कलेक्टर दीपक सोनी ने अधिकारियों को चेताया, समाधान हो स्पष्ट, आवेदक रहे संतुष्ट, 6 अधिकारियों पर गिरी गाज

समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर दीपक सोनी ने दिए सख्त निर्देश, लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई तय (Chhattisgarh Talk)
समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर दीपक सोनी ने दिए सख्त निर्देश, लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई तय (Chhattisgarh Talk)

बलौदाबाजार कलेक्टर दीपक सोनी ने सुशासन तिहार के तहत प्राप्त आवेदनों की समीक्षा के दौरान छह अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिए हैं। आवेदनों के गुणवत्तापूर्ण निराकरण पर विशेष जोर।


बलौदाबाजार: सुशासन तिहार के दौरान मिले आवेदनों की गुणवत्ता से किसी भी तरह का समझौता अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा—यह संदेश बलौदाबाजार के कलेक्टर दीपक सोनी ने मंगलवार को समय-सीमा की बैठक में स्पष्ट तौर पर दे दिया। कलेक्टर ने बैठक में विभागीय कार्यों और सुशासन तिहार के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों की समीक्षा करते हुए छह अधिकारियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया और कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।

एसडीएम से लेकर इंजीनियर तक कटघरे में

कलेक्टर ने साफ किया कि एसडीएम भाटापारा और सिमगा ने आवेदनों की मॉनिटरिंग में लापरवाही बरती है। वहीं आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त, लेखा अधिकारी, जल संसाधन विभाग तिल्दा डिवीजन के कार्यपालन अभियंता और जनपद सीईओ भाटापारा को भी आवेदनों की गुणवत्ता पर गंभीर चूक के चलते नोटिस थमाया जाएगा।

“गुणवत्ता हो प्राथमिकता”

कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा, “हर आवेदन का ऐसा निराकरण होना चाहिए कि न केवल आवेदक संतुष्ट हो, बल्कि हम भी पूरी तरह संतुष्ट हो सकें। सुशासन तिहार का उद्देश्य सिर्फ संख्या नहीं, समाधान है।” उन्होंने कहा कि आवेदन की मॉनिटरिंग के लिए एसडीएम स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया जाए और जिला स्तर से इसकी कड़ी निगरानी हो।

ऑनलाइन अपलोडिंग में भी लापरवाही नहीं चलेगी

कलेक्टर ने निर्देश दिए कि सभी लंबित आवेदनों को शीघ्र ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड किया जाए। इसके लिए पंचायत सचिव, रोजगार सहायक और तकनीकी सहायक की टीम बनाकर कार्य तेजी से पूरा किया जाए।

राजस्व विभाग पर विशेष जोर

कलेक्टर ने राजस्व विभाग से जुड़े आवेदनों के निराकरण में विशेष सतर्कता बरतने को कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक राजस्व आवेदन पर संबंधित पटवारी से लिखित प्रतिवेदन लेकर ही कार्रवाई हो, ताकि किसी तरह की त्रुटि की संभावना न रहे।

50 ग्राम पंचायतों में समाधान शिविर का आदेश

उन्होंने आगामी एक सप्ताह के भीतर 50 चयनित ग्राम पंचायतों का दौरा कर विभागीय योजनाओं के संतृप्तिकरण और स्थानीय समस्याओं के समाधान के निर्देश सभी अधिकारियों को दिए।

गर्मी में पानी की व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता

कलेक्टर ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पेयजल संकट की आशंका को देखते हुए पीएचई और नगर पालिका के अधिकारियों को अलर्ट किया है। उन्होंने जल संकट से निपटने के लिए पूर्व तैयारियों को समय रहते अमल में लाने के निर्देश दिए।

बैठक में रहे ये अधिकारी उपस्थित

इस समीक्षा बैठक में जिला पंचायत सीईओ दिव्या अग्रवाल, अपर कलेक्टर दीप्ति गौते, मिथलेश डोंडे, सभी एसडीएम, जनपद सीईओ और जिला स्तर के विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।


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