तीन साल बाद बलौदाबाजार-भाटापारा सतनामी समाज का चुनाव सम्पन्न, रोहित टंडन निर्विरोध जिलाध्यक्ष चुने गए। युवाओं में दिखा जोश और एकता।
बलौदाबाजार: बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में सतनामी समाज का इंतजार आखिर खत्म हुआ। तीन साल बाद हुए संगठनात्मक चुनाव में समाज को नया नेतृत्व मिल गया है। रोहित टंडन ने सर्वसम्मति से जिला अध्यक्ष का पद संभालते हुए समाज में नई ऊर्जा का संचार किया है। इस बार का चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण और पारदर्शी तरीके से सम्पन्न हुआ, जिसमें जिले के विभिन्न ब्लॉकों से समाज के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में शामिल हुए। खास बात यह रही कि किसी भी पद के लिए मुकाबला नहीं हुआ, सभी पदाधिकारी निर्विरोध चुने गए।
नई टीम में शामिल चेहरे
- जिला अध्यक्ष – रोहित टंडन
- उपाध्यक्ष – अशोक घृतलहरे
- सचिव – ओमप्रकाश कोशले
- कोषाध्यक्ष – संतोष सोनवानी
- सह सचिव – सहदेव जोशी
पुराने नेतृत्व से नई पीढ़ी को कमान
इससे पहले भागलाल कोशले लगातार दो कार्यकाल तक जिलाध्यक्ष रहे। उन्होंने संगठन को मजबूत करने और समाज के विस्तार में अहम भूमिका निभाई। अब उन्होंने पद छोड़ते हुए युवाओं को जिम्मेदारी सौंपी है। समाज के वरिष्ठ सदस्यों ने इसे “नेतृत्व में पीढ़ी परिवर्तन” की दिशा में सकारात्मक कदम बताया।
शिक्षा, रोजगार और एकता हमारी प्राथमिकता -रोहित
निर्विरोध चुने जाने के बाद रोहित टंडन ने कहा, यह सिर्फ जिम्मेदारी नहीं, समाज की उम्मीद है। हमारी प्राथमिकता शिक्षा, रोजगार और सामाजिक एकता को मजबूत करना है। अब समय है कि सतनामी समाज अपनी बौद्धिक और सामाजिक क्षमता को पहचानकर आगे बढ़े।
“मनखे मनखे एक समान” (मनुष्य-मनुष्य एक समान) गुरु घासीदास जी का एक महत्वपूर्ण संदेश है जो सभी मनुष्यों की समानता और एकता पर जोर देता है, किसी भी तरह के भेदभाव या छुआछूत को नकारता है। -रोहित टंडन
समाज में उत्साह और उम्मीद
चुनाव के बाद समाज के कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखा गया। बड़ी संख्या में युवाओं ने रोहित टंडन को फूल-मालाओं से स्वागत किया और नारे लगाए— “जय गुरु घासीदास” की गूंज से पूरा परिसर गूंज उठा। वरिष्ठ सदस्य अशोक घृतलहरे ने कहा कि नया नेतृत्व संगठन को जमीनी स्तर तक सक्रिय करेगा। वहीं ओमप्रकाश कोशले ने कहा कि समाज में नई सोच और योजनाओं को लागू करने की दिशा में कार्य शुरू होगा।
5 से 6 लाख की जनसंख्या वाला समाज
बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में सतनामी समाज की जनसंख्या करीब 5 से 6 लाख है। यह समाज जिले की सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में अहम भूमिका निभाता है। कई गांवों और वार्डों में समाज के युवाओं ने शिक्षा और सामाजिक सेवा में मिसाल कायम की है।
एकता और सहयोग का संदेश
पूर्व अध्यक्ष भागलाल कोशले ने कहा, “समाज में बदलाव तभी संभव है जब हम एकजुट रहें। नई टीम से हमारी उम्मीद है कि यह संगठन को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी।”
सतनामी समाज के इस चुनाव को जिले में एकता और सहयोग का प्रतीक माना जा रहा है। लंबे समय बाद हुए इस लोकतांत्रिक चयन से समाज में नई ऊर्जा और सकारात्मक माहौल बना है।
(रिपोर्ट: चंद्रकांत वर्मा, बलौदाबाजार)
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