छत्तीसगढ़ में लोगों का अनोखा प्रदर्शन, पहले कलेक्टर की तस्वीर को अगरबत्ती दिखाई, फिर किया चक्काजाम, जाने मामला- Korba Pando tribals protest

गांव में नहीं है बिजली सड़क पानी की सुविधा- Korba Pando tribals protest
गांव में नहीं है बिजली सड़क पानी की सुविधा- Korba Pando tribals protest

छत्तीसगढ़ में लोगों का अनोखा प्रदर्शन, पहले कलेक्टर की तस्वीर को अगरबत्ती दिखाई, फिर किया चक्काजाम, जाने मामला- Korba Pando tribals protest

भूपेंद्र साहू/कोरबा: छत्तीसगढ़ प्रदेश के कोरबा जिले में पंडो आदिवासियों ने शुक्रवार 20 सितंबर को पहले कलेक्टर के तसवीर की पूजा की. इसके बाद विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी सड़क, बिजली और पानी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे. प्रदर्शन करने आए लोगों का कहना था कि वह कई वर्षों से मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं.

गांव में नहीं है बिजली सड़क पानी की सुविधा

ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय से वे मूलभूत सुविधाओं की कमी से जूझ रहे हैं. गांव में बिजली, सड़क और पानी की भी सुविधा नहीं है. यदि कोई व्यक्ति बीमार हो जाए तो 10 किलोमीटर खाट पर लिटाकर, उसे मुख्य सड़क तक लाना पड़ता है. इसके बाद ही उसे एंबुलेंस मिलता है. तब जाकर जान बचती है. कई बार मरीजों की जान तक चली जाती है.

कलेक्टर की पूजा कर किया प्रदर्शन

ग्रामीणों ने प्रदर्शन की शुरुआत अनोखे तरीके से की. पहले ग्रामीणों ने कोरबा के कलेक्टर अजीत वसंत के फोटो को अगरबत्ती दिखाई और कहा कि जिले में कलेक्टर ही यह काम करवा सकते हैं, इसलिए हमें उम्मीद है कि ऐसी पूजा-पाठ करने से वह हमारे कामों को, मांगों को पूरा करेंगे.

खटिया पर ढोकर सड़क तक लाते हैं मरीज

विरोध के दौरान ग्रामीण संतोष पंडो ने कहा कि हम तीन गांव के लोग पहाड़ के ऊपर रहते हैं. अच्छी सड़क तक नहीं है. हमारे बच्चे जंगलों के रास्ते बिंझरा के सरकारी आश्रम में पढ़ने जाते हैं, लेकिन कई बार उनकी तबीयत खराब हो जाती है, तो वह रास्ते से ही वापस आ जाते हैं. मरीज की तबीयत खराब होने पर एंबुलेंस वाले कहते हैं कि उन्हें खाट पर ढोकर सड़क तक ले आओ. 10 किलोमीटर ऐसे ही सफर करना पड़ता है. कई बार मरीज की जान भी चली जाती है. हमें अच्छी सड़क और पानी तक नहीं मिल रहा है. दशकों से हम ऐसे ही जी रहे हैं. आज हमने पबिंझरा में आंदोलन किया है. कल कटघोरा में करेंगे और फिर भी मांग पूरी नहीं हुई तो कलेक्टर कार्यालय में जाकर प्रदर्शन करेंगे.

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महिला ग्रामीण का कहना है कि हम लोग त्रिखुटी गांव के निवासी हैं. कई सालों से इसी हालत में अपना जीवन बीता रहे हैं. हमें कम से कम अच्छी सड़क और पानी तो मिल जानी चाहिए, लेकिन हमें वह नहीं मिल रहा है. इसलिए आज हमने आंदोलन के पहले कलेक्टर साहब की तस्वीर पर अगरबत्ती दिखाई. इसके बाद आंदोलन की शुरुआत की. जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी, हम आंदोलन करते रहेंगे.

ग्रामीणों के चार में से तीन मांगों के लिए ऑलरेडी प्रोजेक्ट बन चुका है. जो एक मांग पूरी नहीं हुई है. उसके लिए भी हमारी बातचीत चल रही है. एसडीएम से चर्चा करके ग्रामीणों को पंचायत से प्रस्ताव तैयार करने की बात कही गई है. प्रयास रहेगा की समस्याओं का समाधान किया जाए. -विनय देवांगन, तहसीलदार

त्रिखुटी गांव के पंडो जनजाति के लोग उतरे सड़क पर

बिंझरा चौक पर चक्काजाम से पेंड्रा रोड में जाम की स्थिति बन गई. भारी संख्या में पहुचे ग्रामीणों में भारी आक्रोश था, जो काफी लंबे समय से सड़क की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों के अनुसार उन्होंने कई बार जिला प्रशासन को पत्र देकर समस्या से की जानकारी दी. चक्का जाम की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और तहसीलदार मौके पर पहुंचे. ये ग्रामीणों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं. देर शाम तक भी ग्रामीणों का प्रदर्शन जारी रहा.

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