कांग्रेस नेता डॉ. शिवकुमार डहरिया ने बलौदाबाजार हिंसा के आरोपियों को ‘फ्रीडम फाइटर’ कहकर भाजपा सरकार को घेरा, जिसे मंत्री टंकराम वर्मा ने शहीदों का अपमान बताते हुए पलटवार किया। पढ़ें पूरी खबर….
भाजपा कांग्रेस विवाद: छत्तीसगढ़ में 10 जून को बलौदाबाजार में हुई हिंसा और आगजनी घटना में आरोपियों को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया का बयान तूल पकड़ चुका है। पूर्व मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने इस मामले में शामिल सतनामी समाज के लोगों को ‘फ्रीडम फाइटर’ यानी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बताते हुए उनकी रिहाई की मांग की है। पूर्व मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने यह भी कहा कि सतनामी समाज हमेशा कांग्रेस का समर्थन करता रहा है और अब भाजपा सरकार उनकी उपेक्षा कर रही है।
कांग्रेस नेता डॉ. शिवकुमार डहरिया का विवादित बयान, भाजपा पर किया हमला
कांग्रेस नेता डॉ. शिवकुमार डहरिया ने बलौदाबाजार में कांग्रेस के संविधान रक्षा अभियान में भाग लिया और भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। यहां उन्होंने बलौदाबाजार हिंसा में शामिल सतनामी समाज के लोगों को स्वतंत्रता सेनानी या ‘फ्रीडम फाइटर’ करार दिया।
डॉ. शिवकुमार डहरिया कहना था, “यह लोग सही कारणों के लिए लड़ रहे थे और इसलिए इन्हें सम्मान के साथ रिहा किया जाना चाहिए। भाजपा सरकार इस समाज को निशाना बना रही है और कांग्रेस समर्थकों के साथ अन्याय कर रही है।”
ऑपरेशन विश्वास: गुम इंसानों की खोज में बलौदाबाजार पुलिस की नई पहल
डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कहा कि जब कवर्धा कांड के आरोपियों को सरकार ने छोड़ दिया, तो उसी तरह बलौदाबाजार में गिरफ्तार किए गए लोगों के मामले में भी सरकार को संवेदनशीलता दिखानी चाहिए और निर्दोष लोगों को रिहा करना चाहिए। डॉ. शिवकुमार डहरिया के मुताबिक, भाजपा की सरकार कांग्रेस समर्थकों और सतनामी समाज को जानबूझकर प्रताड़ित कर रही है, ताकि उनका राजनीतिक प्रभाव कम किया जा सके।
भाजपा नेता मंत्री टंकराम वर्मा का पलटवार, डॉ. डहरिया के बयान को शहीदों का अपमान बताया
डॉ. शिवकुमार डहरिया के बयान पर छत्तीसगढ़ प्रदेश के राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा नेता मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा, “शिवकुमार डहरिया का यह बयान वीर शहीदों का अपमान है। देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपनी जान की आहुति देने वाले महान शहीदों के योगदान को इस तरह से नकारा नहीं जा सकता। डॉ. शिवकुमार डहरिया ने राजनीतिक स्वार्थ के चलते ऐसी बातें कहीं हैं, जो कभी भी स्वीकार्य नहीं हो सकतीं।”
मंत्री टंकराम वर्मा ने आगे कहा कि डॉ. शिवकुमार डहरिया द्वारा बलौदाबाजार हिंसा के आरोपियों को ‘फ्रीडम फाइटर’ कहना, शहीदों और स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को शर्मसार करने जैसा है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी नीतियों में पारदर्शिता और न्याय पर भरोसा करती है, और किसी भी हिंसा या कानून तोड़ने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
राज्य में बढ़ता राजनीतिक विवाद, कांग्रेस और भाजपा के बीच तीखी तकरार
यह विवाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक नया मोड़ लेकर आया है। डॉ. शिवकुमार डहरिया के बयान ने राज्य सरकार और विपक्षी भाजपा के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। कांग्रेस के नेता आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा सरकार सत्ता में रहते हुए राज्य में राजनीतिक प्रतिशोध के तहत कांग्रेस और उसके समर्थकों को निशाना बना रही है। वहीं, भाजपा नेताओं का कहना है कि कांग्रेस नेता अपनी खोई हुई साख को फिर से पाने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं, जो समाज में विवाद पैदा करते हैं।
भाजपा कांग्रेस विवाद: संविधान रक्षा अभियान में डॉ. डहरिया के आरोप, भाजपा पर लोकतांत्रिक उल्लंघन का आरोप
कांग्रेस के संविधान रक्षा अभियान के दौरान, डॉ. शिवकुमार डहरिया ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह संविधान और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का उल्लंघन कर रही है। डॉ. शिवकुमार डहरिया ने आगे कहा कि यदि संविधान की रक्षा की जाती तो राज्य में इस तरह की हिंसा और असंतोष नहीं फैलता। उनके मुताबिक, भाजपा सरकार ने प्रदेश में लोकतांत्रिक संस्थाओं और मूल अधिकारों का हनन किया है, जो देश के संविधान के खिलाफ है।
कवर्धा कांड का जिक्र
डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कवर्धा कांड का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने आरोपियों को छोड़ दिया, लेकिन बलौदाबाजार में जो लोग गिरफ्तारी के बाद अदालत में पेश किए गए हैं, उनका मामला निष्पक्ष तरीके से जांचा जाना चाहिए। उनका कहना था कि भाजपा सरकार की तरफ से कवर्धा कांड के आरोपियों को छोड़ने के बाद, अब बलौदाबाजार हिंसा के मामले में भी यदि कोई निर्दोष हैं, तो उन्हें जल्द रिहा किया जाए।
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