जिम्मेदार अधिकारी सोये चैन की नींद, खराब सड़को की वजह से लोग हो रहे दुर्घटना का शिकार, सड़को का हाल हैं बेहाल चुरा की ढेरी में टकराने से ग्रामीण घायल हो रहे हैं

जिम्मेदार अधिकारी सोये चैन की नींद, खराब सड़को की वजह से लोग हो रहे दुर्घटना का शिकार, सड़को का हाल हैं बेहाल चुरा की ढेरी में टकराने से ग्रामीण घायल हो रहे हैं

 

Chhattisgarh Talk / कसडोल न्यूज़ : बलौदाबाजार जिले के कसडोल विकासखंड की लगभग सभी सड़के बदतर स्थिति में है।जो लगातार समाचार पत्रों में प्रकाशित हो रहा है जैसा कि कसडोल पिथोरा और कसडोल महासमुंद मार्ग सहित क्षेत्र के कई गावों को जोड़ने वाली मार्ग काफी जर्जर हो गई है वही अंदरूनी गावों की सड़के भी गड्ढों में तब्दील हो जाने से राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे संबंधित अधिकारियों को कोई लेना देना नहीं है।

कसडोल से पिथौरा मार्ग में मरम्मत के नाम पर पत्थर के चुरा को बीच सड़क में डाल दिया गया है जिसमें आज दिनाँक 6 अक्टूबर को ग्राम बासीन पाली निवासी हितेश कैवर्त उम्र 20 वर्ष की उक्त पत्थर की चूरे की ढेर से टकराने पर दुर्घटना ग्रस्त हो गया है।इसी ढेरी पर 2 दिन पूर्व 4 अक्टूबर को ग्राम पंचायत राजादेवरी के सरपंच झुमुकलाल बांधे दुर्घटना ग्रस्त हुआ है जिसे गंभीर चोटें हैं जो आज भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसडोल में जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहा है इस सड़क दुर्घटना से सरपंच बांधे के सिर पर 17-18 टाँके लगे हैं वही कंधा की हड्डी भी टूट गया है।

ज्ञात हो कि कसडोल से सिरपुर मार्ग पर कही कही गड्ढों को भरा तो जा रहा है पर उसमें भी भारी भ्रष्टाचार किया जा रहा है सभी गड्ढों को न भर कर मात्र कुछ गड्ढों में पत्थर की चूरा को डाल कर मरम्मत के नाम पर खाना पूर्ति किया जा रहा है। उक्त पत्थर की चूरा धूल बनकर उड़ रहा है जिससे राहगीरों को परेशानी हो रही है।साथ कुछ जगहों पर रोड के ऊपर उक्त पत्थर के चूरा को ट्रेक्टर और हाइवा में लाकर सड़को पर रखा हुआ है जिसका अवलोकन किया जा सकता है।पत्थर की चूरा को नहीं डालने के लिए क्षेत्र की जनता ने मांग किया है।इसके बाद भी पत्थर की चुरा को डालना बंद नही किया जा रहा है।अतः पत्थर की चूरा को डालने वाले ठेकेदार एवम लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत को स्पष्ट करता है कि मरम्मत के नाम पर खाना पूर्ति कर शासन को लाखो रुपए की चुना लगाया जा रहा है।और आज भी क्षेत्र की जनता गड्ढे युक्त धूल भरी सड़को पर चलने के लिए विवश है।वही इस घटना के बाद अनुविभागीय अधिकारी पी के गुप्ता कसडोल को दुर्घटना संबंधी जानकारी देने पर कहा कि ठेकेदार को बोल करके ढेरी को गढ्ढों में डलवा देता हूं।

 

दुर्घटना के बाद ठेकेदार गोविंद अग्रवाल ने घटना स्थल की जानकारी पत्रकारों से लेने के बाद सड़को में डाली गई ढेरियों को तुरंत बिछवाने की बात कही है। जो कब तक होता है यह भविष्य बतायेगा साथ ही क्षेत्र की जनता जो गिरकर दुर्घटना ग्रस्त हो रहे हैं इससे जनताओं में काफी आक्रोश ब्याप्त है।