आईपीएल सट्टेबाजी का भंडाफोड़: करोड़ों के लेन-देन का खुलासा, 15 आरोपी गिरफ्तार

आईपीएल सट्टेबाजी का भंडाफोड़: IPS भावना गुप्ता ने किया करोड़ो के लेन-देन का खुलासा, 15 आरोपी गिरफ्तार (Chhattisgarh Talk)
आईपीएल सट्टेबाजी का भंडाफोड़: IPS भावना गुप्ता ने किया करोड़ो के लेन-देन का खुलासा, 15 आरोपी गिरफ्तार (Chhattisgarh Talk)

बलौदाबाजार पुलिस ने आईपीएल सट्टेबाजी के एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया। 15 आरोपी गिरफ्तार, करोड़ों के ट्रांजेक्शन और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जप्त। जानिए इस बड़े ऑपरेशन के बारे में और कैसे पुलिस ने गिरोह को पकड़ा।

बलौदाबाजार : एक बड़े ऑनलाइन आईपीएल सट्टेबाजी नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए छत्तीसगढ़ पुलिस ने 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह आईपीएल मैचों पर करोड़ों रुपए का सट्टा लगाता था और पूरे देश में अपना नेटवर्क फैला चुका था। बलौदाबाजार पुलिस की इस कार्रवाई ने सट्टेबाजों के नेटवर्क को मजबूत झटका दिया है और पूरे राज्य में हलचल मचा दी है।

गिरोह का पर्दाफाश कैसे हुआ?

यह रहस्य तब सामने आया जब छत्तीसगढ़ पुलिस को भाटापारा शहर में कुछ संदिग्ध गतिविधियों का पता चला। पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण और गुप्त सूचना के आधार पर यह पाया कि इस गिरोह के सदस्य ऑनलाइन आईपीएल सट्टा चला रहे थे और इसका मुख्यालय गोवा में था। यह गिरोह गोवा से संचालित हो रहा था और वहां से सट्टे का कारोबार देश के विभिन्न हिस्सों में फैलाया जा रहा था।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह और एसडीओपी तारेश साहू के नेतृत्व में बलौदाबाजार पुलिस और साइबर सेल ने मिलकर एक मास्टर प्लान तैयार किया और गोवा के बोगमालो इलाके में छापेमारी की। इस छापेमारी में पुलिस ने ऑनलाइन सट्टे के कारोबार में लिप्त 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इन आरोपियों को रंगे हाथों सट्टा लगाते हुए पकड़ा गया।

गिरफ्तार आरोपियों से जुड़ी अहम जानकारी

पुलिस ने यह पाया कि आरोपियों ने तीन प्रमुख पैनल्स – खेलो यार, आरबीसी 139 और वीनबज 7 का इस्तेमाल करके आईपीएल सट्टे का संचालन किया था। छापेमारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों से कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, जैसे कि मोबाइल, लैपटॉप और टीवी, बरामद किए। साथ ही, आरोपियों के बैंक खातों का भी खुलासा हुआ, जिसमें करोड़ों रुपए के लेन-देन का पता चला।

पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ की और यह जानने में सफलता पाई कि यह गिरोह कई राज्यों में सक्रिय था, जिनमें रायपुर, दुर्ग, भाटापारा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश जैसे कई शहर शामिल थे। गिरोह ने बड़े पैमाने पर सट्टेबाजी के लिए लॉगिन आईडी वितरित की थी, जिनका इस्तेमाल आईपीएल मैचों पर सट्टा लगाने के लिए किया जा रहा था।

कुल 15 आरोपी गिरफ्तार, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जप्त

पुलिस ने इस छापेमारी में कुल ₹8,15,000 कीमत के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जप्त किए, जिनमें मोबाइल फोन, लैपटॉप, और अन्य उपकरण शामिल थे, जिनका इस्तेमाल सट्टा संचालन के लिए किया जा रहा था। इसके अलावा पुलिस ने उन सभी पैनल/बुक के ब्रांच ऑफिस में कार्यरत अभियुक्तों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम और उनकी भूमिका

पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें से अधिकतर युवा हैं, जो सट्टा पैनल के विभिन्न स्तरों पर काम कर रहे थे। इन आरोपियों का मुख्यालय गोवा था, और इन्हें विभिन्न शहरों से सट्टा चलाने का काम सौंपा गया था।

बलौदाबाजार पुलिस ने आईपीएल सट्टेबाजी के एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया। 15 आरोपी गिरफ्तार (Chhattisgarh Talk)
बलौदाबाजार पुलिस ने आईपीएल सट्टेबाजी के एक बड़े अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया। 15 आरोपी गिरफ्तार (Chhattisgarh Talk)
  1. अमन देवांगन (21 साल, दुर्ग)
  2. गौरव पांडे (24 साल, रीवा, मध्य प्रदेश)
  3. चंद्रशेखर चौबे (35 साल, रायपुर)
  4. एजाज शेख (27 साल, शोलापुर, महाराष्ट्र)
  5. दीपक सबलानी (20 साल, भाटापारा)
  6. सौरभ शुक्ला (28 साल, दुर्ग)
  7. अर्पित जैन (36 साल, दुर्ग)
  8. फैजान खान (28 साल, नागपुर, महाराष्ट्र)
  9. जेसन स्टेनिसलास (20 साल, नागपुर, महाराष्ट्र)
  10. प्रदीप यादव (22 साल, दुर्ग)
  11. मनीष पाटिल (30 साल, अमरावती, महाराष्ट्र)
  12. फुरकान अहमद (20 साल, अमरावती, महाराष्ट्र)
  13. एहसान अली (21 साल, भदोही, उत्तर प्रदेश)
  14. अनुराग तिवारी (24 साल, सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश)
  15. कपिल हबलानी (20 साल, भाटापारा)

क्या खुलासा हुआ?

पुलिस ने इस गिरोह के बारे में और भी चौंकाने वाली जानकारी हासिल की। सट्टा नेटवर्क ने कई बैंक खातों के जरिए करोड़ों की राशि का ट्रांजेक्शन किया था, जो पुलिस की जांच में सामने आया। इन खातों से हुई लेन-देन की जांच में भी पुलिस को कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं।

सट्टे का यह कारोबार पूरी तरह से ऑनलाइन था और आरोपियों ने इस नेटवर्क को इतना मजबूत बना लिया था कि इससे न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि कई अन्य राज्य भी प्रभावित हो रहे थे। सट्टेबाजी में पैसे की भारी मात्रा थी, और इस पूरे नेटवर्क के जरिए कालाधन कमा कर उसे सफेद करने का काम भी हो रहा था।

पुलिस का बयान और आगे की कार्रवाई

पुलिस ने इस कार्रवाई को एक बड़ी जीत बताया है और यह साफ कर दिया है कि ऑनलाइन सट्टेबाजी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। पुलिस प्रशासन का कहना है कि इस कार्रवाई से न केवल आईपीएल सट्टेबाजी का जाल तोड़ा गया है, बल्कि यह उन सभी लोगों के लिए चेतावनी है जो इस तरह के अवैध कारोबार में लिप्त हैं।

पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता का बयान

पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने कहा, “यह ऑपरेशन हमारी टीम की मेहनत और पुलिस प्रशासन के मजबूत इरादों का परिणाम है। हम लगातार ऐसे आपराधिक गतिविधियों पर कड़ी नजर रखेंगे और कानून को पूरी ताकत से लागू करेंगे। यह सफलता हमारे अधिकारियों की कड़ी मेहनत और तकनीकी विशेषज्ञता का परिणाम है। हमने इस गिरोह के सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया है और हम आगे की जांच जारी रखेंगे।”

पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने कहा, “हमारी टीम ने बहुत मेहनत से इस बड़े सट्टा नेटवर्क को पकड़ा है। हम ऐसे अपराधों को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। आगे भी हम इस तरह के गिरोहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।”

इस भंडाफोड़ से यह साफ हो गया कि छत्तीसगढ़ पुलिस किसी भी अवैध गतिविधि को छोडने नहीं वाली है। यह गिरोह तो पकड़ लिया गया, लेकिन पुलिस अब भी अन्य संदिग्ध लोगों की तलाश में जुटी हुई है। इस पूरे घटनाक्रम ने यह सिद्ध कर दिया कि ऑनलाइन सट्टेबाजी का कारोबार अब किसी भी प्रकार से सुरक्षित नहीं है।

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