मोबाईल के प्लेस्टोर से आभा एप्लीकेशन डाउनलोड करने पर आपको उसमे अपनी पूरी जानकारी डालने के बाद एक “आभा हेल्थ कार्ड” जारी होता है. मरीज से बीमारी के बारे में पूछकर संबंधित डिपार्टमेंट और डॉक्टर कक्ष का नंबर प्रिंट कर पर्चा दे दिया जाएगा पूरा पढ़िए….
लखेश्वर यादव/जांजगीर चांपा: जांजगीर चांपा के जिला हॉस्पिटल में अच्छे और बेहतर ईलाज होने से मरीजों को संख्या बढ़ते जा रही है. मरीज अब प्राइवेट क्लिनिक में इलाज के बदले अब जिला हॉस्पिटल में डॉक्टरों से ईलाज करवाने आ रहे है. जिससे की ओपीडी काउंटर में पर्ची कटवाने (रजिस्ट्रेशन) करने के लिए मरीजों की लंबी लाइनें लगाने पड़ती है. इस परेशानी को कम करने के लिए आभा एप ( ABHA – आयुष्मान भारत हेल्थ काउंटर) बनाया गया. अब इसके माध्यम से मरीज ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर ओपीडी काउंटर से तुरंत पर्ची ले कर डॉक्टर से ईलाज करवाने के लिए सुविधा मिलेगी.
क्या कहते है सिविल सर्जन
जांजगीर चांपा जिला हॉस्पिटल के सिविल सर्जन डॉ अनिल जगत ने बताया की समय के साथ साथ और जिला हॉस्पिटल में अच्छे इलाज के कारण जिला हॉस्पिटल के ओपीडी में मरीजों की बढ़ोतरी हुई है.पहले इसमें मरीजों को डॉक्टर के मिलने ईलाज करवाने के लिए ओपीडी में पर्ची कटवाने के लिए मरीजों ये उनके परिजनों को लंबी लाइन लगानी पड़ती थी जिससे परेशानियों का सामना करना पड़ता था. इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा आभा एप ( ABHA aaplication) की शुरुवात किया है. इस एप के जरिए कोई भी मरीज ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते है. जिससे आपको लाइन लगाने की जरूरत ही नही है. इसे आपको लाईन लगने की भी जरूरत भी नहीं होगी और आपका समय भी बचेगा.
सिविल सर्जन डॉ अनिल जगत ने बताया की आभा एप्लीकेशन स्टॉल करने के बाद उसमे जो जानकारी मांगी जाती है. जैसे नाम, गांव, उम्र, मोबाइल नंबर, आदि जानकारी मांगी जाती है. वो सभी डालने के बाद आपका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो जाएगा. उसके बाद आप जिला हॉस्पिटल के ओपीडी काउंटर में जाकर बिना लाइन लगाए जो 10 रूपए शुल्क निर्धारित है वो देकर अपना आनलाइन रजिस्ट्रेशन नंबर या आभा एप में आपका क्यूआर दिकारकर तुरंत पर्ची प्राप्त कर सके है.
आभा एप्लीकेशन के और क्या फायेंदे है
मोबाईल के प्लेस्टोर से आभा एप्लीकेशन डाउनलोड करने पर आपको उसमे अपनी पूरी जानकारी डालने के बाद एक “आभा हेल्थ कार्ड” जारी होता है. जिसमे आपको 14 अंकों का नंबर मिलता है, जैसे आधार कार्ड में नंबर मिलता है, ये वैसा ही होता है. आभा कार्ड के 14 अंकों के नंबर में आपकी हेल्थ से जुड़ा सभी डेटा रहता है. ये एक तरह से आपका हेल्थ आईडी कार्ड होता है. जिससे आपको भी अस्पताल (Hospital) में लंबी लाइन में लगाने की जरूरत नहीं है. इसके साथ ही सबसे बड़ा फायदा अपको अपनी बीमारी से जुड़े पुराने कागजात संभालना नही पड़ेगा. आपकी हेल्थ से जुड़ी सभी पुरानी जानकारी इस आभा हेल्थ कार्ड में ऑनलाईन एंट्री रहेगी.
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कैसे करेगा आभा पोर्टल काम
आभा से पर्चा बनवाने के लिए मरीजों को अपने मोबाइल फोन में आभा ऐप डाउनलोड करना होगा। उसके बाद आधार कार्ड और मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन कराना होगा। अस्पताल के मुख्य द्वार पर आभा का क्यूआर कोड लगा रहेगा। उसे ऐप से स्कैन करते ही एक अकाउंट नंबर मिलेगा, मरीज को पर्चा काउंटर पर उस नंबर को बताना होगा। काउंटर पर जो कर्मचारी होगा वह कंप्यूटर से नंबर डालेगा, इसके बाद मरीज के आधार कार्ड की जानकारी स्क्रीन पर आ जाएगी।
मरीज से बीमारी के बारे में पूछकर संबंधित डिपार्टमेंट और डॉक्टर कक्ष का नंबर प्रिंट कर पर्चा दे दिया जाएगा। इसके बाद मरीज डॉक्टर के पास चला जाएगा, जहां डॉक्टर के कंप्यूटर पर उसकी सारी हिस्ट्री मौजूद होगी। इस सुविधा का एक फायदा यह भी है कि आपको अपनी रिपोर्ट या पर्चे को ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी। आप जब भी डॉक्टर से मिलेंगे आप की पूरी हिस्ट्री उनके सामने उपलब्ध होगी, जिससे आप का इलाज करने में डॉक्टर को भी आसानी हो सकेगी।