



- पलारी पुलिस का अमानवीय चेहरा आया सामने
- वर्दी का धौंस दिखाकर युवक की बेरहमी से की पिटाई
Baloda Bazar policeman’s Hooliganism: पुलिसिया दादागिरी का एक नया मामला आया सामने, अक्सर कई ऐसे मामले सामने आते है जिनके कारण पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो जाते हैं। ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले का हैं, ताजा मामला पलारी थाना क्षेत्र का हैं, जहाँ बलौदाबाजार से पलारी रोड पर महाराजा ढाबा हैं बीते दिनों पुलिसकर्मी ढाबा में खाना खाने गए पुलिसकर्मी से जब ढाबा संचालक ने खाने का पैसा मांगा तो थाने लेजाकर दनादन जड़ा थप्पड़ पुलिस की मार से आहत होकर पीड़ित ढाबा संचालक 6 मई को बलौदाबाजार पुलिस अधीक्षक कार्यालय न्याय का गोहार लगाने पहुंचा उसी दौरान मीडिया से बातचीत की। जिसका वीडियो नीचे देख सकते हैं।
Baloda Bazar policeman’s Hooliganism: मिली जानकारी अनुसार बलौदाबाजार-पलारी रोड पर महाराजा ढाबा हैं जहाँ बीते दिन दोपहर 1:30 बजे के आसपास पलारी पुलिसकर्मी और उसके कुछ साथी सिविल कपड़े में खाना-खाने महाराजा ढाबा पहुँचे, जहाँ दो हॉफ प्लेट करेला, हॉफ प्लेट चना मशाला, तीन हॉफ दाल फाई एवं चार हॉफ चाँवल लगाया गया जिसको खाने के बाद संचालक द्वारा बील 490 रूपये के होना बताया, जिस पर पुलिस वाले 150 रुपए दिए। ढाबा संचालक के द्वारा सर अभी बोहनी का टाइम है कम से कम 300 रूपए दे दो की बात हुई जिस पर पुलिस वाले ने वहीं पर गाली गलौज देते हुए वर्दी का रौंप दिखाते हुए उसे कहा कि जितना देता हूं उतना रख नहीं तो तुम्हें दारू पिलाने या दारू बेचने या चखना के केस में फंसा दूंगा कहकर धमकाने लगा और थाने लेजाकर उसकी भरपूर पिटाई की सूत्र बताते हैं कि पीड़ित के हाथों की उंगली फैक्टर हो चुकी हैं। क्या पुलिस के द्वारा बेरहमी से पीटना सही था? क्या पुलिसकर्मी फ्री में खाना खाते हैं?
इसे भी पढ़े- राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा के गृह जिले बलौदाबाजार में अनोखा कृत्य आया सामने; जानिए किसकी टोपी किसकी सर?
सूत्र बताते हैं कि इसके पहले भी उस पुलिसकर्मी के ऊपर ऐसा आरोप लग चुका है, सूत्रों के अनुसार पुलिसकर्मी का नाम लोमश साहू हैं जो पलारी थाने में आरक्षक के पद पर पदस्त हैं, अब आगे देखना होगा कि पुलिस विभाग अपने कर्मचारी पर किस प्रकार कार्यवाही करता हैं या फिर दबंगई पुलिस आरक्षक पर कार्यवाही करता हैं? यह तो देखने वाली बात होगी।
#Chhattisgarh #बलौदाबाजार पुलिस की #दादागिरी -अक्सर कई ऐसे मामले सामने आते है जिनके कारण #पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो जाते हैं
आव देखा-ना ताव, युवक को दनादन जड़े थप्पड़, वर्दी का धौंस दिखाकर युवक की बेरहमी से #पिटाई@ChhattisgarhCMO @narendramodi @BalodabazarSp #MIvSRH pic.twitter.com/HvSxX136xH
— Chhattisgarh Talk (@ChhatisgarhTalk) May 6, 2024
क्या कहता हैं पीड़ित ढाबा संचालक?
महाराजा ढाबा के संचालक ने बलौदाबाजार पुलिस अधीक्षक के शिकायत पत्र के अनुसार यह लिखा है कि पीड़ित भरत देवांगन पिता भकला देवांगन निवासी वार्ड कमांक 15 नगर पंचायत पलारी का निवासी हैं, जो कि पलारी से बलौदाबाजार मुख्य मार्ग ग्राम बिनौरी के पास किराये के दुकान पर ढ़ाबा संचालित कर अपने व अपने परिवार का भरण पोषण करता हैं, यह घटना 5 मई को दोपहर लगभग 1:30 से 2 बजे के बीच तीन पुलिसकर्मी जिसमें से दो पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में तथा एक पुलिसकर्मी वर्दी पहने आकर मुझसे खाना खाने की बात कही गई,
इसे भी पढ़े- कहा हो साहब इधर लोगों की जान के साथ हो रहा खिलवाड़, आखिर कौन हैं जिम्मेदार? देखिए स्पेशल रिपोर्ट
Baloda Bazar policeman’s Hooliganism: जिसमे मेरे द्वारा अभी दुकान खोला हूँ सर अभी तक मेरी बोहनी नहीं हुई है, कहने पर खाने की बील का आधा पैसा देने की बात कही गई जिस पर पीड़ित द्वारा ठीक है सर खाना लगाता हूँ बोला गया और मेरे द्वारा खाना लगाया गया जिसमे दो हॉफ पलेट करेला, हॉफ पटेल चना मशाला एवं तीन हॉफ दाल फाई एवं चार हॉफ चाँवल लगाया गया जिसको खाने के बाद मेरे द्वारा बील का रकम कुल रकबा 490 रूपये बताये जाने पर पुलिसकर्मीयो के द्वारा बील देने से इंकार किया गया एवं अशलील माँ बहन की गंदी गंदी गाली गलौज करते हुए मुझे पुलीसकर्मीयों के द्वारा गाड़ी में बैठा कर थाने ले गया जिसके बाद मुझे गाड़ी से नीचे उतारते ही मारना पीटना चालू कर दिया गया जिससे मुझे कम से कम मेरे कन्पट्टी को 4 से 5 झापड़ मारा उसी दौरान कान को बचाने के लिए हाथ को कान के पास रखा जिसके कारण मेरे हाथ का उंगली भी टुट गया उसके बाद मुझे थाने के अंदर ले जाया गया उसके बाद मुझे फिर से पुरे स्टॉफ के सामने मारा गया है जिसकी घटना दिनांक 05/05/2024 को दोपहर के दो से तीन बजे के बीच थाने कि सीसीटीवी कैमरे में रिकार्ड को जॉच कर घटना की पुष्टि की जा सकती है।
थाने की इस आवेदन के आधार पर क्या रूपरेखा है?
क्या पुलिस के द्वारा बेरहमी से पीटना सही था?
वर्दी का धौंस आखिर कितना प्रतिशत कामगार हैं?
इसे भी पढ़े- मुर्गीपालन का यह आइडिया बदल सकता है किसानों की जिंदगी, किसानों के लिए लाभदायक है सौदा
क्या कहते हैं थाना प्रभारी
इस पूरे मामले में पलारी थाना प्रभारी शशांक सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुझे फिरहाल इसकी जानकारी नही हैं, इस तरह का मामला अगर है तो मैं जांच करूंगा और विधि पूर्वक कार्यवाही किया जाएगा।
खबर अभी बाकी है वह अगले अंक में उच्च पुलिस अधिकारी का बयान लेकर के खबर पुनः प्रकाशित की जाएगी….Baloda Bazar policeman’s Hooliganisml
पुलिस अधिकारी की मनमानी!! कोर्ट ने किया थानेदार पर एफआईआर, जानिए क्या है मामला