Chhattisgarh Talk Truth Is Bitter : मनोवैज्ञानिक कह रहे कि बच्चे प्रेशर में आत्महत्या कर रहे पढ़िये पूरी कहानी..

 

लेखक– रंजीत भोंसले

Chhattisgarh Talk Truth Is Bitter : लेकिन कोई समस्या के मूल में नही जाना चाह रहा आखिर ये प्रेशर किस कारण से आ रहा ?
Truth Is Bitter : सब कुछ NEET और JEE के आने से और नोटबंदी GST जैसे फैसलों से माहौल बदला??

Chhattisgarh Talk Truth Is Bitter : वरना 20-25 लाख मेडिकल में और 10 लाख करीब इंजीनियरिंग के अच्छे सब्जेक्ट्स में डोनेशन देने पर 12 कितने भी मार्क्स से पास हो एडमिशन मिल जाता था। निजी कालेज की फीस जो एक नंबर में देनी होती थी बहुत कम हुआ करती थी।

Chhattisgarh Talk Truth Is Bitter : देश में पैररल इकानामी का दौर था । सब कुछ सब कुछ सेट था लेने वाले खुश देने वाले भी खुश। हां दलालों की अधिकता से कई लोगो का एडवांस dub भी जाता था पैसा नंबर दो का था तो कोई रिपोर्ट शिपोर्ट भी नही होती थी।

 

Chhattisgarh Talk Truth Is Bitter : फिर देश में neet jee जैसे परीक्षा शुरू हुई तो निजी कालेज का डोनेशन बंद हुआ। इसलिए बेतहाशा फीस बढ़ गई इन निजी कालेजों की क्योंकि सारा पैसा अकाउंट में लेना होता एडमिशन भी सरकार कर के देने लगी तो नंबर 2 का काम लगभग बंद सा हो गया।

Chhattisgarh Talk Truth Is Bitter : जयदातर पेरेंट यह सोचते की बच्चा गणित लिया तो इंजीनियर और बायो लिया तो डाक्टर ही बनना चाहिए क्योंकि उनके पास पैसा है भले बच्चा इतना काबिल हो या ना हो।

Chhattisgarh Talk Truth Is Bitter : सबसे बड़ी दिक्कत यही आती है पैसा तो है निजी कालेज में पढ़ाने के लिए लेकिन एक नंबर का नहीं है कल के दिन कही आयकर वाले ये ना पूछ दे अभी तक तो तुम्हारी इनकम टैक्स के लायक नही थी अचानक इतना पैसा किधर से आया ?

Chhattisgarh Talk Truth Is Bitter : बस इससे बचने के लिए बच्चो को सरकारी कालेज की सीट का दबाव होता है। ताकि कम फीस में बच्चा डॉक्टर इंजिनियर बन जाय भले कोटा में कोचिंग पर कितना भी खर्च हो जाय और इसी दबाव में बच्चो की जान दांव पर लागते है ।

Chhattisgarh Talk Truth Is Bitter : वरना महज neet पास कर के निजी मेडिकल कालेज में दाखिला मिल सकता है किसी भी एवरेज छात्र को भले वो कोचिंग ना करे। हां फीस जरूर 12 से 25 लाख सालाना तक लगती है। हास्टल 2से 3 लाख प्रति वर्ष अलग से।


Truth Is Bitter : अब बहुत से पालक के पास इतना पैसा भी होता है पर एक नंबर का नहीं होता दिक्कत इस बात की है।

Chhattisgarh Talk Truth Is Bitter : और रही बात निजी इंजीनियरिंग कालेजों का तो स्टूडेंट ना मिलने से पिछले कुछ सालों में सैकड़ों इंजीनियरिंग कालेज बंद हो गए है।

Chhattisgarh Talk Truth Is Bitter : अब बताइए मनोवैज्ञानिक बच्चो पर जिस दबाव की बात कर रहे है उसकी असली जड़ कहां है ??

Chhattisgarh Talk Truth Is Bitter : जब तक असली जड़ पर उपचार नहीं किया जाएगा बच्चो पर इन कोचिंग सेंटर्स में दबाव बना ही रहेगा। इसलिए मामले के असली वजह को ध्यान में रख कर सरकार ने उपचार निकालना बहुत जरूरी है।

कटु किंतु सत्य — रंजीत भोंसले