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Exclusive Interview : सांसद-मंत्री के पीए रहे टंकराम वर्मा कैसे बने मंत्री? भागवत कथा और रामायण पाठ करवाने टंक राम वर्मा क्या करते हैं देखिये

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Exclusive Interview : सांसद-मंत्री के पीए रहे टंकराम वर्मा कैसे बने मंत्री? भागवत कथा और रामायण पाठ करवाने टंक राम वर्मा क्या करते हैं देखिये

छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल का ऐलान हो गया है। इस बार कैबिनेट में ज्यादातर नए चेहरे हैं। उन्हीं में से एक चेहरा कुर्मी समाज से आने वाले बलौदाबाजार विधायक टंकराम वर्मा का भी है। लंबे समय से सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय रहने वाले टंकराम वर्मा भागवत कथा और रामायण पाठ करवाने के लिए अपने क्षेत्र में जाने जाते हैं।

छत्तीसगढ़ प्रदेश बनने के बाद बलौदाबाजार जिले से पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल किया जा रहा है। ज्ञात हो कि इसके पूर्व बीजेपी तीन कार्यकाल सत्ता में रही है बावजूद उसके बलौदाबाजार जिले से कोई मंत्री नहीं था इस बार विजय प्रत्याशी टंक राम वर्मा को मंत्री बनाया जा रहा है। गुरुवार देर रात मंत्री मंडल में शामिल होने वाले नामों की सूची घोषित की गई है।

जैसे ही नामो की घोषणा हुई और उसमें टंक राम वर्मा का नाम शामिल होने से अंचल में खुशी की लहर है दौड़ गई है। शुक्रवार को राज भवन में नव मंत्री शपथ लेंगे जिसमें बलौदाबाजार विधायक भी शामिल हैं। जैसे ही मंत्री बनाने की घोषणा हुआ बलौदा बाजार जिले में कार्यकर्ताओ में काफी उत्साह है। कार्यकर्ताओ ने मिठाइयां बांटी और फटाके भी फोड़े।

टंक राम वर्मा के गांव और पलारी में उनके भाई रामनाथ वर्मा के घर काफी उत्साह है। लोगों का कहना है की कभी सोचे नही थे कि उनका भाई और गांव का बेटा एक दिन मंत्री बन जाएगा क्योंकि एक शिक्षक और बहुत ही सहज और सरल स्वभाव के व्यक्ति काफी धार्मिक और दयालु प्रवृत्ति होने से टंकराम वर्मा से हर किसी के साथ काफी अच्छा संबंध हैं – टंकराम वर्मा, भाजपा मंत्री

सांसद और मंत्री के पीए रहने के बाद वर्मा खुद मंत्री बन गए है। मंत्री पद मिलने के बाद टंकराम वर्मा मीडिया के सामने आकर की खास बातचीत की।

सवाल- मंत्री बनने के बाद आप कौन सा बड़ा फैसला लेने जा रहे हैं?

जवाब- हमारी पार्टी ने जो बड़ा फैसला लिया है उस फैसले का क्रियान्वयन करना और धरातल पर ले जाने की जिम्मेदारी हम सभी कार्यकर्ताओं की है। पार्टी नेतृत्व का जो फैसला है सर्वमान्य है। पार्टी ने जो घोषणाएं की है उनको हम धरातल तक लेकर जाएंगे ।

सवाल – आपके राजनीति गुरु कौन है आप राजनीति में कैसे आए?

जवाब – पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अटल बिहारी बाजपेयी की जीवनी को मैंने बहुत पढ़ा है। अटल जी को हमने देखा है, उनसे मुलाकात की है। लेकिन दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचार से प्रभावित होकर मैं राजनीति में आया। हम उनके विचार को जीने की कोशिश करते हैं ।

सवाल – छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहली बार बलौदाबाजार से कोई मंत्री बना है इसे कितनी बड़ी उपलब्धि मानते हैं?

जवाब- यह क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। यह के लोगों के लिए यह सपना था। हालांकि मुझे उम्मीद नहीं थी कि मुझे मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। मैं एक छोटा सा कार्यकर्ता हूं। मुझे विधायक की टिकट दी जाएगी यह बात भी मुझे पता नही थी।

लेकिन पार्टी ने टिकट दिया और पार्टी के कार्यकर्ताओं और जनता ने हमें जिताया। पार्टी के बड़े नेताओं ने मुझे जिम्मेदारी दी है उस पर खरा उतरेंगे। लोगों की बहुत अपेक्षाएं हैं उन अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए जी तोड़ मेहनत करेंगे। पार्टी की छवि अच्छी बनी रहे इसके लिए सभी मिलजुल कर काम करेंगे।

सवाल- आपके राजनीतिक सफर की शुरुआत कब हुई?

जवाब- मैं सरकारी नौकरी में था लेकिन भारतीय जनता पार्टी के विचारधारा से जुड़ा हुआ था। मेरे काम को देखकर बड़े-बड़े नेताओं के साथ निजी पद स्थापना में रहकर काम किया। इसके साथ ही मैं पार्टी की सेवा करता रहा। और क्षेत्र में काम करते रहा। मेरा काम हाई कमान तक पहुचा। बाद में पार्टी ने मुझे बड़ी जिम्मेदारी भी दी।

पार्टी ने मुझे सीधा बलौदा बाजार जिला अध्यक्ष बना दिया। इससे पहले मैं मंडल और बूथ का अध्यक्ष भी नहीं था। उन जिम्मेदारियों को बड़ी जिम्मेदारी से निभाया। पार्टी ने जिला पंचायत का उपाध्यक्ष बनाया और टिकट देकर विधायक बनाया और अब मंत्री बनाया है। मैं पार्टी केंद्र के नेताओं के प्रति आभार व्यक्त करता हूं कि मुझे इस लायक समझा। मैं नेताओं की अपेक्षा के अनुरूप काम करेंगे और अच्छा काम करके दिखाएंगे।

सवाल- कई नेताओं के साथ अपने काम किया है केदार कश्यप जब मंत्री थे तब उनके साथ काम करते थे? अब मंत्री बनकर उनके बगल में बैठेंगे ?

जवाब- मैं शुरू से ही कार्यकर्ता के रूप में काम किया हूं। केदार कश्यप और रमेश बैस जी के साथ मैंने काम किया है। लेकिन मैं हमेशा से ही एक कार्यकर्ता की हैसियत से काम करते आया हूं। आम कार्यकर्ता और नेताओं के बीच में मैं एक सेतु का काम किया है। गांव गांव तक डेवलपमेंट के काम को पहुंचाना मेरा शुरू से प्रयास रहा है आगे भी रहेगा।

सवाल- आपको राजनीति में कौन लेकर आया ?

जवाब- राजनीति में मुझे नेताओं ने लाया है। और सभी नेताओं का मुझे स्नेह और आशीर्वाद मिला है।

 

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