शराब पार्टी विवाद: बीजेपी जिलाध्यक्ष के दबाव में तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड, तीनो पुलिसकर्मी बहाल यहाँ मिली पोस्टिंग, एमएलसी रिपोर्ट में बीजेपी नेता शराब पीना पाया
छत्तीसगढ़ प्रदेश के बलौदाबाजार जिले के पलारी थाना क्षेत्र में एक शराब पार्टी विवाद के बाद पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई ने राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी है। पलारी थाना में घटित विवाद ने न केवल पुलिस प्रशासन को हिला कर रख दिया है, बल्कि प्रदेश भाजपा में भी अंदरुनी उथलपुथल मच गई है। कांग्रेस नेता हितेंद्र ठाकुर का आरोप लगाते कहा कि भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ सनम जांगड़े देर रात थाने के अंदर अपने सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ हंगामा कर डिप्टी सीएम को फोन लगाए गलत जानकारी दिए और दबाव बनाकर ईमानदार पुलिस कर्मियों का सस्पेंड करवा दिया था। लेकिन अब पलारी थाने के इन तीनों पुलिसकर्मियों को बहाल कर दिया गया है। इस घटनाक्रम के बाद भाजपा प्रदेश सरकार ने मामले की निष्पक्ष जांच करने के लिए जांच टीम गठित कर ली हैं और चेतावनी दी है कि अगर दोषी पदाधिकारियों की पहचान होती है तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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बीजेपी जिलाध्यक्ष का दबाव और पुलिसकर्मियों की निलंबन
कांग्रेस पार्टी का आरोप हैं कि इस मामले को गंभीरता से ना लेते एकतरफा कार्यवाही हुई और पार्टी के दबाव में आते हुए पुलिस विभाग ने तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। हालांकि, पार्टी के भीतर और बाहर से इस कदम पर सवाल उठाए गए, क्योंकि यह आरोप लगाया गया कि निलंबन की कार्रवाई केवल राजनीतिक दबाव के चलते की गई थी। कांग्रेस ने इसे प्रदेश सरकार की नाकामी और सत्ता का दुरुपयोग करना बताया और इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।
“हेल्लो डिप्टी सीएम साहब, मैं डॉ. सनम जांगड़े बोल रहा हूं…” – बीजेपी जिलाध्यक्ष का दबाव, तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड, नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा की शराब पीने की रिपोर्ट आई सामने
पलारी थाना विवाद: भाजपा पदाधिकारियों के दबाव से पार्टी में उठे सवाल
विगत दिनों पलारी थाना में हुए घटनाक्रम के बाद भाजपा के जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक के पदाधिकारियों को चिंता में डाल दिया है आने वाले कुछ दिनों में नगरपालिका नगर पंचायत व ग्रामपंचायत स्तर पर चुनाव संपन्न होना है ऐसे समय में पलारी थाना के सामने हुए घटनाक्रम और उसके बाद जिलाध्यक्ष समेत पदाधिकारियों ने जो थाने के अंदर अपनी दमदारी दिखाई और उसके बाद मंत्री लेबल की शिकायत के बाद जिस तरह से तत्काल पुलिस के अधिकारी व आरक्षक को निलंबित किया गया वही जांच उपरांत नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा के शराब पीते जाने की डाक्टरी रिपोर्ट और पुलिस जांच में प्रथम जांच में पुलिस अधिकारी कर्मचारी के निर्दोष पाये जाने के बाद उनकी बहाली से भाजपा की जमकर किरकिरी हो रही है। वही थाना के अंदर पहुँच जिस तरह से भाजपा पदाधिकारियों द्वारा दबाव डाला गया कांग्रेस को मौका मिल गया कि पुलिस पर भाजपा पदाधिकारियों का दबाव होता है और शासन की निष्पक्षता पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष समेत उनके प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों ने जो सवाल उठाये उससे भाजपा के उच्च पदाधिकारियों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर प्रदेश में हो क्या रहा है।
दो आरक्षक और एक थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया था अब वह उनका सस्पेंशन वापस हो गया है। प्राथमिक जांच में अनुशासनहीनता नही पाई गई हैं जांच अधिकारी राजेश श्रीवास्तव हैं टीआई केशर पराग बंजारा, आरक्षक राममोहन राय एवं आरक्षक मनीष बंजारे तीनो को बहाल कर दिया गया हैं तीनो की पोस्टिंग भी कर दी गयी हैं. टीआई को लवन थाना प्रभारी, यातायात में मनीष बंजारे, लवन थाना राममोहन राय पोस्टिंग कर दी गयी हैं. अभी जांच चल रही हैं जो भी तथ्य आएंगे कार्यवाही की जाएगी। -अभिषेक सिंह, एएसपी बलौदाबाजार
बताइए साहब कितने में हुआ समझौता? ना स्टेट कंट्रोल को जानकारी हैं और ना जिला प्रशासन को, छापा के नाम पर स्पेशल 26 मूवी जैसी दिखी कार्यवाही
भाजपा में अंदरुनी जांच जारी, दोषी पाए गए पदाधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की संभावना
भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों के अंदरुनी सूत्रों के मुताबिक पलारी थाना में हुई घटना की अंदरुनी जांच करवाई जा रही है और यदि वाकई पदाधिकारी दोषी पाए जाते हैं तो उनपर अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जा सकती है। फिलहाल यह जानकारी तो स्पष्ट रूप से नहीं मिल पा रही है पर बात जरूर है कि जांच चल रही है। देखना अब यह है कि घटना को पार्टी संगठन और उनके पदाधिकारी किस तरह देखते हैं।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर ने कहा पुलिस का जो जाँच रिपोर्ट आया है उसमें साफ तौर पर बताया जा रहा है कि पलारी नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा भाजपा नेता शराब का सेवन किए थे। इसके साथ पुलिस के ऊपर जो आरोप लगाए थे उनके जांच में अनुशासनहीनता नहीं पाया गया जिससे तीनों पुलिस कर्मियों का बहाल हो गया यह तो साफ है कि भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ सनम जांगड़े देर रात थाने में अपने सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ हंगामा किया डिप्टी सीएम को फोन लगाए गलत जानकारी दिए और दबाव बनाकर ईमानदार पुलिस कर्मियों का सस्पेंड करवा दिया। भाजपा के नेताओं ने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए अपना धौस दिख रहे थे दादागिरी दिखा रहे थे थाने के अंदर पुलिस कर्मियों को धमका रहे थे इसे यह साबित होता है कि यह नेता लोग सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं जिसे सरकार की छवि खराब हो रही है यह आम जानते ने देखा है क्षेत्र के लोगों में काफी ज्यादा आक्रोश था इस कार्रवाई को लेकर यह सत्ता का दुरुपयोग करने वाले लोगो के मुह पर तमाचा पड़ा हैं.
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