



सुशासन तिहार 2025 के तहत बलौदाबाजार में जनता की शिकायतों पर बड़ी कार्रवाई, अनुपस्थित शिक्षिका सस्पेंड, तीन शिक्षकों का तबादला, एक्शन मोड में कलेक्टर दीपक सोनी…
बलौदाबाजार: शहर के हर नुक्कड़ पर बैनर लगे हैं — “सुशासन तिहार बलौदाबाजार 2025“, लेकिन इस बार ये सिर्फ उत्सव नहीं, बदलाव की शुरुआत बन गया। जब बलौदाबाजार जिले के समाधान शिविरों में ग्रामीणों ने अपनी आवाज़ उठाई, तो वो सीधे कलेक्टर ऑफिस तक पहुंची — और फिर कुछ ऐसा हुआ, जो लंबे समय से टलता आ रहा था।
कलेक्टर दीपक सोनी की अगुवाई में जिला प्रशासन ने इस सुशासन तिहार को केवल औपचारिकता नहीं बनने दिया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “जनता की शिकायतों पर समयबद्ध कार्रवाई अनिवार्य है। अब लापरवाही नहीं चलेगी।”
सुशासन तिहार बलौदाबाजार; शिकायतें बनीं हथियार, शिक्षक की छुट्टी
खरतोरा हाई स्कूल में पदस्थ व्याख्याता एल. बी. प्रतिभा वर्मा कई महीनों से गायब थीं। न कोई सूचना, न कोई जवाबदेही। बच्चों की पढ़ाई अधर में थी। परेशान पालक बार-बार स्कूल के चक्कर काटते, लेकिन सुनवाई नहीं होती।
फिर आया समाधान शिविर।
एक बुजुर्ग पालक ने कंपकंपाते हाथों से शिकायती फॉर्म भरते हुए कहा, “बच्चों की पढ़ाई के साथ खिलवाड़ हो रहा है, साहब।”
जांच हुई, आरोप सही पाया गया — और जिला शिक्षा अधिकारी ने व्याख्याता के खिलाफ निलंबन प्रस्ताव शासन को भेज दिया।
सुशासन तिहार बलौदाबाजार: तीन शिक्षकों का तबादला, लोगों ने जताया स्वागत
समाधान शिविरों में दर्ज अन्य शिकायतों की भी गंभीरता से जांच हुई।
लापरवाह शिक्षकों की पहचान हुई। नतीजा — तीन शिक्षकों का कार्यस्थल बदला गया:
इन शिक्षकों पर हुए एक्शन
- सुनील कुमार सोनी, सहायक शिक्षक, शासकीय प्राथमिक शाला बैकोनी (सिमगा) को स्थानांतरित कर आदर्श प्राथमिक शाला सिमगा भेजा गया।देवेंद्र कुमार वर्मा, शिक्षक, पूर्व माध्यमिक शाला ओड़ान (पलारी) को पूर्व माध्यमिक शाला बैजनाथ खपरी (पलारी) में स्थानांतरित किया गया।निविषा उपाध्याय, सहायक शिक्षक, प्राथमिक शाला बैकोनी को प्राथमिक शाला कचलोन (सिमगा) में भेजा गया।
इन शिक्षकों पर आरोप था कि वे समय पर स्कूल नहीं पहुंचते, कक्षा संचालन में लापरवाही करते थे और विद्यार्थियों के भविष्य के साथ न्याय नहीं कर पा रहे थे। प्रशासन की इस कार्रवाई से स्थानीय नागरिकों ने राहत की सांस ली। एक पालक ने कहा, “अब शायद हमारे बच्चों को सही दिशा मिल सके।”
77 समाधान शिविर, दो लाख से ज्यादा आवेदन, और अब शुरू हुआ बदलाव
बलौदाबाजार जिले में अब तक 77 समाधान शिविर आयोजित हो चुके हैं, जहां दो लाख 39 हजार से ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं।
इनमें से अधिकतर शिकायतें शिक्षा, स्वास्थ्य, राशन, आवास और प्रशासनिक अनियमितताओं से जुड़ी हैं।
कलेक्टर दीपक सोनी के आदेश पर अब प्रशासन हर आवेदन को गंभीरता से जांच रहा है, और जिन मामलों में दोष सिद्ध हो रहे हैं — वहाँ तुरंत एक्शन लिया जा रहा है।
कलेक्टर का स्पष्ट संदेश: “यह त्यौहार केवल उत्सव नहीं, जवाबदेही की परीक्षा है”
दीपक सोनी ने कहा, “सुशासन तिहार शासन की पारदर्शिता और जवाबदेही का प्रतीक है। यह जनता की आवाज़ को सुने बिना पूरा नहीं हो सकता। अब हर सरकारी सेवक को सजग रहना होगा। लापरवाही की कोई जगह नहीं।”
जनता की जीत, प्रशासन की प्राथमिकता
शिक्षकों पर हुई इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि अब शासन की नज़र हर शिकायत पर है। जहां जनता की आवाज़ होगी, वहां प्रशासन की पहुंच होगी — और अगर कोई लापरवाही करेगा, तो सजा तय होगी।
सुशासन तिहार 2025 अब सिर्फ सरकारी बुलेटिन नहीं, बल्कि जनता के विश्वास की गूंज बन चुका है।
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