Cg Talk Logo
Search
Close this search box.

Blind fast : वेंकटेश्वर टॉकीज के मालिक ने उठाया फायदा, 6 वर्ष पूर्व 68 वर्षीय नेत्रहीन पी रामू से 30 लाख रुपए लिए, अपने पैसे के लिए अनशन में बैठ हुए

Blind fast : वेंकटेश्वर टॉकीज के मालिक ने उठाया फायदा, 6 वर्ष पूर्व 68 वर्षीय नेत्रहीन पी रामू से 30 लाख रुपए लिए, अपने पैसे के लिए अनशन में बैठ हुए

Chhattisgarh Talk / अतुल शर्मा / दुर्ग : छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के सुपेला स्थित वेंकटेश्वर टॉकीज के संचालक राजेश्वर राव के द्वारा 6 वर्ष पूर्व 68 वर्षीय नेत्रहीन पी रामू से 30 लाख रुपए लिए गए थे।इस दौरान संचालक के द्वारा एक वर्ष में रुपए लौटा देने का आश्वासन दिया गया था, परंतु एक साल बीतने के बाद भी दिव्यांग पी रामू को उनके हिस्से का न मुनाफा मिला और न मूलधन मिल पाया है। नेत्रहीन पी रामू के द्वारा आज भी घर में अनशन में बैठ हुए हैं जब तक पैसा वापस नहीं लौटता तब तक अनशन में ही बैठे रहूंगा।


दरअसल मामला भिलाई के सुपेला स्थित वेंकटेश्वर टॉकीज के मालिक के द्वारा नेत्रहीन व्यक्ति से 30 लख रुपए लिए थे, लेकिन 1 साल बीतने के बाद भी उसे पैसा वापस नहीं लौटाया,अंततः मजबूर दिव्यांग पी रामू ने रुपए वापसी के लिए गांधीवादी तरीके से शांतिपूर्ण आंदोलन की आज शुरुआत की जिला प्रशासन की ओर से पहुंचे नायब तहसीलदार श्याम लाल साहू ने समस्या का निराकरण या समाधान करने की बजाय किसी भी परिस्थिति में केवल दिव्यांग पी रामू के आंदोलन को समाप्त करवाने में ज्यादा रुचि दिखाई और इस पर वह सफल भी हुए।आज उनके द्वारा दिव्यांग वृद्ध का आंदोलन स्थगित करवा जरूर दिया गया, मगर देर रात घर लौटे नेत्रहीन रामू का अनशन जारी ही है

,भिलाई के वेंकटेश्वर टॉकीज में लगातार 3 घंटे तक नायब तहसीलदार श्यामलाल साहू के समझाइए एवं कल न्यायालय में फैसला किया जाने के आश्वासन के बाद आमरण अनशन कर रहे पी रामू देर रात 11 बजे अपने घर लौटने को तैयार हुए।जिला प्रशासन की मध्यस्थता के बाद न्यायालय में दोनों पक्षों की उपस्थिति में 12 सितंबर को इस पूरे मामले का निर्णय होगा, परंतु आमरण अनशनरत पी रामू ने कहा कि निर्णय उसके पक्ष में नहीं होने पर पुनः वह वेंकटेश्वर टॉकीज में आंदोलन शुरू करेंगे। जिला प्रशासन से कोई आदेश नहीं आने के चलते नेत्रहीन व्यक्ति आज भी अनशन में बैठे हुए हैं।

बाईट- पी रामू, नेत्रहीन व्यक्ति और पीड़ित

Leave a Comment