शराब पीने के बाद बहुत से लोग अपने होश खो बैठते हैं और अक्सर हिंसक हो जाते हैं। WHO का यह भी कहना है कि दुनियाभर के हिंसक अपराधों और यौन हमलों के लगभग आधे मामलों में शराब का रोल देखने को मिलता है। इसके अलावा यह व्यक्ति पर भी निर्भर करता है कि वो शराब पीने के बाद कैसे बर्ताव कर रहा है। पढ़िये पूरी कहानी……
Chhattisgarh Talk / अतुल शर्मा / दुर्ग : भाजपा महिला मोर्चा ने नशा मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान तथा कांग्रेस सरकार के शराब बंदी के वादाखिलाफी के विरोध में सेक्टर 1 आबकारी विभाग के सामने जमकर प्रदर्शन किया,महिलाओं ने हाथों में तालाबंदी का पोस्टर लेकर नारेबाजी की और शराब दुकाने बंद करने की मांग की। पुलिस के द्वारा आबकारी विभाग के सामने बैरिकेड लगाकर रोकने की प्रयास किया,लेकिन महिलाओं ने बैरिकेड पर चढ़कर प्रदर्शन किया,
महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़कर अंदर घुस गए
भाजपा महिला मोर्चा के भिलाई जिला अध्यक्ष स्वीटी कौशिक तथा जिला अध्यक्ष बृजेश बिजीपुरिया के नेतृत्व में सैकड़ो महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने रैली के माध्यम से सेक्टर 1 आबकारी विभाग पहुंचे, महिला मोर्चा के द्वारा आबकारी विभाग पर ताला लगाने के लिए पहुंचे, उससे पहले ही पुलिस के द्वारा बैरिकेटिंग कर कर महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं को रोक दिया गया, लेकिन महिला मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग तोड़कर अंदर घुस गए, महिलाओं द्वारा बैरिकेड पर चढ़कर जमकर प्रदर्शन किया,महिला मोर्चा का कहना था कि कांग्रेस सरकार ने शराबबंदी करने की घोषणा की है, लेकिन अभी तक उनका वादा पूरा नहीं हो पाया है, नकली शराब पीकर लोगों की मौत हो रही है, उसको लेकर हम लोगों ने आबकारी विभाग में ताला बंदी का कार्यक्रम रखा गया था,वही लगातार छत्तीसगढ़ नशे के चलते काफी घटनाएं हो रही है— स्वीटी कौशिक,भिलाई जिला अध्यक्ष
आपने अक्सर लोगों को कहते हुए सुना होगा किज्यादाशराब स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि पारिवारिक रिश्तों के लिए भी हानिकारक होती है। माना जाता है कि जो लोग शराब पीते हैं वो सामान्य लोगों के मुकाबले ज्यादा लड़ाई-झगड़ा करते हैं। चलिए जानने की कोशिश करते हैं कि ऐसा सिर्फ कहा जाता है या सच में शराब पीने वाले लोगों को ज्यादा गुस्सा आता है।
शराब की वजह से कई घरों में कलह झगड़ा फसाद भाजपा जिला अध्यक्ष बृजेश बिजीपुरिया ने कहा कि सरकार अपना वादा पूरा करे अन्यथा आगामी चुनाव में प्रदेश की जनता और खासकर महिलाएं उसे बाहर का रास्ता बताना नहीं भूलेंगी। वही शराब की वजह से कई घरों में कलह झगड़ा फसाद और गरीबी भुखमरी का आलम है — बृजेश बिजीपुरिया, जिला अध्यक्ष बीजेपी
क्या कहती है रिसर्च
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक रिसर्च में बताया गया है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक शराब का सेवन और आक्रामकता के बीच जुड़ाव देखने को मिलता है। परंतु इसका मतलब यह नहीं कि शराब पीकर हर इंसान आक्रामक हो जाए। WHO का यह भी कहना है कि दुनियाभर के हिंसक अपराधों और यौन हमलों के लगभग आधे मामलों में शराब का रोल देखने को मिलता है। इसके अलावा यह व्यक्ति पर भी निर्भर करता है कि वो शराब पीने के बाद कैसे बर्ताव कर रहा है।
शराब पीने के बाद हिंसक हो जाते हैं लोग?
अलग-अलग रिसर्च में ऐसा पाया गया है कि शराब पीने के बाद बहुत से लोग अपने होश खो बैठते हैं और अक्सर हिंसक हो जाते हैं। शराब पीने के बाद हिंसा करना एक व्यक्ति का स्वभाव दिखाता है। ऐसा जरूरी नहीं है कि हर वो व्यक्ति जो शराब पी रहा है वो हिंसक हो। मगर हां, ऐसा हो सकता है कि जो व्यक्ति शराब पीने के बाद हिंसक हो रहा है वो शराब नहीं पीता तो शायद शांत रहता।
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