापारा में बीजेपी के अश्वनी शर्मा, सिमगा में निर्दलीय प्रत्याशी हरदीप सिंह भाटिया, पलारी में कांग्रेस के गोपी साहू, लवन में बीजेपी के शिव मंगल चौहान, कसडोल में बीजेपी के नागेश्वर साहू, टुंडरा में बीजेपी के छतराम साहू और रोहांसी में कांग्रेस के नंदेश्वर कुमार साहू विजयी हुए।
कांग्रेस की हार के पीछे क्या हैं कारण?
कांग्रेस की हार के प्रमुख कारणों की जांच की जाए तो कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं की पहचान की गई है:
- आंतरिक गुटबाजी: कांग्रेस प्रत्याशी इस बार फिर से पार्टी के भीतर आंतरिक संघर्ष का शिकार हुए। गुटबाजी के कारण पार्टी की एकजुटता पर असर पड़ा, जिससे प्रचार और प्रचार रणनीतियों में विफलता मिली।
- कार्यकर्ताओं द्वारा भीतरघात: कांग्रेस के कई नेताओं ने प्रचार में पूरा सहयोग नहीं किया, जिससे पार्टी के कार्यकर्ता असंतुष्ट रहे। यह भीतरघात कांग्रेस की हार का एक और कारण बना।
- स्थानीय राजनीति का सही आकलन न करना: बलौदाबाजार की राजनीति में बीजेपी का हमेशा से मजबूत समर्थन रहा है, लेकिन कांग्रेस इस बार बीजेपी के इस समर्थन को सही तरीके से समझ नहीं पाई, जिसके कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
बीजेपी की जीत के कारण? कांग्रेस को कैसे पछाड़ा
बीजेपी की जीत के मुख्य कारणों में संगठनात्मक एकता, सही प्रत्याशी चयन और विकास कार्यों पर जोर दिया जा सकता है:
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- एकजुटता और पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत: बीजेपी ने इस बार अपने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकजुट करके चुनावी मैदान में उतारा। पार्टी के हर नेता ने प्रचार-प्रसार में पूरी तरह से भाग लिया। कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा ने भी चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभालते हुए सभी प्रत्याशियों के साथ मिलकर प्रचार किया।
- विकास कार्यों का प्रभाव: पिछले नगर पालिका चुनावों में किए गए विकास कार्यों का प्रभाव इस चुनाव में साफ दिखा। मंत्री टंकराम वर्मा ने आगामी वर्षों में और अधिक विकास करने का वादा किया, जिससे जनता में विश्वास उत्पन्न हुआ।
- सही प्रत्याशी चयन: बीजेपी ने इस बार नगर पालिका अध्यक्ष और पार्षद पद के लिए सही उम्मीदवारों का चयन किया। अशोक जैन का पूर्व कार्यकाल में किया गया अच्छा काम और उनके नेतृत्व का अनुभव जनता को बहुत पसंद आया। इससे पार्टी को मजबूती मिली।
बलौदाबाजार में BJP की जीत के बाद मंत्री टंकराम वर्मा की मौजूदगी में विशाल विजय रैली निकली
बीजेपी की विजय रैली के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों ने कैबिनेट मंत्री टंकराम वर्मा को धान से तौलकर भव्य स्वागत किया। इसके बाद नवनियुक्त नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन का फल से तौलकर सम्मान किया गया। इस अनोखे स्वागत समारोह ने जनता और कार्यकर्ताओं में उत्साह भर दिया। लोगों ने इसे भाजपा सरकार की नीतियों और विकास कार्यों का सम्मान बताया। राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने भाजपा की अभूतपूर्व सफलता पर खुशी जाहिर की।
भारतीय जनता पार्टी का एक वर्ष का कार्यकाल छत्तीसगढ़ के विकास के लिए ऐतिहासिक साबित हुआ है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रदेश में विकास की नई इबारत लिखी जा रही है जनता ने इसी कार्यशैली पर अपनी मुहर लगाई हैम भाजपा सरकार पर जनता का विश्वास और समर्थन निरंतर बढ़ रहा है। अब हम विकास को और तेज गति देंगे : टंकराम वर्मा, राजस्व मंत्री
बीजेपी की जीत: कांग्रेस को मिली करारी हार, बीजेपी ने 12 वार्डों में हासिल किया बहुमत
बलौदाबाजार नगर पालिका के नव निर्वाचित पार्षद
बलौदाबाजार नगर पालिका परिषद के नव निर्वाचित पार्षदों की सूची भी जारी की गई है, जिनमें प्रमुख रूप से बीजेपी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की।
- वार्ड क्रमांक 1: अंजनी गोविन्द पात्रे (कांग्रेस)
- वार्ड क्रमांक 2: अमितेश नेताम (बीजेपी)
- वार्ड क्रमांक 3: रेखा पटेल (बीजेपी)
- वार्ड क्रमांक 4: श्रद्धा मनीष वर्मा (कांग्रेस)
- वार्ड क्रमांक 5: रोहित साहू (बीजेपी)
- वार्ड क्रमांक 6: हरजीत सिंह सलूजा (बीजेपी)
- वार्ड क्रमांक 7: लोकेश कुमार (निर्दलीय)
- वार्ड क्रमांक 8: सतीश पटेल (बीजेपी)
- वार्ड क्रमांक 9: जीतेन्द्र कुमार डडसेना (बीजेपी)
- वार्ड क्रमांक 10: मनोज कांत पुरेना (बीजेपी)
- वार्ड क्रमांक 11: सुरेश कुमार घृतलहरे (कांग्रेस)
- वार्ड क्रमांक 12: गौतम सिंह चौहान (बीजेपी)
- वार्ड क्रमांक 13: चंद्रशेखर गुप्ता (कांग्रेस)
- वार्ड क्रमांक 14: आदित्य गुप्ता (बीजेपी)
- वार्ड क्रमांक 15: डिगेश्वरी नामदेव (कांग्रेस)
- वार्ड क्रमांक 16: मंजू होरेलाल फेकर (बीजेपी)
- वार्ड क्रमांक 17: शेख सलमान (कांग्रेस)
- वार्ड क्रमांक 18: कन्हैया सेन (निर्दलीय)
- वार्ड क्रमांक 19: प्रिया शशिभूषण शुक्ला (बीजेपी)
- वार्ड क्रमांक 20: ममता सुभाष राव (कांग्रेस)
- वार्ड क्रमांक 21: जितेन्द्र महाले (बीजेपी)
नगर पालिका चुनाव 2025 में बीजेपी की जीत न केवल पार्टी के संगठनात्मक प्रयासों की सफलता को दर्शाती है, बल्कि यह स्थानीय राजनीति में विकास और विश्वास की अहमियत को भी साबित करती है। वहीं, कांग्रेस की हार ने यह स्पष्ट कर दिया कि अगर पार्टी ने आंतरिक एकता को बनाए रखा होता और चुनाव प्रचार में कार्यकर्ताओं का बेहतर सहयोग मिलता, तो परिणाम कुछ अलग हो सकते थे।
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-छत्तीसगढ़ टॉक न्यूज़ (Chhattisgarh Talk News)
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