Investigation Exclusive Story: रायपुर/बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ की राजधानी से आई खाद्य सुरक्षा (food and safety department cg) की उड़नदस्ता टीम ने बीते दिवस बलौदाबाजार (Baloda Bazar) जिले के भाटापारा की खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों में जो छापा मारा (Food and Safety Department raids) उसे लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। क्योंकि कार्रवाई की शैली सही नहीं थी। मामले से जुड़े एक कारोबारी (Businessman) ने अपना नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर बताया कि कार्रवाई शुरू से ही संदेहास्पद नजर आ रही थी। महज दिखावा लगने वाली इस कार्रवाई में भारी लेन-देन की आशंका कारोबारी जगत व्यक्त कर रहा है।
छापा और जांच के नाम पर अवैध वसूली की असंका
भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि विभाग के उच्च पदस्थ अधिकारियों की उपस्थिति में जांच की जैसी गतिविधि रही, वह नाराजगी की बड़ी वजह मानी जा रही है। व्यापारी समुदाय का मानना है कि छापा और जांच के नाम पर अवैध रूप से यह वसूली तब की जा रही है, जब मंदी का दौर चल रहा है। ऊपर से त्यौहार भी सिर पर है। जानकारी के अनुसार भाटापारा की एक दाल और एक पोहा मिल में की गई जांच में उड़नदस्ता टीम द्वारा ऐसी गतिविधि की गई, जिसे भारी लेन-देन के बाद खत्म किया गया।
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Investigation exclusive story: व्यापारियों का एक बड़ा वर्ग उड़नदस्ता टीम की कार्यवाही से नाराजगी देखी गई है। नाराज व्यापारी अब मांग कर रहे हैं कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाए साथ ही आधिकारिक बयान भी दिया जाना चाहिए। ऐसा नहीं होने की स्थिति में व्यापारिक माहौल आने वाले दिनों में खराब हो सकता है।
राज्य में टीम गठित की गई है। प्रदेश में जांच की कार्यवाही भी चल रही है। बलौदा बाजार जिले में भी टीम के द्वारा जांच की कार्यवाही की गई है। जहां तक व्यापारियों की शिकायत की बात है, तो टीम की कार्यवाही पर भी जांच कार्यवाही की जाएगी। -चंदन कुमार, स्टेट कंट्रोलर, फूड एंड सेफ्टी, रायपुर
मांग निष्पक्ष
जांच और संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की। यह भी कहा गया है कि आधिकारिक बयान भी चाहिए क्योंकि यदि ऐसा नहीं किया गया, तो अंचल का कारोबारी माहौल खराब हो सकता है। इस संबंंध में हमारे छत्तीसगढ़ टॉक डॉट कॉम की टीम ने बात भी किया।
छत्तीसगढ़ टॉक डॉट कॉम ने की अधिकारियों से बात मिला ये जवाब
इस मामले में खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमेश वर्मा से जब पूछा गया कि कोई कार्यवाही हुई है क्या? बोले की हा कल हुई, सागर इंड्रस्टीज दाल मिल और ज्योति पोहा उद्योग में कार्यवाही हुई हैं क्या? पूछने पर बताया कि हां कार्यवाही हुई हैं रायपुर से स्टेट टीम आयी हुई थी।
मैं उपआयुक्त अजय कन्नौजे फ़ूड सेफ्टी डिपार्टमेंट अधिकारी का नम्बर दे रहा हु उन्हें बात कर लीजिए उनसे बात कर वर्जन लेना उचित होगा। क्यो की उन्ही की दिशानिर्देश अनुसार हुआ था जो हुआ था। -उमेश वर्मा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी, बलौदाबाजार-भाटापारा
अब सवाल ये उठता हैं कि कार्यवाही में शामिल होने के बावजूद जानकारी देने से अधिकारी कटरा रहे हैं।
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कार्यवाही करने वाले उपआयुक्त अजय कन्नौजे ने दिया ये जवाब
उपआयुक्त फ़ूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अजय कन्नौजे से भी छत्तीसगढ़ टॉक की टीम ने बात किया उनको तो जानकारी ही नई की कहा क्या कार्यवाही किए हैं? उनसे भी पूछा गया कि सागर इंड्रस्टीज दाल मिल और ज्योति पोहा उद्योग में कार्यवाही हुई हैं की नही?
उन्होंने कहा इसके लिए आप उमेश वर्मा से बात कीजिए वो बताएंगे मुझे जानकारी नही हैं मुझे याद नही आ रहा। फिर से जानकारी की कन्फर्म करने पूछा तो कहा कि हा एक जगह कार्यवाही हुई हैं शायद सागर मिल हैं की क्या मालूम नही लेकिन वहाँ दाल का सेम्पल लिए थे। यहां केमिकल की मिलावट हो थी ऐसी जानकारी थी। चने के फेक्ट्री में केमिकल मिलावट की शिकायत थी वहां उसका सेम्पल लैब लेकर गए थे। बाकी मैं प्रेस नोट भेज रहा हु बोलकर फोन काट दिया गया दोपहर 3 बजे बात हुई लेकिन अब रात 8 बजने को आया अभी तक कोई भी जानकारी जांच टीम के द्वारा नही दिया गया। -अजय कन्नौजे, उपआयुक्त, फ़ूड सेफ्टी डिपार्टमेंट
खाद्य सुरक्षा की उड़नदस्ता टीम की कार्रवाई पर उठने लगे सवाल
दोनो अधिकारीयों से बात करने पर एक सवाल और उठ रहा हैं कि कार्यवाही करने वाले स्टेट टीम उपआयुक्त फ़ूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अजय कन्नौजे को जानकारी ही नही है जहाँ जहाँ कार्यवाही किये वो खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमेश वर्मा से पूछने को कहते है और जब खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमेश वर्मा से पूछो तो वो उपआयुक्त फ़ूड सेफ्टी डिपार्टमेंट के अजय कन्नौजे से बात करने कहते है। आखिर ये चल क्या रहा हैं?? दोनो अधिकारी गोल मोल जवाब देकर सवालों का जवाब देने से बच क्यो रहे।
बलौदाबाजार जिले के PRO नितेश चक्रधारी ने जो प्रेस विज्ञप्ति दिया उसमे सिर्फ होटलों एवं दुकानों का निरीक्षण की जानकारी दी गयी जिसमे ये बताया गया….
Investigation exclusive story: PRO द्वारा दी गयी जानकारी में लिखा है कि कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशानुसार जिले में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा त्यौहारी सीजन को देखते हुए उपभोक्ताओं को मिलावटी से बचाने के लिए किराना दुकानों, होटलों का निरीक्षण कर अवमानक खाद्य पदार्थाे पर कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमेश वर्मा एवं टीम द्वारा विकासखंड सिमगा के ग्राम लिमतरा हाइवे में कुल 14 होटल, ढाबा रेस्टोरेंट एवं खाद्य प्रतिष्ठानों से चलित खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला के माध्यम से कुल 87 खाद्य पदार्थों जांच किया गया.जिसमें से 06 सैंपल अवमानक प्राप्त हुए. 7 को नोटिस जारी किया गया है। जिसमें नाज ढाबा,ताज ढाबा,रॉयल फैमिली ढाबा,मान ढाबा, न्यू रॉयल ढाबा,लिमतरा में मिलन स्वीट्स, गोस्वामी स्वीट,आनंद फैमिली रेस्टोरेंट, मनीष बेकरी एवं स्वीट्स में कार्रवाई की गई है। किसन किराना में 3 किलो ग्राम खराब फूटू मटर,मनीष बेकरी एवं स्वीट्स में 3 किलो ग्राम मगज लड्डू अमानक रंग, गोस्वामी होटल में 1 किलोग्राम बेसन लड्डू, को मौके पर ही नष्ट किया गया है। साथ ही आनंद फैमिली रेस्टोरेंट से दम बिरयानी एवं पनीर के 2 नमूना एवं मिलन होटल से कुल 5 नमूना राज्य कार्यालय में भेजा गया है।स्वच्छता संबंधी पर्याप्त उपाय नहीं किए जाने किचन अनहाइजीनिक पाए जाने पर वह खाद्य पदार्थों को ढकने के पर्याप्त उपाय नहीं किए जाने पर उपरोक्त में से 7 प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी किया गया हैं। जिसमें ताज ढाबा,नाज ढाबा, आनंद फैमिली रेस्टोरेंट,रॉयल फेमिली रेस्टोरेंट,न्यू रॉयल ढाबा,किसन किराना एवं मिलन होटल को नोटिस जारी किया गया है।