क्या आपकी दालचीनी असली है? जानिए श्रीलंकाई और चीनी दालचीनी के अंतर

क्या आपकी दालचीनी असली है? जानिए श्रीलंकाई और चीनी दालचीनी के अंतर (Chhattisgarh Talk)
क्या आपकी दालचीनी असली है? जानिए श्रीलंकाई और चीनी दालचीनी के अंतर (Chhattisgarh Talk)

क्या आप असली और नकली दालचीनी में फर्क जानते हैं? जानिए क्यों श्रीलंकाई दालचीनी सेहत के लिए फायदेमंद है और कैसे पहचानें असली दालचीनी। सेहत और स्वाद का सही चयन करें!

दालचीनी, जो भारतीय और वैश्विक रसोई में एक महत्वपूर्ण मसाला है, न केवल अपने स्वाद और सुगंध के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसके स्वास्थ्य लाभ भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माने जाते हैं। चाहे वह बिरयानी हो या फिर नॉनवेज व्यंजन, दालचीनी का उपयोग हर प्रकार के पकवान में बढ़िया स्वाद और सुगंध देने के लिए किया जाता है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि दालचीनी के दो मुख्य प्रकार होते हैं – सीलोन दालचीनी (Cinnamomum verum) और कैसिया दालचीनी (Cinnamomum cassia), और ये दोनों स्वास्थ्य पर अलग-अलग असर डालते हैं। अगर आप नियमित रूप से दालचीनी का सेवन करते हैं, तो आपको यह जानना आवश्यक है कि आप कौन सी दालचीनी खा रहे हैं और उसका स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ सकता है।

दालचीनी के प्रकार: असली और नकली

दालचीनी के मुख्य दो प्रकार हैं – सीलोन दालचीनी (श्रीलंकाई दालचीनी) और कैसिया दालचीनी (चीनी दालचीनी)। दोनों में महत्वपूर्ण अंतर होते हैं, जो न केवल स्वाद बल्कि स्वास्थ्य पर भी असर डालते हैं।

  1. सीलोन दालचीनी (श्रीलंकाई दालचीनी):
    इसे असली दालचीनी कहा जाता है। यह श्रीलंका और भारत के दक्षिणी भागों में उगाई जाती है। इसे मालाबार दालचीनी भी कहा जाता है, क्योंकि यह केरल के कुछ हिस्सों में भी उगाई जाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना ​​है कि सीलोन दालचीनी में एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है। यह विशेष रूप से ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने और दिल की बीमारियों से बचाव में सहायक होती है। सीलोन दालचीनी में कूमारिन का स्तर बहुत कम होता है, जो इसे सेहत के लिए सुरक्षित बनाता है।
  2. कैसिया दालचीनी (चीनी दालचीनी):
    इसे ज्यादातर चीन में उगाया जाता है और इसे चीनी दालचीनी कहा जाता है। यह दालचीनी का सबसे आम प्रकार है, जो अधिकतर सुपरमार्केट्स और मसाला दुकानों में सस्ती कीमत पर उपलब्ध होती है। इस दालचीनी का रंग गहरा और स्वाद तीखा होता है। इसमें कूमारिन का उच्च स्तर होता है, जो यदि अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो लीवर और किडनी पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। इसके साथ ही, यह दालचीनी रक्तदाब बढ़ा सकती है और अगर अधिक खाई जाए तो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है।

दालचीनी कैसे उगती है?

दालचीनी का पेड़ Cinnamomum verum नाम से जाना जाता है, और इसकी छाल को दालचीनी के रूप में उपयोग किया जाता है। यह पेड़ मुख्य रूप से श्रीलंका में उगाया जाता है, लेकिन भारत के कुछ हिस्सों और अन्य उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में भी इसकी खेती की जाती है। कैसिया दालचीनी, जो चीन में उगाई जाती है, यह अधिक सामान्य है और बेकिंग और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में उपयोग की जाती है।

सीलोन दालचीनी क्यों श्रेष्ठ है?

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, सीलोन दालचीनी सबसे अधिक स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है। इसमें उच्च स्तर के एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर में सूजन कम करने, रक्त शर्करा नियंत्रित करने, और हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि दालचीनी का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है, खासकर यदि इसे गर्म पानी में मिलाकर सेवन किया जाए। इसके अलावा, यह हृदय रोगों की रोकथाम में भी सहायक मानी जाती है।

असली और नकली दालचीनी की पहचान कैसे करें?

अब सवाल उठता है कि आप कैसे पहचान सकते हैं कि आप जो दालचीनी खा रहे हैं वह असली है या नहीं? यहां कुछ मुख्य अंतर दिए गए हैं जो आपको सही दालचीनी चुनने में मदद करेंगे।

सीलोन दालचीनी (श्रीलंकाई दालचीनी) की पहचान:

  • यह रोल में लपेटी हुई होती है, जैसे एक सिक्का।
  • इसका स्वाद मुलायम और मीठा होता है।
  • यह आसानी से टूट जाती है।
  • रंग हल्का केसरिया होता है।

कैसिया दालचीनी (चीनी दालचीनी) की पहचान:

  • यह कठोर होती है और टूटने में मुश्किल होती है।
  • इसका स्वाद तीखा और कड़वा होता है।
  • रंग गहरा भूरा होता है।
  • पैकेट पर अक्सर “कैसिया” लिखा होता है।
  • इसकी कीमत कम होती है, और यह आसानी से उपलब्ध होती है।

दालचीनी के स्वास्थ्य लाभ

दालचीनी न केवल स्वाद में वृद्धि करती है बल्कि इसके स्वास्थ्य लाभ भी अत्यधिक होते हैं:

  • प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है: दालचीनी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट शरीर को वायरस और बैक्टीरिया से बचाते हैं।
  • ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है: दालचीनी विशेष रूप से डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद मानी जाती है, क्योंकि यह शरीर में शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है।
  • दिल की बीमारी को रोकती है: दालचीनी का सेवन हृदय रोगों की संभावना को कम करता है और रक्तदाब को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  • सूजन कम करती है: दालचीनी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में सूजन और दर्द को कम करने में सहायक होते हैं।

जब भी आप दालचीनी खरीदें, यह महत्वपूर्ण है कि आप असली सीलोन दालचीनी का चुनाव करें, क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिए अधिक सुरक्षित और फायदेमंद है। कैसिया दालचीनी का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि इसमें अधिक कूमारिन का स्तर होता है, जो शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए, अगली बार जब आप दालचीनी खरीदने जाएं, तो इन बातों को ध्यान में रखें और अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें।

(डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मार्गदर्शन के रूप में दी जा रही है। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी सलाह के लिए अपने चिकित्सक से परामर्श लें।)

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-छत्तीसगढ़ टॉक न्यूज़ (Chhattisgarh Talk News)

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