CG News Doctor tortured woman : छत्तीसगढ़ में महिला सहकर्मी को डॉक्टर ने किया प्रताड़ित, गर्ल फ़्रेंड बनने के लिये दबाव डालते हैं, डीएमएफ के नोडल अधिकारी डॉ. एसके जामगड़े महिला को कर रहे प्रताड़ित,, जानिए क्या है मामला….

 

महिला सहकर्मी को डॉक्टर ने किया प्रताड़ित, गर्ल फ़्रेंड बनने के लिये डालते थे दबाव, डीएमएफ के नोडल अधिकारी डॉ. एसके जामगड़े पर आरोप, दुर्ग पुलिस ने किया मामला दर्ज, CMHO ऑफिस में 1 महिला कर्मचारी को प्रताड़ित, गर्ल फ़्रेंड बनने के लिये डालते थे दबाव!!CG News Doctor tortured woman

Doctor tortured woman सीएमएचओ ऑफिस दुर्ग में महिला उत्पीड़न, महिला ने की शिकायत करें कार्रवाई, महिला सहकर्मी को डॉक्टर ने किया प्रताड़ित, दुर्ग पुलिस से महिला ने की शिकायत, मामला बना हाई प्रोफाइल Chhattisgarh Talk Special News

Chhattisgarh Talk / सुबोध तिवारी / दुर्ग न्यूज : छत्तीसगढ़ में दुर्ग के सीएमएचओ ऑफिस में एक महिला कर्मचारी ने प्रताड़ित किये जाने का मामला दुर्ग पुलिस में दर्ज कराया है,, महिला का कहना है कि डीएमएफ के नोडल अधिकारी डॉ. एसके जामगड़े उन्हें बहुत प्रताड़ित करते हैं,, गर्ल फ़्रेंड बनने के लिये दबाव डालते हैं,, जब महिला ने इसकी शिकायत सीएमएचओ डॉ. जेपी मेश्राम से की तो उन्होंने मामले को वहीं दबाने का निर्देश देते हुए शासकीय आदेश मानने की बात कही।

CG News Doctor tortured woman : इसके बाद महिला ने मामले की शिकायत दुर्ग कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा और पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा से की,, महिला कर्मचारी ने बताया कि डॉ. एसके जामगड़े अक्सर पास आकर बैठ जाते और अश्लील बाते करते,, और तो और उक्त डॉक्टर ने गर्लफ्रैंड बनने का ऑफर तक दे दिया,, महिला के द्वारा विरोध करने पर भी वो नहीं मानते और जब भी मौका मिलता गलत कमेंट करते थे,, जब महिला कर्मचारी कुछ बोलती तो डॉ. जामगड़े बोलता कि वो मस्ती मजाक में ये बोलता है। जब महिला ने डॉ. जामगड़े को वार्निंग दी तो उसने भी महिला को भी जगह बदलने को लेकर चैलेंज कर दिया,,

CG News Doctor tortured woman : महिला का कहना है कि उसकी शिकायत के बाद शासकीय नियम के मुताबिक सीएमएचओ को विशाखा गाइड लाइन कमेटी के तहत मामले की जांच करवानी थी और आरोपी डॉक्टर पर कार्रवाई करना था,,

CG News Doctor tortured woman : पर सीएमएचओ ने मामले को दबाने की बात कही,, एसपी और कलेक्टर से शिकायत के बाद सीएमएचओ मेश्राम तुरंत हरकत में आए और डॉ. जामगड़े को सभी पदों से हटाते हुए उनकी मूल पदस्थापना सुपेला में शहरी परिवार कल्याण केंद्र भेज दिया,, साथ ही सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार महिला कर्मियों के उत्पीडऩ की जांच के ​लिए बनी स्थानीय ​विशाखा समिति को मामले की जांच सौंप दी है।

Chhattisgarh Talk पर देखिये दुर्ग से हमारे रिपोर्टर सुबोध तिवारी की रिपोर्ट