Naxalites rampage in CG छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का तांडव; नक्सली IED ब्लास्ट में दो सुरक्षाकर्मी घायल घायल सुरक्षकर्मी की क्या है स्थिति देखिए
असीम पाल / सुकमा दंतेवाड़ा न्यूज़ : छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सोमवार को नक्सलियों द्वारा किए प्रेशर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) ब्लास्ट में दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए. पुलिस ने यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट किस्ताराम पुलिस थाना क्षेत्र में सुबह करीब 10.15 बजे हुआ, जहां सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम सड़क निर्माण कार्य को सुरक्षा प्रदान करने के लिए गश्त कर रही थी.
गश्त पर थे सुरक्षाकर्मी
उन्होंने कहा कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 217वीं बटालियन, कमांडो बटालियन फॉर रिजोल्यूट एक्शन (कोबरा – सीआरपीएफ की एक विशिष्ट इकाई) की 208वीं बटालियन और जिला बल के कर्मी ऑपरेशन में शामिल थे. सालटोंग गांव में सड़क निर्माण कार्य को सुरक्षा प्रदान करने के लिए डब्बामरका पुलिस कैंप से गश्ती शुरू की गई थी.
घायल सुरक्षाकर्मी अस्पताल में भर्ती
अधिकारी ने बताया कि जब टीम सालटोंग के पास इलाके की घेराबंदी कर रही थी, तभी दो कर्मी प्रेशर आईईडी कनेक्शन के संपर्क में आ गए, जिससे विस्फोट हो गया. उन्होंने बताया कि दोनों घायल कर्मियों को प्रारंभिक उपचार दिया गया और उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा है. फिलहाल इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है.
चार नक्सलियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
नारायणपुर जिले में सुरक्षा बल पर आइईडी विस्फोट और मुख्य मार्ग पर पेड़ व पत्थर डालकर अवरूद्ध करने के आरोपित नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें से एक भाजपा नेता रतन दुबे की हत्या में शामिल था। सभी को न्यायिक रिमांड पर न्यायालय में पेश किया गया है। नक्सल विरोधी अभियान अंतर्गत नारायणपुर पुलिस ने चार संदेहियों को पकड़ा था। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम संमलू कोर्राम (28) निवासी हितुलवाड़, शंकर कश्यप (25) निवासी गुमटेर, लखमा कोर्राम (42) निवासी गुदाड़ी व धनसिंग कोर्राम (40) निवासी बड़ेनहोड़ पारा कोंगेरा बताया।
भाजपा नेता रतन दुबे की हत्या में था शामिल
संमलू कोर्राम और शंकर कश्यप सात अप्रैल व नौ अप्रैल को पेरमापाल व बाहकेर के मध्य आइईडी विस्फोट की घटना में शामिल थे। उक्त घटनाओं पर थाना छोटेडोंगर में पृथक-पृथक अपराध पंजीबद्ध किया गया था। लखमा कोर्राम ने 20 मार्च को धनोरा और ओरछा के मध्य मुख्य मार्ग पर पत्थर व लकड़ी को रखकर मार्ग अवरूद्ध करना स्वीकार किया है। जिस पर थाना ओरछा में अपराध पंजीबद्ध किया गया था। धनसिंग कोर्राम ने बताया कि चार नवंबर को ग्राम कौशलनार साप्ताहिक बाजार में माओवादियों के साथ मिलकर रतन दुबे की हत्या में शामिल था।