filed false FIR : न्यायधानी में डॉक्टर की रिपोर्ट पर अधिवक्ता दंपत्ति के खिलाफ मारपीट की झूठी एफ आई आर दर्ज
रद्द कराने हाईकोर्ट बार एसोशियन हुआ लामबद्ध, कथित झूठे मुकदमे की पैरवी नही करेगा कोई भी वकील, उचित कार्यवाही नही होते तक जारी रहेगा अधिवक्ताओं का प्रदर्शन
Chhattisgarh Talk / बिलासपुर न्यूज़ : छत्तीसगढ़ में विगत 5 अक्तूबर को बिलासपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के कुदुदंड इलाके में डॉक्टर व वकील के बीच कथित मारपीट का मामला अब गहरा गया है। हाई कोर्ट अधिवक्ता संघ का आरोप है कि मामले में बेवजह अधिवक्ता रजनीश सिंह व उनकी पत्नी के खिलाफ डॉक्टर भौमिक की काल्पनिक रिपोर्ट के आधार पर मारपीट का मामला दर्ज किया गया है।न्यायधानी में अधिवक्ता दंपत्ति के खिलाफ हुए गलत कार्यवाही को लेकर अधिक्वक्ता संघ में आक्रोश है।
संघ ने 6 अक्तूबर को बिलासपुर एस पी को ज्ञापन देकर एफ आई रद्द कराने की मांग किया है। 7 अक्टूबर को धरना प्रदर्शन भी किया गया। जहा संघ ने झूठे मामले की पैरवी नही करने का निर्णय भी लिया है। संघ के सचिव अरविंद दुबे ने कहा कि,पुलिस कथित प्रार्थी द्वारा किए जा रहे एकत्र भिड़ को बढ़ावा देकर जांच को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है। न्याय नहीं मिलते तक अधिवक्ता संघ का प्रदर्शन जारी रहेगा।जरूरत पड़ी तो कार्य रिक्त कर प्रदर्शन में जुटे रहेंगे।
छवि धूमिल करने सोसल मिडिया में हो रहा दुष्प्रचार-
अधिवक्ता संघ ने कहा की अधिवक्ता रजनीश सिंह बार एसोशियन के उपाध्यक्ष है, एक विडियो वायरल कर डॉक्टर पर मारपीट का आरोप लगाया जा रहा है,इस विडियो में वार प्रहार करते अधिवक्ता नहीं दिख रहे,बल्कि बचाव में अपने बल का प्रयोग कर उस डॉक्टर को पीछे धकेल रहे जिनके द्वारा रास्ता रोकने के नियत से अपनी बाइक को रास्ते में खड़ा किया गया था। मामले में संघ रजनीश सिंह को न्याय दिलाने हर लड़ाई लडने को तैयार है।
यह था मामला-
डाॅक्टर अंशुल भौमिक द्वारा मारपीट की रिपोर्ट सिविल लाइन थाने में की गई है जिसके आधार पर पुलिस ने रजनीश सिंह बघेल और उनकी पत्नी के खिलाफ भादवि की धारा 294,323,506,34 के तहत मामला दर्ज किया है। वही वकील रजनीश सिंह बघेल भी थाने पहुंचकर अपनी ओर से डॉक्टर और उनकी टीम के खिलाफ शिकायत की जिस पर थाना सिविल लाइन ने डॉक्टर अंशुल भौमिक और उनकी स्टाफ टीम के खिलाफ भादवि की धारा 294,323,506,34 के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस के मुताबिक यूनिट के डाॅक्टर और अन्य स्टाफ के साथ गुरुवार को सुबह मोबाइल यूनिट कुदुदंड एरिया में तैनात थी,डाॅक्टर अंशुल ने अपनी बाइक ज्वाय रेसीडेंसी के पास पार्क किया था।वहां से बाइक हटाने को लेकर बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष रजनीश सिंह ने कहा तो दोनो को बीच विवाद हो गया।विवाद के बाद अधिवक्ता का नाम खराब करने तरह तरह के मंनगढ़त कहानी बना लिया गया,जिसका विरोध वकीलों ने शुरू कर दिया है।