Misuse of CSR funds: सरपंच की मनमानी भरे तालाब को सुखा बताकर सी एस आर मद का दुरुपयोग करने में लगे पंचायत प्रतिनिधि
बालगोविंद मार्कण्डेय/बलौदाबाजार/रवान: बलौदाबाजार जिले में इन दिनों अनोखा खेल खेला जा रहा, जहाँ CSR के पैसों से मूलभूत सुविधाएं देनी चाहिए, वहा CSR फंड का दुरुपयोग किया रहा, बता दे बलौदाबाजार (Baloda Bazar) जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर पानी से लबालब भरे तालाब को मांग पत्र में सुखा बताकर सरपंच द्वारा तालाब के पानी को बाहर फेंका जा रहा है। गांव के मुख्य निस्तार तालाबों में से एक डोघिया तालाब को भीषण गर्मी नौतपा में तालाब का पार काट कर सरपंच द्वारा 6 फीट का नाली बनाकर तालाब के पानी को बाहर फेंका जा रहा है। जिसके कारण ग्रामीणों मे निस्तारि की समस्या उत्पन्न हो गई है। भीषण गर्मी के मौसम में पानी से भरे तालाब को गहरीकरण के नाम से तालाब के पानी को बाहर फेंक कर खाली करवाया जा रहा है। जिसके कारण ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त है। डोंडिया तालाब गांव का मुख्य निस्तार तालाब में से एक है जिसमें गांव के आधे से ज्यादा आबादी निस्तारि करती है। यह तलाब पशु, पक्षीयो एवं ग्रामीणों के लिए जीवन दायिनी तालाब है इस तालाब में 12 माह पानी भरा रहता है जिसके कारण ग्रामीणों के लिए निस्तार का मुख्य साधन भी माना जाता है।
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Misuse of CSR funds: ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरपंच द्वारा मनमानी करते हुए तालाब को खाली करवाया जा रहा है गांव में किसी प्रकार की जानकारी ग्रामीणों को नहीं दी गई है। पंचायत के कुछ जनप्रतिनिधियों को भी इस संबंध में किसी प्रकार की जानकारी नहीं है। अचानक तालाब का पार काट कर पानी बाहर फेंकने से ग्रामीण भी भौंचक, अचंभित हो गए हैं। यह तालाब लगभग 10 से 12 एकड़ में फैला हुआ है यह तालाब गांव को सबसे बड़े तालाब में से एक है । गांव में लगभग छोटे-बड़े 8 से 10 तालाब हैं जिनमें से अधिकांश तालाब सुखने एवं पानी दूषित होने के कगार पर हैं अधिकांश छोटे तालाब सूख गए हैं । जिसके कारण पानी से भरे हुए तालाबों में ही ग्रामीण निस्तारि करते हैं।
Misuse of CSR funds: बताया जा रहा है कि 13 फरवरी 2024 को पंचों के द्वारा पंचायत मीटिंग में तालाब गहरी करण का प्रस्ताव बनाया गया था। जिसे कुछ माह बीत जाने के बाद दो दिन पूर्व ही अंबुजा फाउंडेशन को पंचायत प्रतिनिधियों तालाब गहरीकरण का मांग पत्र सौंपा है। जिसमें बताया गया है, कि डोंघिया तालाब वर्तमान में सूख चुका है, जिसे अंबुजा फाउंडेशन के अधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग करते हुए बताया कि तालाब पानी से लबालब भरा हुआ है जिससे काम करना आसान नहीं है।
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अंबुजा फाउंडेशन के अधिकारियों द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से सरपंच को सूचित किया गया था। परंतु सरपंच के द्वारा मनमानी करते हुए तालाब से पानी खाली करवाया जा रहा है जो ग्राम वासियो में चर्चा का विषय बना हुआ है
Misuse of CSR funds: ज्ञात हो कि सरपंच के द्वारा 1 वर्ष पूर्व गर्मी के दिनों में ही गांव के सुरक्षित तालाब गंगाई को ऐसे ही साफ सफाई के नाम से खाली करवाया गया था। तालाब की साफ सफाई की व्यवस्था तो हुई नहीं उल्टा ग्रामवासी को निस्तारि की समस्या से जूझना पड़ा था। भीषण गर्मी के दिनों में गंगाई तालाब को खाली करवाना गांव में काफी दिन दिनों तक चर्चा का विषय बना हुआ था। इसके अलावा डोंघिया तालाब में गायत्री स्व सहायता समूह द्वारा मछली पालन किया जा रहा था परंतु पंचायत प्रतिनिधियों ने स्वच्छता समूह से किसी प्रकार की अनुमति लिए बगैर तालाब से पानी निकल रहा है।
इस संबंध में गायत्री स्वा सहायता समूह के अध्यक्ष कमलेश भाई वर्मा ने कहा कि हमारे द्वारा पानी खाली करने के लिए किसी प्रकार की अनुमति नहीं दी गई है।
इस संबंध में ग्राम पंचायत रवान के सरपंच विजय वर्मा को संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु उन्होंने फोन नहीं उठाया।
Misuse of CSR funds: इस संबंध में ग्राम पंचायत रवान के सचिव पहलाद श्रीवास्तव ने कहा कि पंचायत प्रस्ताव पंचों के द्वारा किया गया है परंतु तालाब खाली करने के लिए नहीं कहा गया है।