छत्तीसगढ़ के सीमेंट संयंत्र में मजदूरों का मेहनताना रोकने पर तनाव, अदानी अंबुजा सीमेंट के अफसरों ने दी पुलिस से उठवाने की धमकी 

छत्तीसगढ़ के सीमेंट संयंत्र में मजदूरों का मेहनताना रोकने पर तनाव, अदानी अंबुजा सीमेंट के अफसरों ने दी पुलिस से उठवाने की धमकी 
छत्तीसगढ़ के सीमेंट संयंत्र में मजदूरों का मेहनताना रोकने पर तनाव, अदानी अंबुजा सीमेंट के अफसरों ने दी पुलिस से उठवाने की धमकी 

छत्तीसगढ़ के सीमेंट संयंत्र में मजदूरों का मेहनताना रोकने पर तनाव, अदानी अंबुजा सीमेंट के अफसरों ने दी पुलिस से उठवाने की धमकी

बालगोविंद मार्कण्डेय/रायपुर/बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार स्थित अदानी अंबुजा सीमेंट संयंत्र (Adani Ambuja Cement Plant) के तीसरी विस्तार परियोजना में काम कर रहे मजदूरों ने आरोप लगाया है, कि उन्हें दीपावली और छठ त्योहार के दौरान भी उनका मेहनताना नहीं दिया जा रहा है। मजदूरों ने जब अपना भुगतान मांगा, तो संयंत्र के अफसरों और ठेकेदारों ने उन्हें पुलिस से उठवाने की धमकी दी। इस मुद्दे को लेकर मजदूरों ने जिला श्रम कार्यालय और सीटी कोतवाली बलौदा बाजार में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे पहले जिले के मुखिया कलेक्टर दीपक सोनी से भी ज्ञापन सौप कार्यवाही की मांग की थी। मजदूरों का कहना है कि उन्हें बंधवा मजदूरी करने पर मजबूर किया जा रहा है, और अधिकांश ठेकेदारों को उनका भुगतान नहीं किया जा रहा है। मामले में अधिकारियों द्वारा मजदूरों और ठेकेदारों को दबाव में रखने की भी खबरें आई हैं।

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बलौदाबाजार सिटी कोतवाली थाने में ठेकेदारों व संयंत्र के अधिकारियों के खिलाफ धारा 174 के अंतर्गत कार्यवाही कर मजदूरों को उनका मेहनताना दिलाने का दिया आश्वासन दिया।

क्या कहता हैं धारा 174?

धारा 174 के अंतर्गत पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए, संदिग्ध परिस्थितियों में मजदूरों की मेहनताने की देरी और उन्हें मानसिक उत्पीड़न से संबंधित आरोपों पर कार्रवाई का वादा किया है। पुलिस ने कहा कि यदि मजदूरों का भुगतान नहीं किया जाता या उन्हें प्रताड़ित किया जाता है, तो इसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे और न्याय दिलाने के प्रयास किए जाएंगे।

अंबुजा सीमेंट संयंत्र में मजदूरों का मेहनताना रोकने पर तनाव

स्थानीय अदानी अंबुजा सीमेंट संयंत्र (Adani Ambuja Cement Plant) के तीसरी विस्तार परियोजना प्रोजक्ट में काम कर रहे हैं मजदूर बंधवा मजदूरी करने को मजबूर हैं संयंत्र के प्रोजेक्ट के मुख्य ठेकेदार द्वारा अन्य ठेकेदारों को उनका मेहनताना नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण मजदूर बंधवा मजदूरी करने को मजबूर हैं मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं मिलने के कारण मजदूर दीपावली छट त्योहार मनाने के लिए अपने घर नहीं जा पा रहे हैं।

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मिली जानकारी अनुसार मजदूरों को जबरदस्ती उनका मेहनताना दिए बगैर काम कराया जा रहा है। प्रोजेक्ट में लगभग 20 से 30 अन्य राज्य के ठेकेदार एल एन बी टी मुख्य ठेकेदार के अंतर्गत प्रोजेक्ट में काम कर रहे हैं, जिसके अंतर्गत लगभग 2 से 3 हजार मजदूर काम कर रहे हैं। जिन्हें ऐन दीपावली छट त्यौहार के मौके पर उनका मेहनताना दिए बगैर बंधवा मजदूरी कराया जा रहा है मजदूर अपनी मजदूरी के इंतजार में घर नहीं जा पा रहे हैं। जिसके कारण बाहरी राज्य से आए हुए मजदूर में संयंत्र के प्रति भारी रोष व्याप्त है। बाहरी राज्य से आए हुए ठेकेदारों ने बताया कि एल एन बी टी जबरदस्ती ठेकेदारों के खाते में बहुत कम पैसा डाल रही है जिससे मजदूरों का मेहनताना देना मुश्किल हो रहा है । मजदूरों ने बताया कि यह पहली दफा नहीं है जब-जब ठेकेदारों द्वारा मजदूरों का महेनताना मांगा जाता है। तब तब मुख्य ठेकेदार द्वारा दबाव बनाकर ठेकेदार को ही प्रोजेक्ट से भगा दिया जाता है। संयंत्र के प्रोजेक्ट में यह पहली घटना नहीं है जिसमें मजदूरों को अपने मजदूरी के लिए भटकना पड़ रहा है पूर्व में ऐसे कई मामले हैं जिसके अंतर्गत संयंत्र मजदूरों को उनकी मजदूरी देने के बजाय उन्हें प्रताड़ित करते रहती है।

मजदूरों ने आरोप लगाते हुए कहा?

मजदूरों ने आरोप लगाते हुए कहा कि संयंत्र के प्रोजेक्ट के अधिकारी एवं प्रोजेक्ट तैयार करने वाले मुख्य ठेकेदारों के साथ गांठ व कमीशन खोरी के चलते मजदूरों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। संयंत्र के अधिकारियों द्वारा जमकर कमीशन खोरी की जा रही है जिसके चलते संयंत्र के अधिकारी प्रोजेक्ट में काम कर रहे ठेकदारों को कुछ बोल नहीं पा रही है।

मजदूरों ने बताया कि संयंत्र के प्रोजेक्ट तैयार करने वाले मुख्य ठेकेदार मोहम्मद तस्वीर अपने चाहते लोगों को व अपने समुदाय के लोगों को काम देकर मजदूरों का जमकर शोषण कर रहा है। जो मजदूर मजदूरी के लिए आवाज उठाता है उसे संयंत्र के प्रोजेक्ट से बाहर निकाल दिया जाता है साथ ही अपनी मजदूरी के लिए ही भटकना पड़ रहा है। मजदूरों द्वारा संयंत्र के तीसरे प्रोजेक्ट के एच आर एम हेड ज्योत्सना पांडे से शिकायत करने पर समस्या का समाधान करने के बजाय उल्टा ज्योत्सना पांडे द्वारा ही मजदूरों को पुलिस से उठवाने की धमकी दिया जा रहा है।

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मजदूरों ने यह भी कहा कि ठेकेदार पैसा देने के लिए तैयार है परंतु संयंत्र के मुख्य ठेकेदार एल एन बी टी के प्रोजेक्ट हेड मोहम्मद तस्वीर के द्वारा पैसा नहीं दिया जा रहा है जिससे ठेकेदार मजदूरों को उनका महेनताना नहीं दे पा रहे हैं। प्रोजेक्ट हेड मोहम्मद तस्वीर के द्वारा लगातार ठेकेदारों पर बंधवा मजदूरी के लिए दबाव बनाया जा रहा है। संयंत्र के प्रोजेक्ट में काम कर रहे हैं अधिकांश ठेकेदारों को प्रोजेक्ट के मुख्य ठेकेदार एल एन बी टी द्वारा उनका मेहनताना नहीं दिया गया है। साथ ही ठेकेदारों व मजदूरों को बंधवा मजदूरी करवाने को मजबूर किया जा रहा है।

पीड़ित मजदूरों ने यहां यहाँ की शिकायत

कुछ मजदूरों एवं ठेकेदारों द्वारा इसकी शिकायत जिला श्रम कार्यालय व सिटी कोतवाली में भी किया गया है। जिला श्रम अधिकारी के बुलाए जाने के बावजूद भी ठेकेदार जिला श्रम अधिकारी को ही घूमा रहे हैं। मजदूरों ने कहा कि हम अपने घरों में दीपावली व छट पूजा में नहीं जा पा रहे हैं साथ ही घरों में तीन-चार महीना से पैसा नहीं भेज पा रहे हैं संयंत्र के प्रोजेक्ट में अधिकांश ठेकेदारों को बहुत कम पैसा दिया गया है जिसके चलते हैं ठेकेदारों वह मजदूरों के बीच वाद विवाद की स्थिति पैदा हो रही है लगभग 20 से 25 दिन पूर्व मजदूरों द्वारा जिला श्रम कर्यालय में इसकी शिकायत भी किया गया है परंतु जिला श्रम अधिकारी के बुलावे के बावजूद भी संयंत्र के अधिकारी कोई जवाब नहीं दे रहे हैं मजदूरों की समस्या ज्यो कि त्यो बनी हुई है। मजदूर यहां काम करके इतना निराश हो गए हैं कि दोबारा यहां काम करने से मना कर रहे हैं। उनका महेनताना मिलने के बाद यहां इस कंपनी में काम करने से भी डर रहे हैं

अडानी अंबुजा सीमेंट प्लांट में मजदूरों का दबाया जा रहा हैं आवाज दिए जा रहे पुलिस से उठवाने की धमकी

पूर्व में संयंत्र के अंदर लाइन 2 का विस्तार किया गया था जिसमें मुख्य ठेकेदार मैकेनिकल आयोगी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी था वही सिविल के मुख्य ठेकेदार जे सी एल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी था उनके द्वारा किसी भी ठेकेदार वह मजदूर को अपनी मजदूरी के लिए भटकना नहीं पड़ा था आज भी इन कंपनियों को मजदूर याद करते हैं। कंपनी द्वारा 8 तारीख को मजदूरों का पैसा उनके खाते में डाल दिया जाता था। परंतु वर्तमान में प्रोजेक्ट तैयार करने वाले मुख्य ठेकेदार ऐसा नहीं है मजदूरों को उनकी मजदूरी तब तक नहीं दी जा रही है जब तक मजदूर अपनी मजदूरी के लिए आवाज ना उठाएं।

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कुछ ऐसा ही हाल स्थानीय मजदूरों का भी है जिनको अपनी मजदूरी के लिए ठेकेदार के खिलाफ श्रम कार्यालय मे शिकायत करना पड़ा था। तब जाकर मजदूरों का मजदूरी का भुगतान ठेकेदार द्वारा किया गया था।

क्या कहते हैं जिम्मेदार अधिकारी?

इस संबंध में प्रोजेक्ट के मुख्य ठेकेदार मोहम्मद (L N. V.T) मोहम्मद तस्वीर ने कहा कि हमारे द्वारा सभी ठेकेदारों को पैसा दे दिया गया है।

इस संबंध में प्रोजेक्ट हेड धर्मेंद्र सिंह भदोरिया ने कहा कि मुझे कौन मजदूर ,ठेकेदार को पेमेंट होता है या नहीं होता है इससे कोई मतलब नहीं है आप एच आर एम हेड ज्योत्सना पांडे से बात कर लीजिए। -धर्मेंद्र सिंह भदोरिया,प्रोजेक्ट हेड

इस संबंध में एच आर एम हेड ज्योत्सना पांडे को फोन से संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु उन्होंने फोन का जवाब नहीं दिया । यह पहली दफा नहीं है जब मैडम ने फोन पर जवाब नहीं दिया हो संयंत्र के तीसरी प्रोजेक्ट के संबंध में जब भी कोई घटना घटा है तब तब जानकारी मांगे जाने पर मैडम द्वारा फोन नहीं उठाया गया है। -ज्योत्सना पांडे, HRM हेड

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