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CG News: आखिर क्यों मूकदर्शक बनीं हुई है पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग?? मेरी पत्नी को मारनें वाला हत्यारा कब होगा सलाखों के पीछे- कुलदीप आडिल

CG News: आखिर क्यों मूकदर्शक बनीं हुई है पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग?? दो महीनें और तीन दिन के बाद बच्चे से अलविदा हो गई मां; प्रकरण में मात्र बयान का ही उल्लेख, बाकी कुछ नहीं
CG News: आखिर क्यों मूकदर्शक बनीं हुई है पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग?? दो महीनें और तीन दिन के बाद बच्चे से अलविदा हो गई मां; प्रकरण में मात्र बयान का ही उल्लेख, बाकी कुछ नहीं

मेरी पत्नी को मारनें वाला हत्यारा कब होगा सलाखों के पीछे- कुलदीप आडिल,

आखिर क्यों मूकदर्शक बनीं हुई है पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग??

✒️दो महीनें और तीन दिन के बाद बच्चे से अलविदा हो गई मां

✒️प्रकरण में मात्र बयान का ही उल्लेख, बाकी कुछ नहीं

✒️छत्तीसगढ़ राज्य के राजधानी रायपुर में आडिल परिवार इस तरह से बेबस, लाचार और असहाय अपनें आप को क्यों महसूस कर रहा है, जानिए पूरा मामला का विवरण

राघवेंद्र सिंह/रायपुर न्यूज: आडिल परिवार जिला बेमेतरा के नवागढ़ विकासखण्ड के छोटे से गांव बुंदेला का रहनें वाले है जो कि एक वर्ष पूर्व ही परिवार के पुत्र सदस्य कुलदीप आडिल का विवाह किए थे, और उनकी पत्नी के गर्भ में उनका बच्चा पल रहा था, जब वह गर्भवती हुई तो उसे सामान्य इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया जा रहा था और जब बच्चे की पृथ्वी लोक में आनें की तैयारी हुई तब उसे प्रसव हेतु हॉस्पिटल लाया गया।

जिला अस्पताल मुंगेली जहां पर डॉक्टर के द्वारा बच्चा को आनें में देरी है, यह बात की पुष्टि की गई, लेकिन प्रसूता दर्द कम नहीं हुआ और दर्द ज्यादा बढ़नें के आसार को देखते हुए तत्काल आडिल परिवार के द्वारा श्री श्याम अस्पताल बिलासपुर ले जाया गया, जहां पर तत्काल ही साधारण प्रसव हो गया, और सात फरवरी 2023 को बालिका शिशु नें जन्म लिया, दो दिन तक अस्पताल में रहनें के बाद तीसरा दिन आडिल परिवार आ गए, लेकिन घर में आडिल परिवार की बहु का घर में रहनें पर हाथ पैर का सूजन होना दिखा, जिस पर घर वालों नें पुन: तत्काल सी.एम.सी. रायपुर हॉस्पिटल में 28/02/2023 को भर्ती कराया, जहां पर लगभग 12 दिन रहनें के बाद भी कुछ नहीं होता दिखाई दिया जिस पर घर वालों नें तत्काल उसे खुशी हॉस्पिटल तिल्दा ले गए और वहां पर सोनोग्राफी कराया गया, इलाज और जांच पड़ताल की गई, तत्पश्चात डॉक्टरों नें बताया कि महिला के हृदय में समस्या है, जिसके कारण शरीर में पानी भर रहा है और वहां पर चार दिन रहनें पर इलाज जारी रहा और उसे कुछ राहत भी मिली तथा शरीर का संतुलन भी ठीक अवस्था में हो गया, तब उक्त परिवार मरीज को लेकर घर आ गए।

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घर आनें के आठ-दस दिन बाद उसे समस्या फिर दिखाई देनें लगा और पेट में पानी भरना फिर से प्रारंभ हो गया जिस पर उन्हें वापस खुशी हॉस्पिटल आना पड़ा, जहां पर डॉक्टर नें इलाज प्रारंभ किया तथा फिर से उसे सहीं अवस्था में लाया गया, लेकिन खुशी हॉस्पिटल के डॉक्टर नें बताया कि यह समस्या का पूर्ण रूप से समाधान ऑपरेशन है, क्योंकि हृदय में गड़बड़ी के कारण इस तरह का समस्या उत्पन्न हो रहा है और इसे ऑपरेशन करके ही स्वस्थ किया जा सकता है, तो मेरे पहचान के श्री संकल्प हॉस्पिटल रायपुर वाले हैं जहां पर इसका सफल ऑपरेशन हो सकता है तो मैं वहां रिफर कर देता हूं, कहकर चिट्ठी बनाकर श्री संकल्प हॉस्पिटल रायपुर के नाम पर दे दिया गया, इस तरह से दिनांक 10 अप्रैल 2023 को शाम 04:30 बजे श्री संकल्प हॉस्पिटल में मरीज के साथ परिजनों का पहुंचना हुआ।

हास्पिटल मैनेजर के द्वारा संकल्प हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां पर उस समय डाॅक्टर उपलब्ध नहीं थे और स्टाॅफ के द्वारा बताया गया कि डॉक्टर साहब आएंगे तब इलाज प्रारंभ होगा।

 

जब रात 08:30 के आसपास को मरीज का पति कुलदीप आडिल नें अपनीं पत्नीं को खाना खिलानें के उद्देश्य से उनके पास गया तभी स्टाॅफ के द्वारा कहा गया कि आप बाहर जाईए हम लोग मरीज को खाना खिला देंगे, उसके बाद कुलदीप आडिल का सीढ़ी से उतरना हुआ और सीढ़ी से उतर ही रहे थे कि अचानक फोन आया कि आपकी पत्नी बेहोश हो गई है, तब पति का तत्काल वहां पर वापस जाना हुआ और देखा कि वहां पर पत्नी हिल डुल भी नहीं रही थी, एकदम शांत पड़ी हुई थी, तभी पति को शक हो चुका था कि कुछ अप्रिय घटना घट चुकी है, लेकिन ओ.पी.डी. में कार्य करनें वाले स्टाफ के द्वारा कहा गया कि अभी बेहोश है और हम देख रहे हैं, आप चिंता ना करें आप जाइए।

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लेकिन फिर भी पति का मन नहीं माना और थोड़ी देर बाद फिर से अंदर आना हुआ, कपड़ा जो ढंका हुआ था, उसे निकाला तब देखा कि उनके गले में छेद हो चुका था, खून का धब्बा दिखाई दे रहा था और कांख में पाइप लगा हुआ देखते ही मानों महिला के पति का पैर धरती से चिपक गया और फिर रोना, चिल्लाना प्रारंभ हुआ, लेकिन स्टाॅफ वालों नें कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है आप लोग टेंशन ना लो, चिंता मत करो, अभी बेहोश है, तब पीड़ित परिवार नें कहा कि जब यहां पर जब कोई डॉक्टर नहीं है तब आप लोग इलाज क्यों कर रहे हो, ऑपरेशन तो डॉक्टर के आनें के बाद बातचीत होनें के बाद होगा, लेकिन आप लोग ऐसा क्यों कर रहे हो, लेकिन स्टाॅफ द्वारा उसे वहां से निकाल दिया गया, तब पति कुलदीप आडिल का तत्काल डीडी नगर थाना पहुंचना हुआ, लगभग रात 10:00 बजे डीडी नगर थानें पर बैठे- बैठे दूसरे दिन तक बैठे ही रहे, तब डीडी नगर थाने से लगभग 20 घंटे के बाद डीडी नगर थाना से पुलिस वालों का जाना हुआ, तब कहीं जाकर पंचनामा बना और पोस्टमार्टम हुआ, जहां पर स्पष्ट रूप से दिखाई दिया कि महिला के गले में पाइप लगी हुई थी, कांख में छेद किया गया था, पाइप लगानें हेतु और गले में छेद था।

इस तरह से यह प्रतीत हुआ कि इलाज ओपीडी वालों नें ही प्रारंभ कर दिया था, बगैर डॉक्टर के उपस्थिति के पूरे घटनाक्रम को लेकर आडिल परिवार सहमे हुए से थे और इतना लाचार और बेबस हो चुके कि वहां पर कुछ नहीं कर पाए और मृतक के पार्थिव शरीर को लेकर घर आ गए, और बेमेतरा जिला में ही पूरा अंत्योस्ठी कार्यक्रम दसगात्र तथा तेरही संपन्न हुआ।

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उसके पश्चात कुलदीप आडिल नें दिनांक 25/04/2023 को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रायपुर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आमानाका थाना तथा डीडी नगर थाना पर उचित कार्रवाई के लिए आवेदन दिया, लेकिन आवेदन का निराकरण नहीं देखते हुए दिनांक 08 मई 2023 को तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव के यहां भी आवेदन दिया गया जिस पर स्वास्थ्य मंत्री नें स्वास्थ्य विभाग के संचालक को आवेदन भेजा गया था जिस पर संचालक के द्वारा कार्यवाही प्रकरण को आगे बढ़ानें हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भेजा गया और संचालक के द्वारा एक बार नहीं पुनः दूसरे बार भी स्मरण पत्र जारी किया गया, लेकिन आज दिनांक तक भी उपरोक्त प्रकरण पर किसी तरह का कोई भी कार्रवाई नहीं हुआ।

पुलिस एवं स्वास्थ्य अधिकारी पीड़ित परिवार के संदेह के घेरे में

पूरे वाक्यांशों को देखते हुए मृत महिला के पति कुलदीप आडिल नें मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि वह हर 08 दिन, 10 दिन और 15 दिन के अंदर में रायपुर के आमानाका थाना, डीडी नगर थाना तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रायपुर का चक्कर लगा रहे हैं, और लगातार स्वास्थ्य अधिकारी, डीडी नगर थाना तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं, लेकिन सिर्फ मामला बयानों पर कागजों में ही है, मगर बयान के बाद आगे की कार्यवाही नहीं हो पा रही है, मानो ऐसा लग रहा है कि संलिप्तता दिखाई पड़ रही है मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी नें पीड़ित को यहां तक बताया कि श्री संकल्प हॉस्पिटल को सील कर दिया है, मगर आज भी वह प्रारंभ है, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नें कहा कि हम बयान ले रहे हैं और आगे इसमें कार्यवाही करेंगे मगर न जानें आडिल परिवार का भगवान भला करेंगे या नहीं।

खबर अभी बाकी है वह अगले अंक में संबंधित सभी बिंदुओं पर चर्चा करते हुए सभी संबंधित लोगों का बयान लेकर खबर पुन: प्रकाशित की जाएगी…

“हमनें हृदय रोग विशेषज्ञ को जांच के लिए बोल दिया है, जैसे ही रिपोर्ट आता है प्रकरण का निराकरण जल्द हो जाएगा”– मिथलेश चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, रायपुर

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