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Arjun’s Tea: पीजिए ‘अर्जुन’ की चाय- काबू में रहेगा हाई ब्लड प्रेशर और बढ़ता कोलेस्ट्रॉल पढ़िए डिटेल में

Arjun's Tea: पीजिए 'अर्जुन' की चाय- काबू में रहेगा हाई ब्लड प्रेशर और बढ़ता कोलेस्ट्रॉल पढ़िए डिटेल में
Arjun's Tea: पीजिए 'अर्जुन' की चाय- काबू में रहेगा हाई ब्लड प्रेशर और बढ़ता कोलेस्ट्रॉल पढ़िए डिटेल में

Arjun’s Tea: पीजिए ‘अर्जुन’ की चाय- काबू में रहेगा हाई ब्लड प्रेशर और बढ़ता कोलेस्ट्रॉल पढ़िए डिटेल में

राजकुमार मल/भाटापारा: चाय के शौकीनों के लिए अच्छी खबर। अब अर्जुन की छाल से चाय भी बनाई जा सकेगी। अनुसंधान में इसे कोलेस्ट्रॉल को कम करने के गुणों का खुलासा हुआ है। सेवन से रक्त शर्करा का बढ़ता दबाव भी नियंत्रण में किया जा सकता है।

स्वास्थ्यगत समस्याओं को दूर करने के लिए अर्जुन की छाल सदियों से भरोसेमंद साथी रही है। व्यापक संभावना की तलाश में लगे वानिकी वैज्ञानिकों को ताजा अनुसंधान में छाल में उच्च रक्तचाप को नियंत्रण में रखने की जानकारी सामने आई है। छाल को पाउडर के रूप में नियमित सेवन से हृदय रोग भी दूर किया जा सकता हैं। यही वजह है कि अर्जुन को हृदय का हर्बल नायक नाम दिया गया है।

खराब कोलेस्ट्रॉल करता है कम

अर्जुन की छाल से बना पाउडर। बनता आ रहा है काढ़ा। बदली परिस्थितियों में इससे अब चाय भी बनाया जाने लगा है। नियमित और मानक मात्रा में सेवन से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि की जा सकती है। हृदय रोग को दूर रखती है, अर्जुन की छाल की चाय। इसके अलावा रक्त शर्करा का स्तर भी बनाए रखती है।

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एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) के रूप में बढ़िया

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर यह चाय ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ती है, जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं और हृदय रोग को बढ़ाते हैं। नियमित सेवन से यह समस्याएं दूर की जा सकती हैं। हृदय विकार दूर करने में सक्षम अर्जुन की चाय में सूजनरोधी गुणों के होने की जानकारी सामने आई है। यानी यह हर स्वास्थ्यगत तकलीफ दूर करने में सक्षम है। इन्हीं महत्वपूर्ण गुणों की वजह से अर्जुन को ‘हृदय का हर्बल नायक’ जैसे नाम से जाना जाता है।

जानिए अर्जुन वृक्ष को

अर्जुन काॅम्ब्रेटेसी परिवार का महत्वपूर्ण सदस्य है। सदाबहार पर्णपाती अर्जुन के वृक्ष में मार्च से जून के बीच में फूल लगते हैं और सितंबर से नवंबर में फल लगते हैं। भारतीय महाद्वीप का यह सदाबहार वृक्ष 20 से 30 मीटर की ऊंचाई के लिए भी जाना जाता है। वृक्ष का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा इसकी छाल है। जिससे स्वास्थ्यगत समस्या दूर करने के लिए व्यापक रूप से औषधियां बनती हैं।

अर्जुन हैं एक जादुई भारतीय वृक्ष

अर्जुन वृक्ष अपनी छाल के औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है। अर्जुन की छाल आयुर्वेदिक औषधि मानी जाती है। कई तरह की बीमारियां दूर करने में इसका इस्तेमाल सदियों से होता आ रहा है। अर्जुन की छाल के पानी में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, इसलिए यह जबरदस्त फायदेमंद माना जाता है। सेवन के पूर्व चिकित्सीय परामर्श आवश्यक है।

अजीत विलियम्स, साइंटिस्ट (फॉरेस्ट्री), बीटीसी कॉलेज ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड रिसर्च स्टेशन, बिलासपुर

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