● चालकों के लिए टॉयलेट और विश्राम की सुविधा नहीं…
● बेहतर कनेक्टिविटी और क्रॉसिंग पर बत्ती नहीं…
● बाइक से सफर करने पर जान की सुरक्षा की गारंटी नहीं बाबा नहीं…
Baloda Bazar News: वर्ष 2018-19 में नांदघाट से भाटापारा-बलौदा बाजार-कसडोल-गिधौरी तक निर्मित 91.228 किमी सड़क कई स्थानों पर उखड़ने के अलावा नगर के कुकुरदी बायपास से लेकर भाटापारा तक कई स्थानों में दोनों किनारों पर बीचो बीच दब चुकी है जिससे दो पहिया वाहन चालन के दौरान अनियंत्रित होने का खतरा लगातार बना हुआ है तथा आए दिन इस नालीनुमा मार्ग में गिरकर लोग चोटिल हो रहे हैं। सड़क के निर्माण कार्य प्रारंभ होने के बाद से ही निर्माण की गुणवत्ता को लेकर प्रश्न चिन्ह लगाया जा रहा था। लगातार शिकायतों के बाद निर्माण के छह माह बाद दिल्ली से पहुंची जांच टीम के द्वारा भी गुणवत्ताहीन निर्माण की पुष्टि की गई थी जिसके बाद विभाग द्वारा आनन फानन में सुधार कार्य कराया गया था जिसके बाद सड़क पुन: यथा स्थिति में पहुंच चुकी है तथा इस मार्ग से गुजरने वाले दो पहिया सवारों के लिए खतरनाक हो गयी है।
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22 किमी सड़क दोनों छोर से दबी, मेंटेनेंस नहीं कराया तो… पूरा बर्बाद
विदित हो नांदघाट से गिधौरी तक 91.228 किमी सड़क का निर्माण करीब 223 करोड़ रूपये की लागत से कराया गया था परंतु निर्माण के 6 माह बाद से ही बलौदा बाजार-भाटापारा मार्ग 22 किमी का बड़ा हिस्सा किनारे से दबकर नालीनुमा संरचना में तब्दील हो गया था जिसकी वजह से लगातार दुर्घटनाएं घटित होती रही हैं। विशेषकर बारिश के दिनों में नालीनुमा सड़क में पानी भरने के कारण राहगीरों को सड़क के गहरे होने का अनुमान नहीं लग पाता और वे दुर्घटना के शिकार होते हैं यहीं स्थिति बलौदा बाजार से गिधौरी मार्ग की है। यह मार्ग भी कई स्थानों पर किनारों से दबने के अलावा बीच बीच में उखड़ चुका है। कई स्थानों पर सड़क के किनारे पर्याप्त मुरूम का भराव ना होने की वजह से सड़क का किनारा खतरनाक तरीके से कट चुका है जो आवागमन के दौरान हादसों को आमंत्रण दे रहा है।
जरा सी चूक से गिरने का खतरा
वर्तमान में गिधौरी से बलौदा बाजार तक इस मार्ग पर यातायात का दबाव अत्यधिक बढ़ गया है। मार्ग पर रायगढ़, कोरबा, जांजगीर चांपा समेत अन्य राज्यों से भारी वाहन, हाईवा, ट्रेलर का 24 घंटों आवागमन होता है। कई स्थानों पर जर्जर सड़क की वजह से हादसे भी घटित होते रहें हैं। विशेषकर सड़कों के बीच निर्मित छोटी पुल पुलिया के बीच व दोनों किनारों पर सड़क पूर्णत: धंसी हुई है जिसके चलते तेज रफ्तार छोटे बडे वाहनों के अचानक उछलने से दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। यही स्थिति बलौदा बाजार-भाटापारा मार्ग की है।
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विद्यार्थी, व्यापारी को ज्यादा खतरा
प्रतिदिन इस मार्ग पर व्यापारी, विद्यार्थी व आमजनों के अलावा अम्बुजा सीमेंट संयंत्र में कार्यरत कर्मचारी दोपहिया से आवागमन करते हैं जहां नालीनुमा सड़क की वजह से आवागमन में अत्यधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मार्ग से अनजान दोपहिया चालक जरा सी चूक होते ही अक्सर दुर्घटना का शिकार होते हैं। मार्ग की शीघ्र मरम्मत नहीं कराई गयी तो दुर्घटनाओं के मामले में संवेदनशील इस सड़क पर हादसों का आंकड़ा और अधिक बढ़ने का अंदेशा है।
सड़क पर नालीनुमा गड्ढा बन चुका है
बलौदा बाजार से भाटापारा की ओर जाने पर कुकुरदी मोड़ के आगे अंबुजा माईंस के पास सड़क पर वाहनों के टायर के निशान स्पष्ट रूप से नजर आ रहे हैं। वाहनों के गुजरने की वजह से जिस प्रकार बरसात के दिनों में मिट्टी के कच्चे रास्ते में नालीनुमा गड्ढा बन जाता है उसी प्रकार डामर की नवनिर्मित सड़क पर भी टायर के निशान के साईज में गड्ढा नजर आ रहा है। सड़क का लेवल भी पूरी तरह से असमतल होने लगा है तथा सड़क कई स्थानों पर दबकर ऊपर नीचे यानि असमतल होने लगी है।
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लंबे समय तक एक ही लाईन पर सड़क पर गड्ढा बनने से कुछ दिनों में वाहनों के गुजरने से सड़क के टूटने तथा उखड़ने की आशंका भी तेज हो गयी है। विशेषज्ञों ने बताया कि कमजोर रोलिंग तथा पानी तराई की वजह से अब बीटी वर्क यानि डामरीकरण दब रहा है। डामर की सड़क के लिए पानी का जमाव काफी हानिकारक होता है। बरसात के दिनों में डामरीकरण सड़क पर यदि पानी की निकासी सही तरीके से नहीं हुई तो जिस स्थान पर पानी भरेगा वहां से डामर के पूरी तरह से उखड़ने की आशंका भी बढ़ जाती है।
ओव्हर लोड हो रहा है, सड़क की मरम्मत कराई जाएगी
सड़क का जब निर्माण हुआ था तब और आज के समय में आसपास सीमेंट संयंत्रों की संख्या बढ़ चुकी है जिसकी वजह से सड़क से हैवी वाहनों के गुजरने की संख्या भी बढ़ी है। रेत भरे बड़े हैवी वाहन, रायगढ़ की ओर जाने वाले हैवी वाहनों की वजह से सड़क अधिक खराब हुई है। जल्द ही सड़क की मरम्मत कराई जाएगी –एम.एल.नायक, एसडीओ, लोक निर्माण विभाग, बलौदा बाजार