Chhattisgarh Police: वाहन चलाते समय सड़क पर उड़ने की किए कोशिश तो दो किलोमीटर दूर से दबोच लेगी पुलिस, जानिए कैसे
Chhattisgarh Police: बलौदा बाजार: छत्तीसगढ़ की सड़कों पर ओवर स्पीड ने मौत का तांडव मचा रखा है। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सरकार इसे प्राथमिकता में लेकर ओवर स्पीडिंग, ड्रिंक एंड ड्राइव, सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन रोकने का काम कर रही है। यहां तक की अब हाईवे पर भी वाहन तेज चलाने और फर्राटे से उड़ने की कोशिश करने वाले वाहनों और ऐसा करने वाले वाहन चालकों पर 2 किलोमीटर दूर से ही निगरानी रखी जाएगी। सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को पुलिस पकड़ने के लिए तैनात रहेगी।
Chhattisgarh Police: सड़क सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई के लिए बलौदा बाजार पुलिस को इंटरसेप्टर वाहन दी गई है। इसको आज शनिवार को पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने ट्रैफिक विभाग में तैनात कर दिया है। डीएसपी अमृत कुजूर की नेतृत्व वाली ट्रैफिक टीम के प्रशिक्षित चार सदस्यों को भी इसमें तैनात किया गया है। यह टीम स्टेट हाईवे के साथ ही नेशनल हाईवे में अलग-अलग जगह पर तैनात रहकर ओवर स्पीडिंग, ड्रिंक एंड ड्राइव और ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों पर कार्यवाही करेगी।
Chhattisgarh Police: असल में यह इंटरसेप्टर वाहन ओवर स्पीडिंग, ड्रिंक एंड ड्राइव, सड़क सुरक्षा नियमों का पालन कराएंगे। इसमें सिस्टम को हाईटेक किया गया है। सड़क पर चलते समय यातायात नियमों का पालन करने की व्यवस्था इस वाहन में की गई है, जिससे लोग सुरक्षित यात्रा कर सकेंगे। यह वाहन 2 किलोमीटर दूर से ओवर स्पीड को जान जाएगी। जिस पर पुलिस टीम वाहन पर कार्रवाई कर निर्धारित स्पीड में वाहन चलाने के लिए निर्देशित करेंगे। इस वाहन में स्पीड रडार गन लगा हुआ है, जो ओवर स्पीड पर रोकथाम करेगा। वाहन में ड्रिंक एंड ड्राइव केस रोकने के लिए एल्को मीटर, गाड़ियों में तेज लाइट को रोकने के लिए लाइट मीटर, तेज साउंड के लिए साउंड मीटर, काले शीशे की जांच के लिए ग्लास मीटर, सर्विलेंस कैमरा, माइक, सायरन और लाइट लगा हुआ है।
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े -यहां क्लिक करें
प्रशिक्षित टीम तैनात
बलौदा बाजार में तैनात की गई इंटरसेप्टर वाहन में प्रधान आरक्षक अगस्त जीत ध्रुव, आरक्षक नीतेश देवांगन, प्रमोद माझरे और देवेंद्र पुरेना की तैनाती की गई है। टीम को पहले ही वाहन के संचालन के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
इसे भी पढ़े- “जानिए अपना सूचना का अधिकार” वी कैन शाइन फाउंडेशन ने सूचना के अधिकार (RTI) पर जागरूकता कार्यशाला किया आयोजित
काटी गई चालान की राशि से हुई है खरीदी
इंटरसेप्टर वाहन की खरीदी सरकार ने विभिन्न जिलों में काटी गई चालान की राशि से की गई थी। इसकी तैनाती दो साल पहले हो जाना था, लेकिन अब इसे तैनात किया गया है।
पुलिस अधीक्षक ने इंटरसेप्टर वाहन को किया रवाना
पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने इंटरसेप्टर वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वाहन में ब्रेथ एनालाइजर, सर्विलेंस कैमरा और अन्य सुविधाएं लैस है। इस दौरान एसपी अग्रवाल ने वाहन में उपलब्ध सुविधाओं को जाना। साथ ही जिले की ट्रैफिक टीम को वाहन सौंपते हुए पुलिस अधीक्षक ने वाहन को सुरक्षित रखने के साथ ही उपकरणों को सावधानी के साथ उपयोग करने का निर्देश दिया। साथ ही टीम को आज से ही कार्रवाई का निर्देश दिया।
सड़क सुरक्षा हमारी सामूहिक जिम्मेदारी
पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने कहा कि इंटरसेप्टर वाहनों से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी, साथ ही यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्यवाही भी कड़ी की जाएगी। सड़क सुरक्षा हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। यातायात नियमों का पालन सुरक्षित यात्रा की गारंटी है और इससे अन्य वाहन चालकों में भी सुरक्षा का भाव पैदा होता है। यहां के लोगों को नियमों का पालन करने के लिए जागरूक करना है। नए इंटरसेप्टर वाहनों के मिलने से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों की पहचान कर त्वरित कार्रवाई की जा सकेगी।
जल्द ही मिलेंगे ई चालान तैयारी कर रही पुलिस
पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने कहा कि बलौदा बाजार जिले में सर्विलेंस कैमरा तैनात कर दिए गए हैं अब जल्द ही ई चालान लोगों को मिलेगी। हालांकि अब तक रायपुर से ही ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर ई-चालान की कॉपी आती रही है।
स्पीड बोर्ड लिमिट लगाई गई
वाहन को तैनात करने से पहले स्पीड बोर्ड लिमिट लगाई गई है। इंटरसेप्टर वाहन भी स्पीड बोर्ड लिमिट लगी जगह पर ही तैनात रहेगी, ताकि विवाद की स्थिति निर्मित ना हो पाए। बलौदा बाजार में स्थित नेशनल हाईवे 130बी पर बीनोरी, बिटकुली, डोटोपार, घोटिया, डोंगरीडीह, अमोदी में लगाई गई है।
चोरी हो गई रेडियम लाइट दुर्घटना की बढ़ी आशंका
बलौदा बाजार आने वाली सभी मार्गों और बाईपास की शुरुआत में अंधेरा होने के साथ-साथ रात के समय संकेतक नहीं है। जिन जगहों पर रेडियम लाइट लगाई गई थी वह भी चोरी हो गई हैं, ऐसे में इन जगहों पर हर समय दुर्घटना की स्थिति निर्मित हो रही है। साथ ही इन जगहों पर हाई मास्क लाइट की भी जरूरत पिछले कई सालों से हैं, लेकिन अब तक यह सुविधा नहीं मिल पाई है। हालांकि ट्रैफिक पुलिस के तरफ से कुछ जगहों पर पेड़ों में रेडियम टिकली लगाए जाने की व्यवस्था की गई है।