violation of model code of conduct : आदर्श आचार संहिता के नियमो का धज्जियां उड़ाते नज़र आरहे! लापरवाही से बाज नहीं आ रहे है पलारी जनपद सीईओ

सार्वजनिक स्थलों से फ्लैक्स,बैनर, पोस्टर,दीवाल लेखन नहीं हटाएं जा रहे

violation of model code of conduct : आदर्श आचार संहिता के नियमो का धज्जियां उड़ाते नज़र आरहे! लापरवाही से बाज नहीं आ रहे है पलारी जनपद सीईओ

Chhattisgarh Talk / बलौदाबाजार-भाटापारा न्यूज़ : बलौदाबाजार जिला समेत पूरे छत्तीसगढ़ में आदर्श आचार संहिता लागू हो चुका है और इसमें जिला प्रशासन पूरी तरह से सख्त नजर आ रहा है लेकिन बलौदाबाजार जिले के पलारी विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायतो में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते देखा गया है जनपद पंचायत पलारी के ग्राम पंचायत के दीवाल में वर्तमान सरकार के योजनाओं से संबंधित बैनर पोस्टर लगाई गई है जिसे हटवाया जाना था लेकिन आज तक नहीं हटाया गया है ऐसे में पंचायत विभाग समेत निर्वाचन जांच टीम की लापरवाही देखने को मिल रही है.

इस प्रकार से किसी पार्टी विशेष के बैनर, दीवाल लेखन इत्यादि को हटाया नहीं जाना जिला प्रशासन और सम्बंधित विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा ऐसी स्थिति में क्या जनता निष्पक्ष चुनाव की अपेक्षा कर सकती है?

जानकारी के लिए आपको बता दें भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली के द्वारा 09 अक्टूबर 2023 को विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिये कार्यक्रम जारी किये जाने के साथ ही आदर्श आचार संहिता प्रभावशील हो चुकी है। निर्वाचन के दौरान राजनैतिक दलों एवं उनके सक्रिय कार्यकर्त्ताओ द्वारा चुनाव प्रचार करने के लिये शासकीय- अशासकीय भवनों पर प्रचार प्रसार के लिये लिखे जाते हैं तथा विद्युत के खंभों पर चुनाव प्रचार से सम्बन्धित लेखन किया गया है, जिसके कारण शासकीय-अशासकीय संपत्ति का स्वरूप विकृत हो जाता है।कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी चन्दन कुमार ने संपत्ति विरूपण की कार्यवाही हेतु आदेश जारी किया हैै। जिसके तहत् छत्तीसगढ़ संपत्ति विरूपण निवारण अधिनियम 1994 की धारा 03 में निहित प्रावधान अनुसार कोई भी व्यक्ति जो संपत्ति के स्वामी की लिखित अनुज्ञा के बिना सार्वजनिक दृष्टि में आने वाली किसी संपत्ति को स्याही, खड़िया, रंग या किसी अन्य पदार्थ से लिख कर या चिन्हित कर के उसे विरूपित करेगा, वह जुर्माने से जो एक हजार रुपये तक का हो सकेगा, दंडनीय होगा।

 

हमारी पार्टी सवैधानिक मूल्यों को मानने वाले पार्टी है आचार सहिंता का पालन करवाना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है अगर उनके द्वारा पालन नहीं करा पाना निर्वाचन विफलता है –डी डी बर्तवंशी, बसपा प्रत्याशी कसडोल

निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार संपत्ति विरूपण के संदर्भ में राज्य में प्रचलित विधि के प्रावधानों के अनुसार कठोर कार्यवाही किया जाना है, अतः एतद् द्वारा निर्देश दिया जाता है कि छत्तीसगढ़ संपत्ति विरूपण निवारण अधिनियम 1994 के प्रावधानों का कठोरतापूर्वक अनुपालन सुनिश्चित करते हुए प्रभावी कार्यवाही की जाये। संपूर्ण चुनाव प्रक्रिया के दौरान विभिन्न राजनैतिक दलों अथवा चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों द्वारा शासकीय एवं अशासकीय भवनों की दीवारों पर किसी भी प्रकार के नारे लिख कर विकृत किया जाता है, तो ऐसे कृत्यों के निवारण के लिये एक टीम तत्काल प्रभाव से गठित की जाये। इस टीम में नगरीय निकाय नगर पालिका परिषद्, नगर पंचायत, लोक निर्माण विभाग तथा राजस्व विभाग एवं पुलिस विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को सम्मिलित किया जाये।

कांग्रेस और भाजपा दोनों राष्ट्रीय पार्टी दोनों सत्ता में एक केन्द्र और एक राज्य है दोनों को जिला प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है इन पार्टियों पर कार्यवाही करने के लिए जिला प्रशासन डरती है  –-लेखराम साहू, आप प्रत्याशी कसडोल

आवश्यकतानुसार पर्याप्त संख्या में टीम गठित कर जिला निर्वाचन कार्यालय बलौदाबाजार को अवगत करावे। टीम गठित करने का कार्य नगर पालिका परिषद, नगर पंचायत क्षेत्र में मुख्य नगरपालिका अधिकारी एवं शेष क्षेत्रों में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा किया जाये। टीम सघन भ्रमण कर विरूपित संपत्ति को, संपत्ति विरूपण करने वाले के व्यय पर पूर्व स्वरूप में लाएगी तथा टीम द्वारा संपत्ति विरूपण करने वाले तत्वों के विरुद्ध अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत एफआईआर. करने तक के प्रावधान है

जनपद पंचायत पलारी के अंतर्गत ठेलकी, लक्षनपुर, मल्लिन,कोनारी, तिल्दा, छेरकापुर, अमेरा, गबौध (म) पंचायतो में दीवाल लेखन नहीं हटाए गए है

इस प्रकार से आदर्श आचार सहिता का उल्लंघन जिम्मेदार पद पर बैठे अधिकारी के सह में अधीनस्थ कर्मचारी द्वारा किया जा रहा है।

इस प्रकार से किसी पार्टी विशेष के बैनर, दीवाल लेखन इत्यादि को हटाया नहीं जाना जिला प्रशासन और सम्बंधित विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा ऐसी स्थिति में क्या जनता निष्पक्ष चुनाव की अपेक्षा कर सकती है?

क्या पंचायतो के गलतियों को छुपाते हुए जनपद अधिकारी एवं रिटर्निंग ऑफिसर ऐसे ही नजरअंदाज करते हुए आदर्श आचार सहिंता के उल्लंघन में सहयोग प्रदान करते रहेंगे?