Cg Talk Logo
Search
Close this search box.

summer season on: सीजन आया गन्ना और बर्फ का; आसार तेजी के

summer season on: सीजन आया गन्ना और बर्फ का; आसार तेजी के
summer season on: सीजन आया गन्ना और बर्फ का; आसार तेजी के

राजकुमार मल/Baloda Bazar -Bhatapara News: संकेत- गन्ना जूस में ठहरी हुई कीमत बढ़ सकती है क्योंकि गन्ना का भाव बढ़ते क्रम पर है। इसी तरह बर्फ की खरीदी आगत दिनों में ऊंची कीमत देकर की जा सकेगी।

ग्रीष्म ऋतु के दिन ज्यादा दूर नहीं हैं दोपहर और रात का बढ़ता तापमान, अरसे से शांत ठंडे पेय पदार्थ विक्रेताओं के पास संदेश भेज चुका है अग्रिम तैयारी का। इसी क्रम में बर्फ उत्पादन करने वाली इकाइयां बर्फ बनाने और बेचने लगी हैं, तो उत्पादक क्षेत्र से गन्ना की आवक भी चालू हो चली है। संकेत दोनों में तेजी के मिलने लगे हैं क्योंकि जूस कार्नरों की मांग पहुंचने लगी है।

खुलने लगे कॉर्नर

दोपहर और देर शाम तक हल्की गर्मी का एहसास। यह स्थितियां गन्ना जूस विक्रेताओं को संदेश दे रहीं हैं, सीजन के शुरुआत की। बीते साल की तुलना में ऐसे कार्नरों की संख्या बढ़ने के इसलिए भी आसार हैं क्योंकि जहां चुनिंदा ठिकाने तैयार हो रहीं हैं, तो नए क्षेत्र में जूस का बेचा जाना चालू हो चुका है। जबकि शिकंजी के काउंटर में तैयारी नजर नहीं आ रही है।

इसे भी पढ़े- शराब की ‘होम डिलीवरी’ कराने वाले कांग्रेसी कर रहे हड़ताल!! जानिए कांग्रेस विधायक के इस हड़ताल के पीछे की पूरी सच्चाई?

गन्ना आ रहा सरगुजा से

जूस क्वालिटी के गन्ना की आवक सरगुजा से चालू हो चुकी है। फिलहाल 500 से 650 रुपए क्विंटल पर उपलब्ध हो रहा गन्ना अब तेजी का संकेत इसलिए दे रहा है क्योंकि शुरुआती दौर में ही मांग का दबाव गन्ना किसान महसूस कर रहे हैं। जूस कारोबारियों के मुताबिक मांग के दिनों में गन्ना की कीमत 700 रूपए क्विंटल तक जाने की आशंका है।

ठंडा है बर्फ

होलसेल में 4 से 5 रुपए किलो। रिटेल में 6 से 7 रुपए किलो। बर्फ की यह कीमत भी साफ संकेत दे रही है तेजी का। यह इसलिए क्योंकि मांग, फिलहाल गन्ना जूस सेंटर की है। लस्सी और कोल्ड ड्रिंक सेंटरों की भी मांग निकलने पर, न सिर्फ उत्पादन बढ़ाना होगा बल्कि कीमत भी बढ़ानी होगी। इसलिए बर्फ बनाने वाली इकाइयां भी बाजार की मांग पर नजर रखीं हुईं हैं।

तैयारी यहां भी

सीजन के कारोबार पर नजर रखने वाले खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने तैयारी चालू कर दी है जांच की। स्वच्छता निशाने पर तो होगी ही, साथ ही यह भी देखा जाएगा कि सीजन के लिए जरूरी औपचारिकताएं जूस सेंटरों ने की हैं या नहीं ? मालूम हो कि नियमानुसार जूस बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन नंबर का लिया जाना अनिवार्य है।

 

Leave a Comment