Ambuja Adani Cement Plant: अंबुजा अदानी सीमेंट प्लांट विस्तार पर भद्रापाली में आयोजित जनसुनवाई में ग्रामीणों ने जल संकट, प्रदूषण और रोजगार की समस्याएं उठाईं, जबकि कुछ ने इसे विकास और रोजगार का अवसर बताया। कंपनी ने समाधान का आश्वासन दिया। जानें क्या है पूरी कहानी।
बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले के भद्रापाली गांव में अंबुजा अदानी सीमेंट लिमिटेड (Ambuja Adani Cement Limited) के सीमेंट प्लांट के विस्तार को लेकर पर्यावरण विभाग द्वारा आयोजित जनसुनवाई में ग्रामीणों ने अपनी चिंता और समर्थन दोनों ही पक्षों को रखा। इस जनसुनवाई में, जहां कुछ ग्रामीणों ने जल संकट, प्रदूषण और रोजगार की कमी के मुद्दे उठाए, वहीं कुछ ने इसे रोजगार और विकास के अवसर के रूप में देखा। कंपनी ने इन समस्याओं पर अपने विचार व्यक्त किए और समाधान का आश्वासन दिया। जनसुनवाई में पुलिस और बाउंसरों की तैनाती के साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, ताकि घटना की स्थिति में कोई अप्रिय स्थिति न हो।
अंबुजा अदानी सीमेंट प्लांट के विस्तार पर भद्रापाली गांव में जनसुनवाई आयोजित
Ambuja Adani Cement Plant: 8 जनवरी 2025 को भद्रापाली गांव में अंबुजा अदानी सीमेंट लिमिटेड (Ambuja Adani Cement Limited) द्वारा स्थापित लाइन 4 और 5 के साथ क्लिंकर, पावर प्लांट और सीमेंट प्लांट के विस्तार पर पर्यावरण विभाग ने जनसुनवाई का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में सैकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया और दो प्रमुख दृष्टिकोण सामने आए।
Ambuja Cement विस्तार परियोजना: छत्तीसगढ़ में औद्योगिक विकास, रोजगार और पर्यावरण के लिए नई दिशा
“यह एक गंभीर मुद्दा है। हम चाहते हैं कि सरकार और कंपनी दोनों इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर समाधान निकाले, ताकि प्रदूषण और जल संकट जैसी समस्याओं का हल हो सके।” – संदीप पांडे, शिक्षक
Ambuja Adani Cement Plant के विस्तार पर ग्रामीणों का विरोध: जल संकट, प्रदूषण और रोजगार की कमी को लेकर उठी गंभीर चिंताएं
कई ग्रामीणों ने प्लांट के विस्तार का कड़ा विरोध करते हुए आरोप लगाया कि इसके कारण इलाके में जल संकट, प्रदूषण, कृषि भूमि की हानि और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ेंगी। उनकी चिंताएं इस प्रकार थीं:
- जल संकट:
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्लांट के संचालन के कारण भूजल स्तर 300 फीट तक गिर चुका है, जिससे पीने और सिंचाई के लिए पानी की गंभीर कमी हो गई है। कुछ जलाशयों का जल स्तर सूख चुका है, और वहां सीमेंट की गंदगी भरने से पानी की गुणवत्ता भी प्रभावित हुई है। इससे स्थानीय पारिस्थितिकी और जलवायु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशंका है। - प्रदूषण:
अंबुजा अदानी सीमेंट प्लांट से निकलने वाली धूल और धुएं के कारण वायु प्रदूषण की समस्या उत्पन्न हो रही है। इससे स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना था कि प्रदूषण के कारण उनकी फसलों की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है, और सांस संबंधी बीमारियों की संख्या बढ़ रही है। - रोजगार की कमी:
कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कंपनी ने जो स्थानीय युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था, वह पूरा नहीं हो सका है। स्थानीय लोगों को काम नहीं मिल रहा है और वे इसके कारण असंतुष्ट हैं। विशेष रूप से यह आरोप लगाया गया कि कंपनी ने रोजगार के अवसरों के संदर्भ में अपने वादों को पूरा नहीं किया। - अनियमित प्रक्रियाएं:
ग्रामीणों ने पर्यावरणीय मूल्यांकन (EIA) और जनसुनवाई प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया। उनका कहना था कि न तो मुनादी सही से की गई और न ही परियोजना के बारे में उन्हें पूरी जानकारी दी गई। - अनुपालन की कमी:
कुछ ग्रामीणों ने यह भी चिंता जताई कि कंपनी ने पर्यावरणीय सुधारों और जलाशयों के सौंदर्यीकरण जैसी योजनाओं पर ध्यान नहीं दिया।
छत्तीसगढ़ नगर पालिका चुनाव 2025: आरक्षण की नई सूची जारी, छत्तीसगढ़ की पूरी सूची देखें
अंबुजा सीमेंट प्लांट विस्तार को लेकर ग्रामीणों का समर्थन: रोजगार और सामाजिक सुधारों से विकास की उम्मीद
कुछ ग्रामीणों, विशेष रूप से महिलाओं ने, अंबुजा फाउंडेशन द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की और विस्तार को रोजगार के अवसरों के रूप में देखा। उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र में आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
- रोजगार:
कुछ ग्रामीणों का कहना था कि अंबुजा अदानी सीमेंट प्लांट से स्थानीय युवाओं को रोजगार मिला है। विशेष रूप से महिलाओं ने कहा कि परियोजना से क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं। उनका मानना था कि सीमेंट प्लांट का विस्तार इस क्षेत्र में विकास लाएगा। - सामाजिक योगदान:
ग्रामीणों ने यह भी उल्लेख किया कि अंबुजा फाउंडेशन ने स्थानीय समुदाय के लिए कई योजनाएं चलाई हैं, जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी सुविधाओं का सुधार। इसके चलते स्थानीय लोगों की जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव आया है।
अंबुजा अदानी सीमेंट प्लांट: ग्रामीणों की चिंताओं के समाधान में कंपनी के ठोस कदम, रोजगार, प्रदूषण नियंत्रण और पर्यावरण सुधार की गारंटी
अंबुजा अदानी सीमेंट प्लांट के परियोजना प्रस्तावक, कौशल मिश्रा, ने जनसुनवाई में ग्रामीणों की चिंताओं पर जवाब देते हुए कई समाधान सुझाए:
5, 10 और 25 पैसा के सिक्के हैं तो यहाँ लेकर आइए, मिलेगी खुशियां
- सड़क निर्माण:
कौशल मिश्रा, अंबुजा प्रबंधक ने कहा कि भद्रापाली गांव की ओर जाने वाली सड़क के निर्माण को लेकर कंपनी ने पहले ही बैठक की है। जल्द ही सड़क निर्माण का कार्य शुरू होगा, और इसके लिए बजट भी तैयार कर लिया गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत सड़क के बेहतर निर्माण से ग्रामीणों को आने-जाने में सुविधा होगी। - रोजगार:
कौशल मिश्रा, अंबुजा प्रबंधक ने बताया कि फिलहाल 12 गांवों के लगभग 900 लोग सीमेंट प्लांट में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जोखिम भरे कार्यों में कुशल श्रमिकों को प्राथमिकता दी जा रही है, लेकिन परियोजना के पूर्ण होने के बाद रोजगार के अधिक अवसर पैदा होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी ने स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए कई स्किल डेवलपमेंट कार्यक्रम शुरू किए हैं। - प्रदूषण नियंत्रण:
कंपनी ने यह आश्वासन दिया कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं। ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए मिट्टी डालकर ग्रीन बेल्ट बनाई जाएगी, और धूल नियंत्रण के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं। कंपनी ने अपने स्थायी प्रदूषण नियंत्रण उपायों को बेहतर बनाने का वादा किया है। - स्किल डेवलपमेंट:
कंपनी ने स्थानीय युवाओं के लिए इलेक्ट्रिकल व्हीकल मेंटेनेंस जैसी तकनीकी ट्रेनिंग दी है। मिश्रा ने कहा कि अब तक 30 युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है और उन्हें नौकरी भी मिली है। इस प्रक्रिया को और बढ़ाया जाएगा ताकि अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। - पर्यावरण संरक्षण:
कौशल मिश्रा, अंबुजा प्रबंधक ने कहा कि कंपनी जलाशयों के गहरीकरण, ग्रीनरी डेवलपमेंट और अन्य पर्यावरणीय सुधारों पर विशेष ध्यान देगी। इसके लिए कंपनी ने एक विस्तृत योजना बनाई है, जिससे पर्यावरण की स्थिति में सुधार लाया जाएगा।
बलौदाबाजार चुनाव 2025: इस बार कौन होगा भाजपा और कांग्रेस पार्टी का चेहरा?
👉👉 जनसुनवाई की देखिए लाईव वीडियो
अंबुजा सीमेंट प्लांट की जनसुनवाई शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न
अपर कलेक्टर दीप्ति गौते ने कहा कि जनसुनवाई की प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई और विरोध दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि कंपनी ने कुछ मूलभूत सुविधाओं को सुधारने का आश्वासन दिया है और प्रशासन इसे सुनिश्चित करने के लिए लगातार निगरानी करेगा।
जनसुनवाई में सुरक्षा व्यवस्था?
जनसुनवाई के दौरान सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए बड़ी संख्या में बलौदाबाजार जिले की पुलिस बल तैनात किए गए थे। कंपनी ने भी बाउंसरों की टीम नियुक्त की थी ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। पूरे क्षेत्र को सुरक्षा के दृष्टिकोण से चारों ओर से जाली लगाकर सुरक्षित किया गया था।
बाईट- राकेश वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष:
“हमारे क्षेत्र के लोग आज भी पर्यावरण और रोजगार के मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त कर रहे हैं। प्रशासन और कंपनी दोनों को ध्यान रखना होगा कि जनहित की कोई भी योजना बिना जनता की सहमति और विश्वास के सफल नहीं हो सकती।”
बाईट- संदीप पांडे, शिक्षक:
“यह एक गंभीर मुद्दा है। हम चाहते हैं कि सरकार और कंपनी दोनों इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर समाधान निकाले, ताकि प्रदूषण और जल संकट जैसी समस्याओं का हल हो सके।” – संदीप पांडे, शिक्षक
बाईट- भद्रपाली युवा निवासी:
“हम चाहते हैं कि रोजगार के अवसर बढ़ें, लेकिन साथ ही पर्यावरण की सुरक्षा और पानी की समस्या का भी समाधान निकाला जाए। हमें दोनों पक्षों को संतुलित तरीके से देखना होगा।”
बाईट- दीप्ति गौते, अपर कलेक्टर, बलौदाबाजार:
“जनसुनवाई शांतिपूर्ण रही और हम सुनिश्चित करेंगे कि सभी समस्याओं पर उचित ध्यान दिया जाए। प्रशासन इस मामले में सक्रिय रूप से निगरानी करेगा।”
बाईट- कौशल मिश्रा, अंबुजा सीमेंट प्लांट प्रबंधक:
“हमने ग्रामीणों की चिंताओं को सुना है और उनके समाधान के लिए कई कदम उठाए हैं। हम भविष्य में भी पर्यावरण और रोजगार के मुद्दों पर काम करते रहेंगे।”
अंबुजा अदानी सीमेंट प्लांट ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर क्या कहा?
बलौदाबाजार जिले की सतत औद्योगिक विकास की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में, अंबुजा सीमेंट लिमिटेड ने छत्तीसगढ़ के भाटापारा – बलौदाबाजार जिले के रावन गांव में अपने एकीकृत सीमेंट प्लांट की विस्तारण यह परियोजना रुपये 10,426.79 करोड़ की लागत से लगाएगी। जिसका उद्देश्य सीमेंट उत्पादन को 6.5 MTPA से बढ़ाकर 16.5 MTPA, क्लिंकर उत्पादन को 8.1 MTPA से बढ़ाकर 16.1 MTPA तथा बिजली उत्पादन क्षमता को बढ़ाना है।
अदाणी सीमेंट का अंबुजा सीमेंट की इस विस्तार परियोजना से आसपास के गांवों में अपनी सीएसआर पहल से कई समुदाय-केंद्रित सीएसआर गतिविधियों को लागू करने की योजना है, जिसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर युवाओं के लिए रोजगार सृजन करना है।
अंबुजा सीमेंट के संयंत्र प्रमुख कौशल शर्मा ने मौजूद जनता को बताया कि कंपनी द्वारा कौशल विकास के तहत विभिन्न रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण जिनमें ई व्हीकल सुधार प्रशिक्षण जैसे कई नए कोर्स के बारे में जानकारी दी गई। इस पहल से क्षेत्र के सैकड़ों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर पैदा होंगे और आस-पास के क्षेत्रों के निवासियों को स्थिर आजीविका मिल सकेगी। स्वास्थ्य सेवा में स्थानीय आबादी की चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए नियमित स्वास्थ्य शिविर, मोबाइल चिकित्सा इकाइयाँ और स्वच्छता अभियान, शैक्षणिक सहायता के लिए अंबुजा सीमेंट स्थानीय स्कूलों में बुनियादी ढाँचे में सुधार, गांवों की सड़कों को दुरुस्त करने की योजना, योग्य छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करने, टिकाऊ कृषि तकनीकों में प्रशिक्षण और छोटे पैमाने के व्यवसाय इत्यादि शामिल है।