Boycott of candidates : बलौदाबाजार विधानसभा चुनाव में खडे प्रत्याशियों का बहिष्कार का ऐलान कांग्रेस प्रत्याशी शैलेश नितिन त्रिवेदी को मिली फटकार जानिये क्या है मामला
रोड नहीं तो वोट नहीं के बैनर के साथ वैष्णव कॉलोनीवासियों ने किया प्रदर्शन
Chhattisgarh Talk / बलौदाबाजार : चुनाव प्रचार चरम पर है इस दौरान कई जगहों पर विरोध के सुर भी उठ रहे हैं। बलौदाबाजार शहर की सबसे बड़ी वैष्णव कॉलोनी के लोगों ने विधानसभा चुनाव में खडे प्रत्याशियों का बहिष्कार का ऐलान कर सभी को चौंका दिया।
छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक 20 दिन पहले बलौदा बाजार शहर के हृदय स्थल गार्डन चौक से लगे वैष्णव कॉलोनी मैं निवास करने वाले सेवानिवृत अधिकारी, कर्मचारी, डॉक्टर, इंजीनियर और वकील सहित गृहणियों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाते हुए अपने कॉलोनी जाने के मुख्य मार्ग पर प्रदर्शन किया। प्रवेश द्वार के पास खामोश की मदद से बैनर टांग दिया जिसमें लिखा गया है रोड नहीं तो वोट नहीं हमारा उम्मीदवार नोटा।
प्रत्याशियों का बहिष्कार
शनिवार को वैष्णव कॉलोनी के लोग सडक निर्माण नहीं होने से नाराज होकर रोड नहीं तो वोट नहीं हमारा उम्मीदवार नोटा है का तख्ती बैनर लेते हुए गार्डन चौक में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान जनसंपर्क दौरे पर निकले कांग्रेसी प्रत्याशी शैलेष नितिन समेत उनके समर्थकों को नाराजगी भी झेलनी पड़ी जबकि इस दौरान मौजूद सभी नेताओं ने कॉलोनीवासियों को समझाने-मनाने की तमाम कोशिशें कीं, पर वे नहीं माने। 700-800 घरों वाली इस कॉलोनी के लगभग 3 हजार कॉलोनीवासियों ने विधानसभा चुनाव में खड़े प्रत्याशियों का बहिष्कार कर दिया है। एक ओर जहां शहर सहित गांवों में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक तापमान ठंड के मौसम में भी गर्म है।
- करीब 800 मकान और 3 हजार आबादी वाली शहर की सबसे बड़ी कॉलोनी का मामला
नगर पालिका और स्थानीय विधायक की लापरवाही का आरोप
आरोप है कि नगर पालिका और स्थानीय विधायक की लापरवाही
विधायक प्रमोद शर्मा ने इस दौरान स्थानीय नागरिकों को बताया कि 6 माह पहले ही सड़क का टेंडर जारी किया जा चुका है मौके पर स्थानीय नागरिकों के सामने ही उन्होंने ठेकेदार को फोन लगाकर जानकारी ली तो ठेकेदार के द्वारा बताया गया कि आचार संहिता लग जाने के कारण सड़क निर्माण का काम शुरू नहीं किया गया है। इधर स्थानीय लोगों का आरोप है कि जब 6 माह पहले टेंडर जारी हो गया है तो अब तक ठेकेदार ने काम क्यों नहीं शुरू किया और अगर काम नहीं शुरू किया है तो उसके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है। क्या ठेकेदार मनमानी करते हुए उन्हें परेशान करने की नीयत से सड़क नहीं बनाया है ? उनका आरोप है कि नगर पालिका और स्थानीय विधायक की लापरवाही के कारण यह स्थिति बनी है। बता दें कि स्थानीय लोग जिस मार्ग को ठीक करने की मांग कर रहे हैं इस मार्ग में स्थानीय विधायक प्रमोद शर्मा खुद निवास करते हैं। विरोध के दौरान चुनाव प्रचार करने पहुंचे स्थानीय विधायक स्थानीय लोगों से गरमा गरम बहस करते दिखे।
पाइप बिछाने के नाम पर खोदी सड़क
कॉलोनी निवासी मनीषा बिन्दु शुक्ला, रमेश जैन ने कहा कि कॉलोनी में सड़क की दुर्दशा को लेकर सभी कॉलोनीवासी दुखी हैं उनका कहना है कि सिर्फ पूरी कॉलोनी में इस वार्ड के पार्षद के घर के सामने की ही सड़क बनी हुई है। बाकी पूरी कॉलोनी में 20 सालों से सड़क नहीं बनी। ऊपर से पानी की पाइपलाइन बिछाने के लिए उसे कभी पीएचई वालों ने तो कभी नगर पालिका वालों ने खोद-खोदकर और भी जर्जर कर दिया है। नेताओं ने पिछले चुनाव के समय अपना काम निकालने के लिए कॉलोनी के हर घर के सामने से पक्की सड़क बनाने का वादा किया था। इस कॉलोनी से बेहतर तो दूर-दराज के गांवों की पगडंडिय हैं जिस पर बरसात के दिनों में कम से कम पैदल तो चल सकते हैं। मौके पर डॉ. भरत नामदेव, माधुरी वैदय, शांति देवी जैन, शारदा सोनी सहित बड़ी संख्या में कालोनीवासी शामिल थे
कुछ नेता रोड़ा लगाते हैं: पालिका अध्यक्ष
पालिका अध्यक्ष चितावर जायसवाल का कहना है कि 4 महीने पहले ही इस कालोनी की सड़क के लिए वर्कऑर्डर जारी कर दिया गया है मगर कई ठेकेदार ऐसे है जो कुछ बड़े नेताओं के इशारे पर चलते हैं और शहर के विकास कार्यों को जान-बूझकर लटकाते हैं ताकि वे इसका राजनीतिक फायदा ले सकें।
वही विरोध और वोट बहिष्कार का खबर पाकर चुनाव आयोग की तरफ से तैनात की गई फ्लाइंग स्क्वायड टीम मौके पर पहुंची और मुख्य मार्ग पर टांगा गया बैनर को जप्त कर लिया। फ्लाइंग स्क्वायड टीम की नोडल प्रभारी प्रियंका देवांगन ने कहा कि इस तरह से कोई भी बैनर पोस्टर नहीं तंग सकता है कार्रवाई के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि नियम अनुसार निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी।