दोषियों पर कार्यवाही नही करने पर उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
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Chhattisgarh Talk / पवन कुमार / सुकमा न्यूज़ : सितंबर को ताड़मेटला में हुए मुठभेड़ की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग करते हुए सर्व आदिवासी समाज ने सुकमा जिला कराया बंद इस दौरान बडीं संख्या में सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी एवं समाज के सदस्य मौजूद थे बंद का असर पूरे जिले में दिखा दोरनापाल, तोंगपाल, छिंदगढ़ ,कोंटा सभी जगह पर दिखा Sukma district closed
Chhattisgarh sukma Breaking : आपको बता दें सर्व आदिवासी समाज ने मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने ग्रामीणों को मृतक के शव को ना सौंपते हुए उन्हें शव को जलाने भी नही दिया। जबकि ग्रामीणों ने आधे जले शव को अगले दिन अपने रीति रिवाज से जलाया है।Sukma district closed
Chhattisgarh sukma Breaking : उन्होंने कहा कि यह पहली घटना होगी जिसमें परिवार वालों को शव नही सौंपा गया और साक्ष्य को छुपाने के पूरा प्रयास किया गया। जिससे स्पष्ट है कि यह एक फर्जी मुठभेड़ है और पुलिस ने दोनों ग्रामीणों पर एक-एक लाख का इनाम घोषित कर दिया जबकि इन दोनो का सुकमा दोरनापाल और चिंतलनार आना जाना रहता था तो इन्हें पहले क्यों नही पकड़ा गया। जिन्हें पुलिस नक्सली बता रही है उनमें से एक तो पुलिस वाले के घर ट्रैक्टर भी चलाता था उस वक्त गिरफ्तारी क्यों नही किया गया।Sukma district closed
Chhattisgarh sukma Breaking : सर्व आदिवासी समाज ने मुख्यमंत्री से ताड़मेटला फर्जी मुठभेड़ की उच्च स्तरीय जांच कराते हुए दोषियों के विरुद्ध अपहरण, हत्या, साक्ष्य छुपाने और आदिवासी परंपरा के विरुद्ध शव को जलाने का मामला पंजीबद्ध कर दोषियों पर कठोर कार्यवाही करने और मृतक परिवार को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा एवं उनके परिवार से एक को नौकरी देने की मांग की है।Sukma district closed
Chhattisgarh sukma Breaking : सर्व आदिवासी ने कहा कि ताड़मेटला मुठभेड़ पूरी तरीके से फर्जी मुठभेड़ है। पुलिस ने दोनों निर्दोषों को 04 सितम्बर को चिंतलनार से पकड़कर रात तकरीबन 08 बजे गड़गड़मेटा के जंगलों में गोली मारकर हत्या कर दी गई।Sukma district closed
Chhattisgarh sukma Breaking : नक्सलियों के नाम पर प्रमोशन पाने के लिए इस प्रकार लगातार भोलेभाले आदिवासियों को मारना सरासर अन्याय है। कोई आवाज उठाने वाला नही है इसलिए लगातार आदिवासियों पर अत्याचार किया जा रहा हैSukma district closed
Chhattisgarh sukma Breaking : इस पूरे मामले पर केंद्र व राज्य सरकार चुप्पी साधे हुए हैं। हम ताड़मेटला मुठभेड़ की सीबीआई जांच की मांग रखे हैं दिवस के भीतर दोषियों पर कार्रवाई नही होती है तो सर्व आदिवासी समाज उग्र आंदोलन करेगा।Sukma district closed
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Chhattisgarh Talk / पवन कुमार / सुकमा न्यूज़ : सितंबर को ताड़मेटला में हुए मुठभेड़ की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग करते हुए सर्व आदिवासी समाज ने सुकमा जिला कराया बंद इस दौरान बडीं संख्या में सर्व आदिवासी समाज के पदाधिकारी एवं समाज के सदस्य मौजूद थे बंद का असर पूरे जिले में दिखा दोरनापाल, तोंगपाल, छिंदगढ़ ,कोंटा सभी जगह पर दिखा Sukma district closed
Chhattisgarh sukma Breaking : आपको बता दें सर्व आदिवासी समाज ने मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने ग्रामीणों को मृतक के शव को ना सौंपते हुए उन्हें शव को जलाने भी नही दिया। जबकि ग्रामीणों ने आधे जले शव को अगले दिन अपने रीति रिवाज से जलाया है।Sukma district closed
Chhattisgarh sukma Breaking : उन्होंने कहा कि यह पहली घटना होगी जिसमें परिवार वालों को शव नही सौंपा गया और साक्ष्य को छुपाने के पूरा प्रयास किया गया। जिससे स्पष्ट है कि यह एक फर्जी मुठभेड़ है और पुलिस ने दोनों ग्रामीणों पर एक-एक लाख का इनाम घोषित कर दिया जबकि इन दोनो का सुकमा दोरनापाल और चिंतलनार आना जाना रहता था तो इन्हें पहले क्यों नही पकड़ा गया। जिन्हें पुलिस नक्सली बता रही है उनमें से एक तो पुलिस वाले के घर ट्रैक्टर भी चलाता था उस वक्त गिरफ्तारी क्यों नही किया गया।Sukma district closed
Chhattisgarh sukma Breaking : सर्व आदिवासी समाज ने मुख्यमंत्री से ताड़मेटला फर्जी मुठभेड़ की उच्च स्तरीय जांच कराते हुए दोषियों के विरुद्ध अपहरण, हत्या, साक्ष्य छुपाने और आदिवासी परंपरा के विरुद्ध शव को जलाने का मामला पंजीबद्ध कर दोषियों पर कठोर कार्यवाही करने और मृतक परिवार को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा एवं उनके परिवार से एक को नौकरी देने की मांग की है।Sukma district closed
Chhattisgarh sukma Breaking : सर्व आदिवासी ने कहा कि ताड़मेटला मुठभेड़ पूरी तरीके से फर्जी मुठभेड़ है। पुलिस ने दोनों निर्दोषों को 04 सितम्बर को चिंतलनार से पकड़कर रात तकरीबन 08 बजे गड़गड़मेटा के जंगलों में गोली मारकर हत्या कर दी गई।Sukma district closed
Chhattisgarh sukma Breaking : नक्सलियों के नाम पर प्रमोशन पाने के लिए इस प्रकार लगातार भोलेभाले आदिवासियों को मारना सरासर अन्याय है। कोई आवाज उठाने वाला नही है इसलिए लगातार आदिवासियों पर अत्याचार किया जा रहा हैSukma district closed
Chhattisgarh sukma Breaking : इस पूरे मामले पर केंद्र व राज्य सरकार चुप्पी साधे हुए हैं। हम ताड़मेटला मुठभेड़ की सीबीआई जांच की मांग रखे हैं दिवस के भीतर दोषियों पर कार्रवाई नही होती है तो सर्व आदिवासी समाज उग्र आंदोलन करेगा।Sukma district closed