Accident Electric Current In Primary School छत्तीसगढ़ के रिखीमुड़ा सरकारी स्कूल में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया. बिजली विभाग की लापरवाही की वजह से 1 स्कूल में करंट दौड़ने लगा. जिसके चपेट में पांच स्टूडेंट और एक महिला टीचर बुरी तरह जख्मी हो गई. हालांकि बच्चों की स्थिति अभी ठीक है. लेकिन महिला टीचर की हालत बहुत गंभीर है. इलाज अस्पताल में चल रहा है
Chhattisgarh Talk Electric Current At Ambikapur : छत्तीसगढ़ राज्य के अंबिकापुर क्षेत्र रिखीमुड़ा में एक दिल दहला देने वाला घटना निकल कद सामने आ रहा. जहाँ के रिखीमुड़ा सरकारी स्कूल में 5 छात्र सहित एक टीचर करंट की चपेट में आ गए. करेंट की चपेट में आने से वह बुरी तरह घायल हो गए. घायल टीचर का अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एडमिट कराए है. उनका इलाज जारी है. हालांकि हादसे में झुलसे बच्चों की स्थिति अभी ठीक है. सभी बच्चे अपने घर पर सुरक्षित हैं.
मीटर से स्कूल में आया करंट
घटने के वक्त अफरातफरी का माहौल निर्मित हो गया जब रोजाना की तरह बच्चे स्कूल आए हुए थे. इसी दौरान विद्युत विभाग के द्वारा लगाए गए मीटर के तार में प्रवाहित करंट की चपेट मे आने से 5 स्कूली छात्र घायल हो गए. बच्चों को बचाने के दौरान 1 शिक्षिका गंभीर रूप से घायल हो गई. शिक्षिका को इलाज के लिए अंबिकापुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
परिजनों का स्कूल प्रबंधन को लेकर गुस्सा
छत्तीसगढ़ के इस हादसे के बाद स्कूली बच्चों के परिजनों में काफी गुस्साये है. एक बच्चे की मां आशा माली ने बताया कि” हमने अपने बच्चों को पढ़ने के लिए स्कूल भेजा था. स्कूल में अचानक करंट आ गया. चपेट में आने से बच्चों का हाथ जल गया है. जब स्कूल में ऐसा हुआ तो मैडम लोगों को हमें खबर करना चाहिए. कोई खबर नहीं किया. मेरा बेटा बेहोश हो गया था, किसी को उसे पहुंचाना चाहिए या फिर हमें बताना चाहिए था.
मैं स्कूल गया था. थोड़े देर के बाद स्कूल में करंट आ गया. मैं बेहोश हो गया था. करंट की चपेट में आने से मेरा हाथ जल गया है–घायल छात्र
पढ़ाई के दौरान हुआ स्कूल में हादसा
अम्बिकापुर विकाशखण्ड अंतर्गत रिखीमुड़ा प्राइमरी स्कूल में हर रोज की तरह बच्चे पढ़ने स्कूल आये. इस दौरान बिजली विभाग की तरफ से लगाए गए मीटर की तार में करंट दौड़ गया. फिर यह करंट स्कूल में फैल गया. जिससे पांच छात्र करंट की चपेट में आ गए. स्कूली बच्चों को बचाने के लिए महिला टीचर गई. तो वह भी कंरट की चपेट में आ गई. इस समय स्कूल में पढ़ाई जारी थी,, जिम्मेदार अधिकारी और जिला प्रशासन बिजली विभाग के इस लापरवाही पर क्या कार्यवाही करेगी या फिर मौन साधे बैठेगी
हादसे की वजह क्या थी जानिए
रिखीमुड़ा प्राइमरी स्कूल प्रबंधन की ओर से बताया गया है कि 1 महीने पहले स्कूल में बिजली विभाग की तरफ से बिजली का मीटर लगाया गया था. लेकिन विधुत विभाग के द्वारा तार को सही तरीके से नहीं सेट किया गया था. वायरिंग का काम भी किया जाना था. लेकिन वायरिंग आधा अधूरा होने की वजह से स्कूल के सामने झूल रहे तार को ऊपर करने का प्रयास बच्चों की तरफ से किया गया. इसी दौरान बच्चों सहित वहां मौजूद टीचर करंट की चपेट में आ गए.