सेक्स स्कैण्डल कांड के आरोपियों को नहीं पकड़ पा रही बलौदाबाजार पुलिस प्रसासन, डेढ़ महीने पहले हुई थी एफआईआर, पुलिस पर उठ रहे सवाल? -sex scandal case In Chhattisgarh
सेक्स स्कैंडल के मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर? क्या पकड़ पाएगी……. पढ़िए पूरी रिपोर्ट…..
sex scandal case In Chhattisgarh: बलौदाबाजार का चर्चित सेक्स स्कैण्डल कांड के फरार आरोपियों को महीने भर होने के बावजूद पुलिस ने नाकामयाब है मामले को सामने आये लगभग डेढ़ माह से अधिक हो चुका है पर पुलिस कप्तान द्वारा आरोपियों को पकड़ने बनाई गई पांच स्पेशलिस्ट टीम अभी भी घटना के सरगना कहे जाने वाले आरोपियों को पकड़ने में कामयाब नहीं हो पाई है और आरोपी बडे़ मजे से पुलिस को लुकाछिपी के खेल में छकाते नजर आ रहे हैं। 29 मार्च को जब घटना प्रकाश में आई तब आनन फानन में पुलिस ने अधिवक्ता महान मिश्रा को पकड़ बडे़ ही गर्व के साथ पत्रकार वार्ता कर वाहवाही बटोरी। वही घटना में अन्य प्रयुक्त अन्य आरोपियों दुर्गा टंडन, रविना टंडन, व प्रत्युष मैया को पकड़ ली और काफी पुछताछ किया। विभागीय सूत्र बताते हैं कि आरोपियों से पुछताछ में जनप्रतिनिधियों और पुलिस के अधिकारी व जवान का भी नाम आया पर उच्च अधिकारी इन्हें नहीं पकडे़ है।
सूत्र यह भी बताते हैं कि जिस दिन पहली बार अधिवक्ता महान मिश्रा से कोतवाली पुलिस पुछताछ कर रही थी उस वक्त शिरीष पांडे थाना आया था और उसके बाद जो फरार हुआ अभी तक बलौदाबाजार पुलिस पकड़ नहीं पाई।
फरार चल रहे आरोपी पूर्व विधायक प्रमोद शर्मा के विधायक प्रतिनिधि रहे शिरीष पाण्डेय, पुष्पमाला फेकर, हीराकली बंजारे, और ज्योति पब्लिक न्यूज़ के संचालक आशीष शुक्ला ये चार मुख्य आरोपियों के नाम है जो अभी भी बलौदाबाजार पुलिस गिरफ्त से बाहर है। बता दें कि सैक्स रैकेट व सेक्स स्कैण्डल मामले में ब्लैकमेलिंग कर लोगों से लगभग 50 लाख रुपय वसूली कर ब्लैक मेलिंग की है
sex scandal case In Chhattisgarh: बलौदाबाजार के जिन कथित जनप्रतिनिधियों के नाम आये थे उनको बचाने उच्च स्तर के बड़े जनप्रतिनिधियों का भी दबाव आया जिसके बाद पुलिस कार्यवाही ठंडा पड़ गया और चुनाव आ गया। वही यह भी बताया जा रहा है कि घटना के पूर्व आरोपी गण बकायदा मामले को निपटाने थाना जाया करते थे जिसके बाद होता था मामले को दबाने लेनदेन का खेल जिसमें जनप्रतिनिधि, आरोपी व पुलिस शामिल होती थी।
अपनों को बचाने का सौदा: कांग्रेस अध्यक्ष
बलौदाबाजार कांग्रेस जिलाध्यक्ष हितेन्द्र ठाकुर ने जिला पुलिस प्रशासन और सत्ता पक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि मामले में अपने-अपनों को बचाने का सौदा तय हो चुका है। गिरफ्तार आरोपियों के बयानों में जो नाम सामने आए हैं उन्हें गिरफ्तार करना तो दूर उल्टे उन्हे बचाने में लगे हुए हैं। जांच-बूझकर चालान पेश करने की तय सीमा 90 दिन के बीतने का इंतजार किया जा रहा है ताकि जमानत मिल जाए।
sex scandal case In Chhattisgarh: खैर चुनाव निपट गया और अब पुलिस पुनः खोजबीन में जुट गयी है और पुनः आरोपियों के घर खोजबीन करने के नाम पर जाकर खानापूर्ति करते दिखाई दी है। देखना होगा कि निष्पक्षता के साथ जांच कब तक पुरी होती है क्या फरार आरोपी पकड़े जाऐंगे या आरोपी सरेंडर करेंगे यह तो आने वाला वक्त बतायेगा पर अभी कही न कहीं पुलिस पर सवालिया निशान उठ रहा है कि आखिर पुलिस अबतक आरोपियों को क्यों नहीं पकड़ पा रही है।
वही एएसपी अविनाश ठाकुर ने कहा कि आरोपी फरार है पुलिस पडताल कर रही है जल्द पकड़ लिये जायेंगे।
पुलिस प्रशासन पर साधा निशाना- रूपेश
बलौदाबाजार शहर कांग्रेस अध्यक्ष रूपेश ठाकुर ने भी आरोपियों को पकड़ने में पुलिस की असफलता पर सवाल किया कि मामले का मास्टर मांइड शिरीष पाण्डेय और आशीष शुक्ला, पुष्पमाला फेकर, हीराकली बंजारे अपने परिजनों के संपर्क में है, अलग-अलग मोबाइल नंबरों से वे अपने परिजनों से लगातार बात कर रहे हैं मगर पुलिस इन परिजनों के मोबाइल नंबरों को ट्रैस कर उन तक क्यों नहीं पहुंच पा रही है।
sex scandal case In Chhattisgarh: बलौदाबाजार जिले की पुलिसिंग की बात करे तो यह नया मामला नहीं है नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी एवं पैसा उगाही का आरोपी शिक्षक पुलिस पकड़ से बाहर है। कटगी के शराब दुकान में खुलेआम रूपयों से भरा गायब हुए महीनों बीत गये पर पुलिस के हाथ खाली है।
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sex scandal case In Chhattisgarh: लगभग एक साल से अधिक समय हो गये जब श्रमविभाग पर जिंदा आदमी को मृत घोषित कर पैसा निकालने का मामला आया था जिसमें च्वाईस सेंटर संचालक पर पुलिस ने कार्यवाही कर दिया पर श्रम विभाग के अधिकारी की संलिप्तता पर जांच पर मौन नजर आ रही है। ऐसे अनेक मामले है जो ठंडे बस्ते में है जो कहीं न कहीं पुलिस की निश्पक्ष कार्यवाही पर प्रश्नचिन्ह खड़े कर रहे हैं।