स्कूलों से गायब मिले शिक्षक और बच्चे, करा दी समय से पहले छुट्टी, शिक्षकों की लापरवाही से बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा पर सवाल, बीईओ बोले नोटिस जारी करूँगा

बलौदाबाजार में स्कूलों से गायब मिले शिक्षक और बच्चे, करा दी समय से पहले छुट्टी
बलौदाबाजार में स्कूलों से गायब मिले शिक्षक और बच्चे, करा दी समय से पहले छुट्टी

स्कूलों से गायब मिले शिक्षक और बच्चे

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के ग्राम मल्दी में स्थित मिडिल और प्राथमिक शासकीय स्कूल में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। स्कूल में बच्चों की समय से पहले छुट्टी दे दी गई, और खुद शिक्षक, प्रधान पाठक समेत सभी स्कूल से बाहर निकल गए। बच्चों ने बताया कि अचानक छुट्टी हो गई, हम सभी घर निकल गए। अब यह सवाल उठता है कि बच्चों का भविष्य और उनकी शिक्षा किस दिशा में जा रही है?

जब स्थानीय मीडिया संस्था छत्तीसगढ़ टॉक की टीम ने मौके पर जाकर पड़ताल की, तो यह मामला और भी गहरा हो गया। बच्चों को छुट्टी मिलने के बाद, जब स्कूल के सभी शिक्षक 4 बजे तक बाहर निकल गए थे, तब सवाल यह खड़ा होता है कि स्कूल की जिम्मेदारी किसकी है? क्या यह शिक्षक बच्चों की पढ़ाई के प्रति अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे थे?

इस घटना से यह भी साफ होता है कि शिक्षा के प्रति यह लापरवाही हमारे समाज में गहरी जड़ें जमाए हुए है। जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता, स्कूल प्रशासन की नाकामी, और शिक्षक समुदाय की अनदेखी, यह सब इस घटना का हिस्सा बन गए हैं। बच्चों को उनका पाठ पढ़ाना और उनके शैक्षिक भविष्य को संवारना, यह प्राथमिक जिम्मेदारी है। अगर यह लापरवाही ऐसे ही बढ़ती रही, तो आने वाले समय में हमारे बच्चों का क्या होगा?

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मौके पर मौजूद जाते शिक्षक मिले उनका कहना था कि हा सर् छुट्टी तो कर दिए हैं। 4 बजे हैं अभी बच्चे सभी चले गए तो हम लोग भी ताला लगा दिए हैं घर जा रहे हैं। प्रधान पाठक से बात कर लीजिए मैं आपको नम्बर दे रहा हूं। मैडम आयी थी और चले गयी। आगे कहा कि साहू सर् भी लंच के बाद चले गए। एक मैडम भी हैं उनसे बात कर लीजिए कहते वो घर निकल गए। बता दे कि लगभग 4 बजे सिर्फ एक महिला शिक्षक और पुरुष शिक्षक मौजूद थे जब तक स्कूलों में ताला लग चुका था।

शिक्षकों की लापरवाही से बच्चों की शिक्षा और सुरक्षा पर सवाल

इस घटना के बारे में जानकारी लेते हुए, स्कूल के प्राचार्य अनुपमा पटेल ने बताया, “मैं तो ट्रेनिंग में व्यस्त थी और जल्दी निकल गई थी। मैंने प्रभार में लेखराम साहू को सौंप दिया था। मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। आप उनसे बात कर लीजिए, उनका नंबर मैं आपको दे देती हूं।”

वहीं, लेखराम साहू ने इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखते हुए कहा, “मैं तो लंच के बाद बैक काम के लिए निकल गया था। मुझे छुट्टी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। हमारा स्कूल है, पहले छुट्टी कर दी, तो क्या हुआ। जो करना है कर लो, नोटिस भी आ जाए तो हम देख लेंगे।” इसके अलावा, जब पत्रकार ने इस मामले पर उनसे सवाल पूछा, तो उन्होंने उल्टा धमकी भी दी।

बीईओ बोले नोटिस जारी करूँगा

इस घटना की गंभीरता को देखते हुए छत्तीसगढ़ टॉक की टीम ने मौके पर खड़े होकर जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु से फ़ोन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसके बाद, BEO रामजी पाल को इस बारे में सूचना दी गई। रामजी पाल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैंने कल ही मल्दी स्कूल का दौरा किया था और समझा कर आया था। अब इस मामले में नोटिस जारी किया जाएगा। आखिर 4 बजे से पहले छुट्टी क्यो किया गया इसका जवाब मांगूंगा मैं नोटिस जारी करता हूं”

इस घटना से यह भी सवाल उठता है कि स्कूल प्रशासन की लापरवाही के कारण बच्चों की सुरक्षा को खतरा हो सकता था। अब देखने वाली बात यह होगी कि संबंधित विभाग इस मामले में कब तक कार्रवाई करता है और स्कूल प्रशासन के खिलाफ क्या कदम उठाए जाते हैं।

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