हेमेंद्र करफार्मा/कोरिया: इन दिनों कोरिया जिले में लगातार गजराज दलों के विचरण का सिलसिला लगातार जारी है, जहां गजराज दल आपने आहार को लेकर खेत खलियानों में भी विचरण करते हुए नजर आ रहे हैं। इसी का एक जीता जगता नज़ारा जिले के ग्राम सलवा में भी देखने को मिल रहा है।
कोरिया जिले में गजराज दलों का आतंक: फसलों को खतरा, ग्रामीणों में बढ़ी चिंता
कोरिया जिले में इन दिनों गजराज दलों का विचरण किसानों और ग्रामीणों के लिए चिंता का कारण बन गया है। गजराज दलों का आहार की तलाश में खेतों और खलिहानों तक पहुंचना और मुख्य मार्गों पर विचरण करना स्थानीय जीवन को प्रभावित कर रहा है। सबसे ताजा घटना ग्राम सलवा के पास देखने को मिली, जब सुबह के समय एक गजराज दल मुख्य मार्ग पर विचरण करते हुए दिखाई दिया। इसके चलते कुछ देर तक रास्ते में आवाजाही पर रोक लग गई और वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। हालांकि, कुछ समय बाद दल ने मुख्य मार्ग पार किया और यातायात फिर से सामान्य हो पाया।
ग्राम सलवा के कांदा बारी क्षेत्र में गजराज दलों का यह विचरण आम बात बन चुकी है। यह दल इस इलाके को अपना अस्थायी ठिकाना बनाते हैं, जहां से वे आसपास के खेतों और खलिहानों में घुसकर फसलें नष्ट कर देते हैं। इस इलाके में विचरण करने वाले गजराज दलों के कारण किसानों को काफी नुकसान हो रहा है, क्योंकि दल के द्वारा फसलें खा ली जाती हैं, जिससे आर्थिक रूप से किसानों को भारी क्षति होती है। साथ ही, इन गजराजों के हमले से किसी अप्रिय घटना का भी खतरा रहता है, जैसे कि लोगों और जानवरों को चोट लगना।
फसलों पर आंतरिक नुकसान और पशु संकट
किसान बताते हैं कि गजराज दलों के खेतों में प्रवेश करने के कारण उनकी मेहनत पर पानी फिर जाता है। दल के द्वारा खेतों में घुसकर फसलों को नष्ट करने से न केवल उनका आर्थिक नुकसान होता है, बल्कि उनके परिवार के जीवन यापन पर भी प्रतिकूल असर पड़ता है। कई बार तो ये दल खेतों के चारों ओर तैनात होकर बड़े पैमाने पर फसलों का नुकसान कर देते हैं।
गजराज दलों से निपटने के उपाय
इस समस्या के समाधान के लिए स्थानीय प्रशासन और वन विभाग द्वारा सक्रिय कदम उठाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। हाल ही में, वन विभाग ने गजराज दलों को नियंत्रित करने के लिए गश्त बढ़ाने की योजना बनाई है और किसानों को सुरक्षित स्थानों पर अपनी फसलें रखने के लिए सलाह दी है। साथ ही, क्षेत्रीय अधिकारी ग्रामीणों को आगाह कर रहे हैं कि वे अपने खेतों को सुरक्षित रखने के लिए उचित उपाय करें और जंगल से दूरी बनाए रखें।
किसानों का कहना है कि वे गजराज दलों के खिलाफ त्वरित और प्रभावी कदमों की उम्मीद कर रहे हैं ताकि भविष्य में फसल नुकसान और किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। इन दलों से निपटने के लिए वन विभाग को केवल मार्गदर्शन और सावधानी नहीं, बल्कि ठोस कदम उठाने होंगे।
किसान चिंतित, प्रशासन सक्रिय
गजराज दलों के इस आतंक ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि उनका भविष्य अब इन गजराजों के विचरण पर निर्भर हो गया है। ग्राम सलवा सहित आसपास के क्षेत्रों में लोग इस समस्या से निपटने के लिए प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं। ऐसे में इस दिशा में प्रशासन की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई ही किसानों के लिए राहत का कारण बन सकती है।
सुबह के वक्त मुख्य मार्ग पर विचरण करते नजर आया दल
बता दे कि आज सुबह के वक्त जब मुख्य मार्ग से लोगों का आवागमन शुरू हुआ ठीक उसके कुछ समय बाद गजराज दल भी मुख्य मार्ग पर विचरण करते हुए नजर आए जिसकी वजह से कुछ देर तक आवागम बाधित रहा, दलों के मुख्य मार्ग को पार करने के बाद आवागमन फिर से शुरू हो पाया।
ग्राम सालबा का कांदा बारी बनता है दलो का डेरा
कोरिया जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर ग्राम सलबा का कांदा बारी इन गजराज दलों का डेरा बनता है, जहां से यह दल आस पास के इलाकों में अपने आहार के लिए किसानों के खेत खलिहानो तक पहुंच जाते हैं, बता दें कि किसानों के सामने हर बार इन गजराज दलों का इस क्षेत्र में विचरण करने से किसी अप्रिय अनहोनी का भय तो बना ही रहता है इसके साथ ही फसलो को होने वाली नुकसान से आर्थिक क्षति का भी भय बना रहता है।