Politics material : मिले ‘हाथ’ का साथ, तो बने बात- प्रचार सामग्री का बाजार कर रहा इंतजार
Chhattisgarh Talk / भाटापारा न्यूज़ : प्रचार सामग्री का बाजार, कांग्रेस की मांग की आस में है क्योंकि हो रही पूछताछ और रुझान, संकेत दे रहे हैं कि बड़ा सहारा यही पार्टी बन सकती है। वैसे नया बदलाव यह आया है कि अब सिंगल कलर की जगह मल्टीकलर सामग्री की डिमांड ज्यादा देखी जा रही है।
आगत विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार सामग्री बनाने और बेचने वाली संस्थानों की तैयारी लगभग अंतिम चरण में है। फ्लेक्स और पोस्टर बनाने वाली यूनिटों के पास, इस बरस काम बढ़ने की पूरी संभावना है क्योंकि प्रचार के तरीकों में काफी बदलाव आया है। इस बदलाव ने खर्च भी बढ़ा दिए हैं। लिहाजा प्रचार के काम में बड़ी रकम खर्च करनी होगी प्रत्याशियों को।
सिंगल नहीं, मल्टीकलर
हैंड बिल ही क्यों ना हो, चाहिए मल्टीकलर। यह नया बदलाव सिंगल कलर को आउट कर चुका है। कागज की कीमत लगातार बढ़ रही है इसलिए प्रचार की यह सामग्रियां ऊंची दरों में बनवाई जा सकेंगी, मंजूर है नई कीमत। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि डोर-टू-डोर कैंपेन में इसे मतदाताओं तक पहुंचना है। इसलिए यह बाजार बेहतर मांग की आस में है।
महंगा पड़ेगा टोपी पहनाना
हैंड बैंड, बैच, अंगूठी, स्टीकर प्लास्टिक के आ गए हैं, तो टोपी और टी-शर्ट में अभी भी कपड़ा का कब्जा है। इस बार इन सभी की खरीदी पर लगभग 30% ज्यादा पैसे लगेंगे, चुनाव में भाग लेने वाले राजनीतिक दलों को। तेजी की बड़ी वजह जी एस टी को बताया जा रहा है। यह बाजार भी कांग्रेस की मांग की राह देख रहा है।
तैयार है फ्लैक्स यूनिटें
प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की प्रतीक्षा कर रहीं फ्लेक्स यूनिटें तैयार हैं, आर्डर मिलते ही काम चालू करने के लिए। संबंधितों को सूचित कर दिया है कि इस बार फ्लेक्स बनवाने पर 30% ज्यादा खर्च करना होगा क्योंकि कलर और शीट की कीमत बढ़ चुकी है।कुशल ऑपरेटर से काम लेने पर भी अपेक्षाकृत ज्यादा रकम देनी पड़ रही है।
इसलिए ‘हाथ’ का साथ
भाजपा नहीं, इस बार कांग्रेस से प्रचार सामग्री में मांग की प्रतीक्षा है क्योंकि यही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जो स्थानीय बाजार का ध्यान रखती है। जबकि विपक्ष की पूरी तैयारी मुख्यालय स्तर पर होती है। ऐसी स्थितियों में स्थानीय मल्टीकलर यूनिटें, हैंड बिल और फ्लेक्स बनाने वाली इकाइयां ‘हाथ’ का साथ मिलने की आस में हैं।