सीमेंट प्लांट के सीएसआर (CSR) मद से नही हो रहा कार्य | Work is not being done from CSR | ग्रामीणों को नही मिला मूलभूत सुविधाएं 

सीएसआर मद से नही हो रहा कार्य, ग्रामीण हित को भी सीमेंट कम्पनी कर रहा दरकिनार | cement plant Work is not being done from CSR
सीएसआर मद से नही हो रहा कार्य, ग्रामीण हित को भी सीमेंट कम्पनी कर रहा दरकिनार | cement plant Work is not being done from CSR

सीएसआर मद से नही हो रहा कार्य, ग्रामीण हित को भी सीमेंट कम्पनी कर रहा दरकिनार

गोद ग्राम मूलभूत सुविधाएं पूरी तरह से ढप व वंचित, साफ-सफाई महज खानापूर्ती

Work is not being done from CSR: बालगोविंद मार्कण्डेय- छत्तीसगढ़ प्रदेश के बलौदाबाजार जिला मुख्याय से महज 5 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत रवान के निस्तारि के लिए सुरक्षित गंगई तालाब से आ रही है असहनीय दुर्गंध, साफ सफाई के अभाव के कारण तालाब का पानी पूरी तरह गंदा और मटमैला हरा हो गया है। जिससे असहनीय दुर्गंध आने लगी है। गांव के लोगों को मजबूरन इसी गंदे और मटमैला पानी में निस्तारि करना पड़ रहा है तालाब की साफ सफाई की व्यवस्था नहीं होने के कारण तालाब गंदगी से पट रहा है। तालाब के आसपास कूड़ा दान नहीं होने के कारण उसके आसपास के लोग कूड़ा करकट जहां-था फेंक रहे हैं, जो हवा से उड़कर तालाब में आ रहा है जिसके कारण तालाब कूड़ा करकट से पट रहा है। तालाब में पानी निकासी के लिए व्यवस्था नहीं होने के कारण पानी पूरी तरह खराब हो चुका है जिससे तालाब में लोगों के ब्रश मंजन करते समय हाथों में पानी के साथ छोटे-छोटे कीड़े आने लगे हैं

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Work is not being done from CSR: ग्राम पंचायत रवान द्वारा गांव की निस्तार के लिए छोड़ गया है तालाब लोगों के लिए जी का जंजाल बना हुआ है। गांव के लोग इस तालाब को सुविधा कम मुसीबत ज्यादा मानने लगे हैं आसपास के लोगों के लिए तालाब से निकलने वाले दुर्गंध अभिशाप बना हुआ है। यह तालाब ग्राम पंचायत भवन से कुछ भी दूरी में स्थित है। जिसके कारण पंचायत में किसी काम से पहुंचने वाले लोगों को भी असहनीय दुर्गंध का सामना करना पड़ रहा है। तालाब से निकलने वाले दुर्गंध के कारण आसपास के रहने वाले रहवासियों का जिन दुबर हो गया है। तालाब से निकलने वाले दुर्गंध का आभास तालाब के पास जाने कि दूर की बात है दूर से ही तालाब की दुर्गंध को महसूस किया जा सकता है। यह तालाब गांव के बीचों-बीच हृदय स्थल में स्थित है यह तालाब लगभग 8 से 10 एकड़ में फैला हुआ है।

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गांव के बीचो-बीच तालाब होने के कारण गांव के आधे से ज्यादा आबादी निस्तारि के लिए इसी तालाब का पानी का उपयोग करते हैं। तालाब दूषित होने के कारण गांव के लोगों के सामने निस्तारि की समस्या उत्पन्न हो गई है। बताया जाता है कि जब गांवो में हैंडपंप, नल, कुआं जैसी पानी पीने की सुविधा नहीं हुआ करती थी, तब गांव के लोग इसी तालाब के पानी का उपयोग पीने के लिए व खाना बनाने के लिए भी किया करते थे। इस तालाब का पानी काफी स्वच्छ हुआ करता था। परंतु देखरेख व साफ सफाई के अभाव में धीरे-धीरे इस तालाब का पानी दूषित होते चला गया।

Work is not being done from CSR: इस तालाब का दूषित होने का मुख्य कारण घरों का गंदा पानी निकासी नली के माध्यम से तालाब में आना है। गांव के घरों का गंदा पानी निकासी नाली के माध्यम से तालाब में आ रहा है इसके अलावा बरसाती पानी भी इस तालाब में आता है जिसके कारण तालाब का पानी गंदा होते जा रहा है गांव में घरों से निकलने वाले गंदे पानी का नाली तालाब से जुड़ा हुआ है।

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क्या कहते हैं सरपंच?

इस संबंध में ग्राम पंचायत रवान के सरपंच विजय वर्मा ने कहा कि तालाब में गंदगी के लिए मोहल्ले वासी ही जिम्मेदार हैं, तालाब गंदा करने के लिए मैं थोड़ी आता हूं वैसे वार्ड पंचों को तालाब में चुना डालने के लिए कहा गया है। उन्हीं लोगों के द्वारा तालाब में चुना डाला जाएगा।

Work is not being done from CSR: जबकि शासन द्वारा घरों के गंदे पानी के निकासी के लिए मुख्य मार्ग के दोनों और बड़ी-बड़ी नालियां बनाई गई है। इन नालियों में आसपास के घर के लोग अपना गंदा पानी, कूड़ा करकट डाल देते हैं जिसके कारण नाली जाम होकर रुक जाता है इस बड़ी नाली से तालाब में जाने वाले नालियों को भी जोड़ा गया है। मुख्य मार्ग में स्थित नालियों के जाम होने के कारण गांव का पूरा गंदा पानी तालाब से जुड़ने वाले निकासी नाली में चली जाती है मुख्य मार्ग में बनाए गए निकासी नाली का मुख्य उद्देश्य गांव का गंदा पानी गांव के बाहर जाने के लिए था परंतु नदियों के जाम होने के कारण पानी तालाब में जा रहा है जिससे पानी काफी दूषित हो गया है।

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  • सालों से इन नालियों की साफ सफाई की व्यवस्था नहीं की गई है नालियां कूड़ा करकट गंदगी से भरा पड़ा हुआ है। देखने में यह नालियां कम गंदा नाला ज्यादा नजर आता है।
  • ऐसा नहीं की नालियों के साफ सफाई की व्यवस्था के लिए ग्राम पंचायत में कई बार ग्रामीणों द्वारा शिकायत भी की गई है परंतु पंचायत प्रतिनिधि नाली सफाई के नाम से लाखों रुपए हजम कर जाते हैं और नालियों साफ सफाई की साफ सफाई नहीं करते हैं जिससे ग्रामीणों के सामने समस्या ज्यों कि त्यों बनी हुई है।
  • ऐसे नहीं की सिर्फ इसी तालाब में गांव को गंदा पानी जा रहा हो गांव के अधिकांश तालाब में गांव का गंदा पानी जा रहा है।
  • जिससे गांव की अधिकांश निस्तार के तालाब दूषित हो चुके हैं ग्रामीणों के इन तालाबों में नहाने से चर्म रोग, खुजली, फोड़े, फुंसी जैसी समस्या उत्पन्न हो रही है, एक तरह से गांव के लोगों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ कर रहा है।

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Work is not being done from CSR: मिली जानकारी अनुसार बता दे कि कुछ वर्ष पूर्व गर्मी के दिनों में ही ग्राम पंचायत रवान के सरपंच के द्वारा साफ सफाई के लिए तालाब का पूरा पानी बाहर निकाल दिया गया था। तालाब साफ सफाई तो हुई नहीं परंतु गांव के लोगों के सामने गर्मी के दिनों में ही निस्तार की समस्या उत्पन्न हो गई थी। जो ग्रामीणों में काफी दिनों तक चर्चा का विषय बना हुआ था। एक ओर गांव के लोग निस्तार की समस्या से जूझ रहे हैं वहीं दूसरे ओर गांव के प्रतिनिधि अपनी निजी स्वार्थ सिद्ध करने में लगे हुए हैं। गांव में निस्तारि की समस्या के कारण लोगों में काफी रोज प्राप्त है।

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